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997 योगशास्त्र में कथित - भ्रू/ कंठ/ हृदय/ नाभि/
आज्ञाचक्र शरीर के
(?) स्थान में है998 षड्दर्शनों के प्रणेताओं में - पाणिनि/ शंकराचार्य/
(?) की गणना होती है- पतंजलि/ अभिनवगुप्ताचार्य 999 संगीतरत्नाकर के - वसंत/ भैरव/ मेघमल्हार/
अनुसार छह पुरुष रागों में मारुव/ (?) की गणना नहीं
होती
1000 छह नास्तिक दर्शनों में - वैशेषिक/ सौत्रांतिक/
(?) नहीं माना जाता- वैभाषिक/ माध्यमिक।
984 वात्स्यायन कामसूत्रमें - समस्यापूर्ति/ अनेकभाषाज्ञान/
कथित 64 कलाओं के गूढकाव्यज्ञान/ अभिनय/ अन्तर्गत दस वाङ्मय कलाओं में (?) नहीं
मानी जाती985 एकाक्षर कोश के अनुसार- 16/26/36/46।
प्राचीन शब्दकोषों की
संख्या (?) है986 तैत्तिरीय ब्राह्मण के - मृग/ आर्द्रा/ पुनर्वसु/स्वाती
अनुसार नौ पर्जन्य नक्षत्रों में (?) की गणना नहीं
होती987 तैत्तिरीय ब्राह्मण के - अश्विनी/ भरणी/ कृत्तिका/
अनुसार 14 देवनक्षत्रों मूल में (?) गणना नहीं
होती988 शंकराचार्यकृत मनुष्यत्व/ कवित्व/
विवेकचूडामणि मे मुमुक्षुत्व/ महापुरूषसंश्रय कथित तीन दुर्लभ विषयों
में (?) अन्तर्भूत नहीं है989 वीरशैवप्रदीपिका में - गुरुयात्रा/ देवयात्रा/
कथित तीन यात्राओंमें तीर्थयात्रा/ अन्त्ययात्रा/
(?) नहीं मानी गयी990 चार वादों में (?) वाद - आरंभवाद/ परिणामवाद/
सांख्य दर्शन में - विवर्तवाद/ सत्कार्यवाद/
प्रतिपादित है991 राघवपाण्डवीय ग्रंथ में - सुबंधु/ बाणभट्ट/ कविराज/
कथित वक्रोक्तिमार्ग- कुंतक। निपुण कवियों में (?)
की गणना नहीं होती992 आयुर्वेदिक त्रिदोषोंमें - कफ/ वात/ पित्त/ रक्त/
(?) अन्तर्भाव नहीं होता 993 नाट्यशास्त्रोक्त चतुर्वीरोंमें - युद्धवीर/ दानवीर/ दयावीर/
(?) की गणना नहीं होती विद्यावीर। 994 'चतुःश्लोकी भागवत' - 7/8/9/10
श्रीमद्भागवत के द्वितीय स्कन्ध के (?) अध्याय
में है995 शंकरसंहिता के अनुसार - गोदान/ भूदान/
चार श्रेष्ठ दानों में (?) संपत्तिदान/ विद्यादान ।
नहीं माना गया996 तैत्तिरीय उपनिषद्में - अग्नि/ सूर्य/ चंद्र/
कथित देवतापंचक में आकाश/ (?) की गणना नहीं होती
1001 जैनसिद्धान्त सर्व प्रथम - उमास्वातिकृत तत्त्वार्थसूत्र/ (?) ग्रंथद्वारा सूत्रबद्ध अमृतचन्द्रसूरिकृत तत्त्वार्थसार
हरिभद्रसूरिकृत लोकतत्त्वनिर्णय/ वादीभसिंहकृत
स्याद्वादसिध्दि। 1002 तंत्रोंकी वेदमूकलता का - काशीनाथभट्ट कृत प्रतिपादन (?) में किया तंत्रभूषा/ काशीश्वरकृत
तंत्रमणि/ श्रीकृष्ण वागीशकृत तंत्ररत्न/
श्रीरामेश्वरकृत तंत्रप्रमोद - 3 संपूर्ण तांत्रिक वाङ्मय में - तंत्रालोक/ तंत्राधिकार/
(?) अत्यंत महत्त्वपूर्ण तंत्रसिध्दान्तकौमुदी/ माना गया है
तांत्रिकमुक्तावली। 4 तंत्रालोक के लेखक - मध्वाचार्य/ भट्टोजी दीक्षित/
अभिनवगुप्त/ प्रेमनिधिपंत 5 माध्वसंप्रदाय के 14 वे गौतम-कणादमत/शांकरमत
गुरु व्यासराय ने अपने बौध्दमत/ जैनमत । तर्कताण्डव में (?)
खंडन किया6 परमार्थद्वारा (?) न्याय - वसुबंधुकृत तर्कशास्त्र/
ग्रंथ का चीनी भाषा में अन्नंभट्टकृत तर्कसंग्रह/ अनुवाद हुआ है- केशवमिश्रकृत तर्कभाषा/
जगदीशभट्टाचार्यकृत
तर्कामृत। 7 वसुबन्धु के बौध्द न्याय - पंचावयव वाक्य/ जाति/ विषयक ग्रंथ में (?) का निग्रहस्थान/ हेत्वाभास । विवरण नहीं है8 जैमिनीय (तलवकार) - ए.बी.कीथ/ए.सी.बर्नेल/
ब्राह्मण का प्रथम संपादन सर विल्यम जोन्स/ (?) ने किया
डॉ. भांडारकर 9 ताण्ड्य महाब्राह्मण का - डॉ.कैलेण्ड/ ह.दा.वेलणकर
अंग्रेजी अनुवाद (?) ने डॉ. भाण्डारकर/ डॉ. रघुवीर
मंस्कृत वाङ्मय प्रश्नोत्तरी / 35
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