SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 472
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सुन्दराचार्य (19) सेतुमाधवाचार्य सुधानिधि, अलंकार सुधानिधि इत्यादि। : सूत्रार्थमणिमंजरी (माध्वमतीय ब्रह्मसूत्रभाष्य)। व्यासभनिति-भावनिर्णय, तत्त्वकौस्तुभकुलिश (भट्टोजी के तत्त्व कौस्तुभ का खंडन)। : यशस्तिलरुचम्पू। : सप्तशती (प्राकृत) सोमदेव सूरि हाल सातवाहन परिशिष्ट (3) उडीसा के ग्रंथकार और ग्रंथ वेंकटेश : चित्रबंधरामायण वेमभूपाल : (वीरनारायण) (15) साहित्यचिन्तामणि, संगीत चिन्तामणि। वैखानस : श्रीनिवासचम्पू, श्रीनिवासाचार्य शाकुन्तलटीका। व्यासराय : तर्कताण्डव, न्यायामृत, सुधामंदारमंजरी। शाकल्य मल्लदेव : अव्ययसंग्रह-निघण्टु (12) उदारराघवम्, आख्यातचन्द्रिका। शातलूरि कृष्णसूरि : साहित्यकल्पलसिका। शिष्ट कृष्णमूर्तिशास्त्री : सर्वकामदापरिणय, कंकण(16) बन्धरामायणम्, यक्षोल्लास, नीलशैलनाथीयम्, हरिकारिका (तेलुगुका संस्कृत व्याकरण) नरसभूपालीयम् (अलंकार मुक्तावली), यक्षोत्तरम्, बल्लवीपल्लवोल्लासम्। शेष गोविन्दकवि : कवितानन्दव्यायोग, (वाराणसीवासी) गोपाललीलार्णवभाण शेष नारायणकवि : सूक्तिरत्नाकर शोठिमार भट्टारक : रससुधानिधि (सा.शा.) (17) श्रीधर पेरुभट्ट : औणादिक-पदार्णव, वसुमंगलम् (नाटक) श्रीनिवासाचार्य : शाकुन्तलव्याख्या। (अष्टभाषाचक्रवर्ती) (14) श्रीपति (13) : श्रीकरभाष्यम् (ब्रह्मसूत्रभाष्य)। संकर्षण कवि : सत्यनाथाभ्युदयम्। संगमेश्वरशास्त्री (16): संगमेश्वरीयम् (न्यायग्रंथ) सर्वज्ञ सिंगभूपाल : वीरनारायणचरितम् (14-15) (आत्मचरित्र) रत्नपांचालिका (नाटिका) रसार्णवसुधाकर। संगीतसुधाकर। सालुप गोप तिप्प : कामधेनु (काव्यालंकारसूत्रवृत्ति की टीका) सायण माधव : सर्वदर्शतसंग्रह सायणाचार्य : वेदभाष्य, आयुर्वेद ग्रंथ [आज का उडीसा प्रांत प्राचीन काल में कलिंग और उत्कल नामक दो विभागों में विभाजित था। उत्तरभाग उत्कल और दक्षिण भाग कलिंग नाम से प्रसिद्ध था। प्रस्तुत परिशिष्ट संपूर्ण उडीसा प्रदेश के कतिपय प्राचीन एवं अर्वाचीन ग्रंथकारों तथा उनके प्रसिद्ध ग्रंथों की सूची है। यह सूची इंटरनॅशनल संस्कृत कॉन्फरन्त- 1972 में प्रकाशित डॉ. के. एस्. त्रिपाठी तथा प्रा. बी. रथ के निबंधों पर आधारित है।] ग्रंथकार अज्ञात : गोपगोविन्दम् अज्ञात शिवनारायण भंजसमहोदयम् (नाटक) अनन्तदास : साहित्यदर्पणकी टीका। अनादि (18) : मणिमाला नाटक कपिलेश्वर महाराज : परशुरामविजयम् (रुपक) (14) कमललोचन (18) : व्रजयुवविलासम् (गीतिकाव्य) कमललोचन : संगीतचिन्तामणि खड्गराय (18) कविडिण्डिम जीवदेव भक्तिभागवतम् कविराज भगवान ब्रह्म : मृगयाचम्पू कृष्णदास (16) गीतप्रकाश कृष्णमिश्र प्रबोधचन्द्रोदयम् । (लाक्षणिक नाटक) कृष्णानंद (14) सहयानन्दकाव्यम् गंगादास (16) छंदोमंजरी गंगाधर मिश्र (17) : कोसलानंदम् (महाकाव्य) गजपति नारायण देव : (या पुरुषोत्तम मिश्र) : संगीतनारायण (18) प्रबा संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथ खण्ड/455 For Private and Personal Use Only
SR No.020650
Book TitleSanskrit Vangamay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreedhar Bhaskar Varneakr
PublisherBharatiya Bhasha Parishad
Publication Year1988
Total Pages638
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size30 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy