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विउविया घणावली, जायं सलिलवरिसं,समासासिओ तिलयंत्रओ, तेण पएसेण वेगेण आगच्छमाणीए गावीए खुरेण चंपिय मूलविभागो पविट्ठो जलसेयसुकुमारे धरणिवढे, जाओ दढपइट्ठाणो, कमेण परूडाई मूलाई, उम्मीलियाई कंदलाई, पयट्टो फुल्लिउंति । भयवं पुण कुम्मारगामनगर संपत्तो, तस्स बाहिं सूरमंडलस्सुवरिं निहियदिट्ठी उद्धीकयभुयपरिहो दीहरजडाकडप्पो पयइविणीओ पयइपसमपरो पयइदयादक्खिण्णाणुगओ समारद्धसद्धम्मज्झाण वि-12 |हाणो वेसियायणो नाम लोइयतवस्सी ममंदिणसमयंसि आयावेइ । तस्स य उप्पत्ती भन्नइ१. मगहाविसए धणधनसमिद्धलोयकलिए गोबरगामे आभीरलोयाणं अहिवई गोसंखीनाम कुडंविओ, बंधुमई नाम से भज्जा, सा य अवियाउरी, ताणि य परोप्परं दढसिणेहाणुरायाणि विसयसुहमणुहवंताणि कालं वोलेंति, इओ य तस्स गामस्स अदूरे खेडयं नाम संनिवेसो, तत्थ य अविगप्पिया सन्नद्धबद्धकवया पउरपहरणसणाहा मिलेच्छाण धाडी पडिया, तीए व सो गामो निवाडियारक्खिगजणो लुटियधणधनकंसदूसो विणिहयपहरणहत्यसुहंडसत्यो | कओ, तओ वंदिग्गहेण लोगं गहिऊण पट्टिया सहाणं, एगा य गामइत्थिया तबेलं पसूया पइंमि मारिए करकलियबालया सुरूवत्तिकाऊण चालिया चोरोहि, सा य चेडवावडकरतणेण न पारेइ सिग्धगईए समागंतुं, तओ तेहि | सरोसं भणिया-भद्दे । परिचयसु सुयं जब चिरजीवियत्थिणी, इमं च सुणिऊण अइगरुययाए मरणमयस्स परिचत्तो | तीए सुओ तरुच्छामाएं, गया य चोरोह समं, सो य गोसंखिओ गोस्वाइं घेत्तूण पहायसमए समागओ त पएस,
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