________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir चुयाए य कत्थ मह जम्मो / दइएण तेण समय होज नवा दंसणं मज्झ ? // 52 // एवं च पुच्छिओ सो बहुमाणजुयाए तीए देवीए / भयवं सुहंकरो अह एवं भणिउं समाढतो // 53 // भद्दे ! सो तुह दइओ इह चेव य भारहम्मि वासम्मि / वेयड्डपव्वयवरे उत्तरसेढीए रम्माए // 54 // नयरम्मि चमरचचे भाणुगईनामयस्स खयरस्स / पियजायाकुच्छीए उप्पनो पुत्तभावेण // 55 // युग्मम् // पलिओवमाणि अट्ठ ओ तुह आउ आसि समुदियं भद्दे / / इण्हिं तु वासलक्खं अवसेसं चिट्ठए आउं // 56 // पुनम्मि वासलक्खे चइऊण तुमंपि तीइ सेढीए / सुरनंदणम्मि नयरे खयरस्स ओ असणिवेगस्स // 57aa धूया होहिसि भद्दे ! पवरा उ पियंगुमंजरीनामा / पुव्वदइएण समयं तत्थ य तुह दंसणं होही / / 58 / / युग्मम् // तत्तो य भणइ देवी नायव्यो सो मए कहं भयवं / / कहवा पाणिग्गहण होही मह तेण समयपि // 59 // अह केवलिणा भणियं निसुणसु जताए जिणवरिंदस्स / उम्मिट्ठकरिवराओ मोइस्सइ जो तुम भद्दे ! // 60 // सो चेव य नायबो एसो सो पुव्ववल्लहो मज्झ / पुणरवि विसेसदसणमेवं तुह होहिही तेण // 61 // युग्मम् // तुह माउलधूयाए पाणिग्गहणम्मि कणगमालाए / काउं तीए रूवं एही सो मित्तकजेण // 62 // जो तत्थ कणगमालारूबो होही स पुव्वदइउत्ति / नायचो नीसंकं भद्दे ! चंदप्पभे! तुमए // 63 / / तयणंतरं च होही पाणिग्गहणपि तेण सह तुज्झ / जाईसरणेण तुम सुमरिस्ससि मह इमं वयणं // 64 // एवं पियसहि ! धारिणि ! केवलिवयणं निसम्म सा देवी / जाया हरिसियहियया केवलिणो नमिय पयकमलं // 65 // तचो उप्पइया सा सासयजिणचेइयाई सव्वाई / वंदित्ता तित्थयरे महाविदेहेसु सव्वेवि // 66 // सट्ठाणं संपत्ता तं चिय देवं मणेण चिंतेती / अह अन्नया कयाइवि सावि चुया आउयखयम्मि // 67 // तिसृभिः कुलकम् / / १समुदित जन्मतः प्रभृति सर्वम् / 2 स्मरिष्यसि / For Private and Personal Use Only