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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandie www.kobatirth.org श्रीस्थानाङ्गसूत्र सानुवाद ॥८२॥ २ स्थानकाध्ययने उद्देशः१ प्रत्यक्ष परोक्षज्ञानम् ७१ मूत्रम् XKXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXX चेव (२२), आवस्सयवतिरित्ते दुविहे पं० तं०-कालिए चेव उक्कालिए चेव २३ । सू० ७१ मूलार्थः चे प्रकारे ज्ञान कयुं छे, ते आ प्रमाणे-प्रत्यक्ष ज्ञान अने परोक्ष ज्ञान (१), प्रत्यक्ष ज्ञान के प्रकारे कयुं छे, ते आ प्रमाणे-केवलज्ञान अने नोकेवलज्ञान (२), केवलज्ञान वे प्रकारे कयु छ, ते आ प्रमाणे भवस्थकेवलज्ञान अने सिद्धकेवलज्ञान (३), भवस्थकेवलज्ञान के प्रकारे कर्तुं छे, ते आ प्रमाणे-सयोगिभवस्थकेवलज्ञान अने अयोगिभवस्थकेवलज्ञान (४), सयोगिभवस्थकेवलज्ञान के प्रकारे कडु छे, ते आ-प्रथमसमयसयोगिभवस्थकेवलज्ञान अने अप्रथमसमयसयोगीभवस्थकेवलज्ञान (५), अथवा चरमसमयसयोगिभवस्थकेवलज्ञान अने अचरमसमयसयोगिभवस्थकेवलज्ञान (६), एवी रीते अयोगिभवस्थकेवलज्ञानना पण बे भेदो जाणवा (७-८), सिद्धकेवलज्ञान के प्रकारे कर्तुं छे, ते आ प्रमाणे-अनंतर (आंतरा रहित) सिद्धकेवलज्ञान अने परंपरसिद्ध केवलज्ञान (९), अनंतरसिद्धकेवलज्ञान के प्रकारे कह्यु छ, ते आ-एकअनंतरसिद्धकेवलज्ञान अने अनेकअनंतरसिदकेवलज्ञान (१०), परंपरसिद्ध केवलज्ञान वे प्रकारे छे, ते आ-एकपरंपरसिद्धकेवलज्ञान अने अनेकपरंपरसिद्धकेवलज्ञान (११), नोकेवलज्ञान के प्रकारे कयुं छे, ते आ प्रमाणे-अवधिज्ञान अने मनःपर्यवज्ञान (१२), अवधिज्ञान के प्रकारे कर्तुं छे, ते आभवप्रत्ययिक अने क्षायोपशमिक (१३), भवप्रत्ययिकअवधिज्ञान बेने होय छे, ते आ प्रमाणे-देवोने अने नैरयिकोने (१४), क्षायोपशमिक अवधिज्ञान बेने होय छे, ते आ-मनुष्योने अने पंचेंद्रिय तिथंच योनिकोने (१५), मनःपर्यवज्ञान वे प्रकारे कयुं छे, ते आ-ऋजुमति अने विपुलमति (१६), परोक्ष ज्ञान के प्रकारे कर्तुं छे, ते आ प्रमाणे-आभिनियोधिक (मति)ज्ञान अने श्रुतज्ञान (१७), आभिनिबोधिक ज्ञान के प्रकारे कयु छे, ते आ-श्रुतनिश्रित अने अश्रुतनिश्रित (१८), श्रुतनिश्रितमतिज्ञान के प्रकारे XXXXXXXXXXXXXXXXXX XXXXxXwa ॥८२॥ For Private and Personal Use Only
SR No.020691
Book TitleSthanang Sutram Sanuvadasya
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorAbhaydevsuri
PublisherAbhaydevsuri
Publication Year
Total Pages377
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_sthanang
File Size19 MB
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