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समुच्चय का अनुवाद कवि।
(?) भाषा में उपलब्ध है 65 अशोकस्तम्भों के पाली - डॉ.पी.व्ही.बापट/ डॉ.वा.वि.
लेखोंका संस्कृत संस्करण मिराशी/ रामावतार शर्मा/ (प्रियदर्शिप्रशस्तयः (?) राहुल सांकृत्यायन ।
ने किया है66 गुणाढ्य के पैशाची - बृहकथाश्लोकसंग्रह/
भाषीय बड्डकहा के तीन बृहत्कथामंजरी/ संस्कृत रूपांतरों में (?) बृहत्कथासरित्सागर/ नहीं है
बृहत्कथाकोश/ 67 हरिषेणाचार्य के बृहत्कथा - 157/257/357/457
कोश में (?) कथाएँ है
79 ब्रह्माण्डपुराण की अध्याय- 107/108/109/1101
संख्या (?) है1080 ब्राह्मण ग्रन्थों के प्रतिपाद्य - 8/10/12/14।
विषय (?) है81 सम्प्रति उपलब्ध ब्राह्मण - 8/18/28/381
ग्रंथों की संख्या (?) है82 संप्रति उपलब्ध वेदसंहिता- 10/11/12/13 |
-ओं की संख्या (?) है83 काश्मीरी लेखकों में - अभिनवगुप्त/ बिल्हण/
(?) सर्वश्रेष्ठ माने जाते मम्मट/क्षेमेन्द्र।
तैत्तिरीय।
68 गुणाढ्य (?) राजा के - शालिवाहन/ विक्रमादित्य/ आश्रित कवि थे
यशोधर्मा/ समुद्रगुप्त 69 फलितज्योतिष का - बृहत्संहिता/ बृहत्पाराशर. सर्वमान्य ग्रंथ (?) है होरा/ बृहज्जातक/
फलितमार्तण्ड। 1070 सभी उपनिषदों में बडा छांदोग्य/बृहदारण्यक/कठ
(?) उपनिषद् है71 बृहदारण्यक उपनिषद् में - मधुकाण्ड/ मुनिकाण्ड/ (?) नहीं है
सुन्दरकाण्ड/खिलकाण्ड 72 अहं ब्रह्मास्मि और - छांदोग्य/ ऐतरेय/ तैत्तिरीय/
अयमात्मा ब्रह्म ये बृहदारण्यक/ महावाक्य (?) उपनिषद्
के है73 बृहदारण्यक उपनिषद् में - याज्ञवल्क्य/ गार्गी/ मैत्रेयी/
प्रधान तत्त्वज्ञ (?) है- जनक/ 74 संस्कृत वाङ्मय की - डॉ. राघवन्/ डॉ. दाण्डेकर/
बृहत्सूची के संपादक ऑफ्रेख्ट/ राजेन्द्रलाल मिश्र
84 पांचरात्र आगम का उदय - काश्मीर/ कर्नाटक/ गुजराथ (?) हुआ
बंगाल 85 भगवद्गीता के काश्मीरी - 715/725/735/745।
पाठकी श्लोकसंख्या
(?) है86 काव्यप्रकाश में कुल - 122/132/142/152 ।
(?) कारिकाएँ है- . 87 रामचंद्र कविभारतीकृत - राम/कृष्ण/बुध्द/ शंकर ।
भक्तिशतकम् का विषय
(?) की भक्ति है88 भट्टिकाव्यपर कुल (?) - 12/13/14/15
टीकाएँ लिखी गयी है.89 भविष्यपुराण (?) - 3/4/516
पर्यों में विभाजित है1090 केशव काश्मीरी की - वेदस्तुति/ भ्रमरगीत/
भागवत टीका (?) पर रासपंचाध्यायी/एकादशस्कंध
ही है91 वर्तमान श्रीमद्भागवत के - 315/ 325/335/345
अध्यायों की संख्या
92 श्रीमद्भागवत पर (?) - वल्लभाचार्य/ मध्वाचार्य/ की व्याख्या नहीं है- रामानुजाचार्य
वीरराघवाचार्य
75 भारत में संस्कृत वाङ्मय - गायकवाड ओरिएंटल सीरीज
का प्रकाशन (?) द्वारा चौखंभा पुस्तकालय/ अधिक प्रमाण में हुआ- आनंदाश्रम/काशी संस्कृत
सीरीज। 76 छह वेदांगों के अतिरिक्त - बृहदेवता/बृहत्सर्वा
वेदविषयक जानकारी नुक्रमणी/ चरणव्यूह/ देनेवाला श्रेष्ठ ग्रंथ आर्षानुक्रमणी
77 श्रीरामचंद्र की रासलीला - आनंदरामायण/ . का वर्णन (?) में है- भुशुंडीरामायण/ अद्भुत
रामायण/ अग्निवेशरामायण 78 विष्णुपुराण के अनुसार - ब्रह्म/ ब्रह्मवैवर्त/ ब्रह्माण्ड/ (?) पुराण अंतिम है
गरुड।
91 रामोपासक रसिक - मैंन्दरामायण/ मंजुल रामायण
सम्प्रदाय का (?) भुशुण्डिरामायण/
उपजीव्य ग्रंथ है- सौर्यरामायण 92 भुशुण्डिरामायण का - वाल्मीकिरामायण/ अध्यात्मआदर्श उपजीव्य ग्रंथ रामायण/श्रीमद्भागवत/
सौहार्दरामायण। 93 भुशुण्डि रामायण की - 6/16/26/36/
श्लोकसंख्या (?) हजार
38 / संस्कृत वाङ्मय प्रश्नोत्तरी
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