________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भोत्तूण समुडिओ कमसो // 59 // कप्पूरपूरसहिए तंबोले आयरेण से दिने / वजरई धणदेवो सुहासणत्यो इमं वयणं // 60 // एसा हु ताव पल्ली आवासो निग्षिणस्स लोयस्स / तुम्मेवि तस्स पहुणो अणन्नसोजन्नदयकलिया // 61 // एसो न सम्मजोगो अहिवइभि| चाण मह ठियं चित्ते / जं सोयसच्चदक्खिन्नवजियाणं इमं ठाणं // 62 // भिल्लाणं नाहावि हुजं एरिसगुणगणेण संजुत्ता / एवं मण म्मि भावइ महंतमछेरयं मज्झ // 63 // असरिससोजन्नजुया तुम्हे एयाए वसह पल्लीए / उत्तमनरावि होउं साहह मह केण | | कजेण? // 6 // तो भणइ सुपइटो किं कहिएणं इमेण धणदेव ! | वंचणमवमाणं चिय मइजुत्तो नो पगासेजा // 65 // तहवि हु |भणामि मा होउ तुज्झ अन्भत्थणा इमा विहला / एगग्गमणो होउं साहिजंतं निसामेहि // 66 / / निच्चं पमुइयनरनारिपुनगामावलीए रमणीओ। बहदिवसवनाणिजो अंगो नामेण देसोऽस्थि // 67 // तम्मि य पुरं पुराणं पवरं सुरनयरसरिसरिद्धिल्लं / भयडमरकरविमुक्क सिद्धत्थपुरंति विक्खायं // 68|| तम्मि य मयंधरिउकरडिकरडनिम्मेयणम्मि पत्तट्ठो। कंबुन्नयसुग्गीवो सुग्गीवो नाम नरनाहो // 69 // सयलोरोहपहाणा सुंदरसरदिंदुबिंबसमवयणा / बुद्धीए अणन्नसमा कमला नामेण से देवी // 70 / / तीए सह विसयसोक्खं अणुहवमाणस्स तह य रजधुरं / पुव्वभवपुनपीयवसमप्पियं पालयंतस्स // 71 // वच्चंतेसु दिणेसुं तीए देवीए अह अहं पुत्तो / जाओ कयं च नामं विहिणा मह सुप्पइट्ठोत्ति // 72 // लालिज्जतो पंचहिं धाईहिं कमेण वड्डमाणोऽहं / संजाओ पंचवरिसो माउपिऊणं कयाणंदो 1 निघृणः निष्कृपः / 2 अनन्यत्-अद्वितीयम् / 3 सौजन्यं दया च ताभ्यां कलिताः सहिताः / 4 अधिपतिः स्वामी। 5 शौचसत्यदाक्षिण्यवर्जितानाम् / 6 प्रतिभाति / 7 अच्छेरयं आश्चर्यम् / 8 कथयत। 9 कथ्यमानम् / 10 रिद्धिलं ऋद्धिमत् / 11 डमरं परचक्रादिभयम् , भीत्या पलायनं च / 12 करटी= Isall करी। 13 करटः करिगण्डः / 14 कम्बुः शङ्कः / 15 पायवो-पादपो-वृक्षः / For Private and Personal Use Only