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तेयालीस सहस्सा, अउणावीसा य दोन्नि सया ॥ १०८ ॥ [२०४३२१९] सौमनस अने माल्यवान ए बे पर्वतनी लंबाई वीश लाख, तेंतालीश हजार, बसो ने ओगणीश योजन छे.
सोलाहियं सयमेगं, छठवीससहस्स सोलस य लक्खा।
विज्जुप्पभो नगो, गंधमायणा चेव दीहाओ ॥ १०९ ॥ [१६२६११६] सोळ लाख, छवीश हजार, एकसो ने सोळ योजनना विद्युत्प्रभ अने गंधमादन ए बे पर्वत लांबा छे. महाद्रुमो ( महावृक्षो ) जंबूद्वीप संबंधी महामनी सरखा छे. तथाधायइवरंमिदीवे, जो विक्खंभोउहोइ उणगाणं सो दगुणो णायव्यो, पुक्खरद्धे णगाणंतु ॥ ११०॥
धातकीखंड नामना द्वीपमा जे हिमवान वगेरे पर्वतोनो विष्कंभ छे, तेथी बमणो विष्कंभ पुष्करा, द्वीपना हिमवान वगेरे पर्वतनो होय छे. वासहरा वक्खारा, दहनइंकुंडा वणा य सीयाई। दीवे दीवे दुगुणा, वित्थरओ उस्सए तुल्ला ॥१११॥
वर्षधर पर्वतो, वक्षस्कार पर्वतो, पद्मद्रह वगेरे द्रहो, गंगा वगेरे नदीओ, गंगाप्रपात वगेरे कुंडो अने सीतादि नदीओना १. हिमवान वगेरे. २. चित्र वगेरे.
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