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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 278 स्वतंत्रता संग्राम में जैन वाले श्री जैन को 1940 में 2 माह का कारावास यों में सक्रिय रहे। 1940 के व्यक्तिगत सत्याग्रह में भुगतना पड़ा था। आपने भाग लिया। भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में आ0-- (1) जै0 स0 रा0 अ0 (2) पं0 बच्चूलाल जी 14 माह की जेल यात्रा आपने काटी। द्वारा प्रदत्त परिचय नवभारत, इन्दौर (दिनांक 4 सितम्बर 1997) श्री मांगीलाल उर्फ आपकी गिरफ्तारी के सन्दर्भ में लिखता है- (19 अगस्त महेन्द्रकुमार बड़जात्या 'आजाद' से सत्याग्रह के बाद) 'सत्याग्रह करते हए एक के 'आजाद' उपनाम से विख्यात इन्दौर (म0प्र0) बाद एक प्रजामण्डल के नेता गिरफ्तार होते रहे। पहले के श्री मांगीलाल उर्फ महेन्द्र कुमार बडजात्या, पत्र-श्री जत्थे में मयाचंद जटाले, मन्नालाल पंचोलिया और पूनमचंद जैन का जन्म 1915 में हुआ। 1942 के नारायणदास जायसवाल पकड़े गये। फिर तीसरे दिन भारत छोड़ो आन्दोलन में आप सक्रिय रहे तथा 5 बारी आई अध्यक्ष कमलचंद जैन, मांगीलाल पाटनी, सुमेरचंद जैन और छात्र नेता जगदीश चन्द्र विद्यार्थी माह से अधिक का कारावास आपने भोगा। की...।' आप जड़ी बूटी विशेषज्ञ हैं और आ)-(1) म0 प्रा) स्व) सै, भाग-4, पृष्ठ-36 नि:शुल्क आयुर्वेदिक उपचार करते हैं। धर्म ग्रन्थो श्री मांगीलाल जैन का अध्ययन, शास्त्र प्रवचन, मुनिसेवा में आपकी झाबुआ (म0प्र0) के श्री मांगीलाल जैन, पुत्र-श्री अभिरुचि है। वेणीचन्द जैन का जन्म 1927 में हुआ । 1944 से आ) (1) म0 प्र0 स्व) और, भाग- 4, पृष्ठ- 01 (2) 48 तक पिपलौढ़ा, जिला-रतलाम में आपने विभिन्न स्व) प((3) नवभारत, इन्दौर, 4-9-1997 आन्दोलनों में भाग लिया, फलतः गिरफ्तार कर 12 दिन जेल में रखा गया पर नाबालिग होने के कारण श्री माखनलाल जैन 'बन्दी' छोड दिया गया। 'बन्दी' उपनाम से प्रसिद्ध श्री माखनलाल जैन, आO-(1) म0 प्र0 स्व0 से0, -:, ए-144 पुत्र-श्री फदालीलाल का जन्म 1920 में सागर (म0प्र0) में हुआ। आपने संस्कृत विशारद तक शिक्षा श्री मांगीलाल सदासुख पाटनी प्राप्त की। 1941 के व्यक्तिगत सत्याग्रह में 2 माह श्री मांगीलाल पाटनी, पुत्र-श्री सदासुख पाटनी तथा 1942 के भारत छोडो आन्दोलन में लगभग नौ का जन्म 1906 में कुचामन (राजस्थान) में हुआ। माह का कारावास आपने भोगा। 1917 में माता-पिता के आ) (1) म0 प्र0 स्व) 30, भाग-2, पप-53 (2) निधन के पश्चात् आप अपने आ) दी0, पृष्ट-71 काका रिखवदास जी के पास सनावद (म0प्र0) आकर रहने श्री माणकलाल जैन लगे। मिडिल परीक्षा उत्तीर्ण शाजापुर (म0 प्र0) के श्री माणकलाल जैन, कर आपने 1930 में विदेशी पुत्र-श्री मौजीलाल जैन का जन्म 1916 में हुआ। वस्त्रों की होली जलाने के विद्यार्थी जीवन से ही आप रा0 आO में सक्रिय हो आंदोलन से सार्वजनिक जीवन में कदम रखा। इन्दौर गये। आपने अनेक बार जेलयात्रायें की पर कर्तव्य पथ राज्य प्रजामण्डल के नेतृत्व में राजनीतिक गतिविधि से हटे नहीं। लेखन तथा पत्रकारिता से सदैव जुड़े रहे For Private And Personal Use Only
SR No.020788
Book TitleSwatantrata Sangram Me Jain
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKapurchand Jain, Jyoti Jain
PublisherPrachya Shraman Bharati
Publication Year2003
Total Pages504
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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