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कातंत्र व्याकरण
गुरूनाथ विद्यानिधि श्रीपतिदत्त [(11) कातंत्र परिशिष्ट], त्रिलोचनदास (12), विजयानंद (12), गोपीनाथ तर्काचार्य [(15-16) परिशिष्ट प्रबोध], पुण्डरीकाक्ष विद्यासागर [(15-16) कालतंत्रपरिशिष्ट टीका], रामचंद्र चक्रवर्ती, शिवराम चक्रवर्ती (परिशिष्ट सिद्धान्त), रत्नाकर, वंगसेन [(12) आख्यातवृत्ति], हरिराम चक्रवर्ती (व्याख्यासार), रामदास, गंगाधर कविराज (कौमार टीका), रामचंद्र (कलापतत्त्वबोधिनी), अज्ञात (कलापसंग्रह)
काव्यादर्श
काव्यालंकार (वामनकृत)
जयराम न्यायपंचानन [(17) जयरामी], गदाधर चक्रवर्ती भट्टाचार्य (17), जगदीश तर्कपंचानन भट्टाचार्य [(17) रहस्यप्रकाश],रामनाथ विद्यावाचस्पति [(17) रहस्य प्रकाश], शिवनारायण दास [(17) दीपिका], महेश्वर न्यायालंकार [(17) आदर्श], बलदेव विद्याभूषण [(18) साहित्य कौमुदी], महेशचंद्र न्यायरत्न [(19) तात्पर्यविवरण] कृष्णकिंकर तर्कवागीश, पुण्डरीकाक्ष-विद्यासागर, प्रेमचंद्र तर्कवागीश, जीवानन्द विद्यासागर श्रीवत्सलांछन भट्टाचार्य [(15-16) साहित्य सर्वस्व], पुण्डरीकाक्ष विद्यासागर बंकिमदास कविराज [(17) वैषम्योद्धारिणी], भरतमल्लिक [(17) सुबोधा] जीवानन्द विद्यासागर जनार्दन सेन,
सर्वानन्द नाग : (भानुदत्त कृत 15)
भरत मल्लिक रायमुकुट (व्याख्या बृहस्पति),, भरतमल्लिक (सुबोधा), हरिचरणदास, तारानाथ तर्कवाचस्पति,
जीवानंद विद्यासागर : न्यायवागीश भट्टाचार्य
(काव्यमंजरी) कृष्णदास कविराज (सारंगरंगदा), गोपालभट्ट चैतन्यदास,
कातंत्र धातुगण पाठ
किरातार्जुनीयम्
कातंत्र वृत्ति (दुर्गकृत)
कीचकवधम् (नीतिवर्मा कृत) कुमारभार्गवीयम्
: रामनाथ [(16) मनोरमा]
रघुनंदन भट्टाचार्य शब्दशास्त्रविवृत्ति) त्रिविक्रम [(11) उद्योत], त्रिलोचनदास (उत्तरपरिशिष्ट) सुषेण कविराज, पुण्डरीकाक्ष विद्यासागर (कातंत्र प्रदीप), रघुनन्दन शिरोमणि, रामचंद्र (कातंत्रवृत्ति पंजिका), रामनाथ चक्रवर्ती
(कातंत्रवृत्ति प्रबोध) : हरिदास सिद्धान्तवागीश
जगबन्धु तर्कवागीश, रामचंद्र शर्मा (अलंकारमंजूषा) चण्डीदास [(13) दीपिका] परमानंद चक्रवर्ती [(14) विस्तारिका], श्रीवत्सलांछन भट्टाचार्य [(15) सारबोधिनी],
कुमारसंभवम्
कादम्बरी . काव्यचन्द्रिका (रामचंद्र न्यायवागीश कृत) काव्यप्रकाश
कुवलयानन्दम्
कृष्णकर्णामृतम् (बिल्वमंगलकृत)
संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथ खण्ड / 495
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