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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra पेद्दिभट्ट परहितपंडित (15) पोटभट्ट प्रतापरुद्र (13-14 ) बसवराज (16) बुलुसु अप्पण शाखी (20) बेलं कोण्ड रामराय (19) (शताधिक ग्रंथों के कर्ता) बेल्लालसदाशिव शास्त्री (19) बोम्मनकंटि अप्पयार्य (14) बंडास लक्ष्मीनारायण (15) भट्टभास्कर (14) भोजी दीक्षित (17) (वाराणसी निवासी) भागवतुल हरिशास्त्री (16) भास्कर (13) भास्कराचार्य (12) भोगनाथ मधुरवाणी (14) मल्लादि लक्ष्मणसूरि (19) मल्लादिसूर्यनारायण शास्त्री (20) मल्लिनाथ सुरि (14) मादनायक माधवमंत्री : : : : : : : : : .... ...... : : : सूक्तित्वारिधि परहितसंहिता (वैद्यक) प्रसंगरत्नावली अमरूशतकटीका बसवरानीयम् (आयुर्वेद) शांकराशांकरतत्त्वबोधिनी (भगवद्गीता की व्याख्या) सुबोधिनी (सिद्धान्तमुक्तावली व्याख्या) शांकराशांकरभाष्यम् (ब्रह्मसूत्रभाष्य), शरद्रात्रि (सिद्धान्तकौमुदी की www.kobatirth.org व्याख्या) इ. अमासोमव्रत (धर्मशाख) नामलिंगानुशासनम् ( अमरकोश की व्याख्या) संगीतसूर्योदय नमक- चमकव्याख्या (कृष्णयजुर्वेदीय) सिद्धान्तकौमुदी वाक्यार्थचन्द्रिका (परिभाषेन्दुशेखर की व्याख्या) उन्मत्तराघवम् सिद्धान्तशिरोमणि, लीलावती (गणितशास्त्र) रामोल्लास रामायणसार मन्दरम् (साहित्यरत्नाकर की व्याख्या) संस्कृतसाहित्येतिहास पंचमहाकाव्य, मेघदूत, भट्टिकाव्य की व्याख्याएं। तरला (एकावली नामक अलंकारशास्त्रीय ग्रंथ की व्याख्या) वैश्यवंशसुधाकर (धर्मशास्त्र) : राघवीयम् (रामायण की टीका) : सूतसंहिता की व्याख्या उपनिषदों के भाष्य । 454, संस्कृत वाङ्मय कोश ग्रंथ खण्ड माधवाचार्य मामिडि संगण मिध्ववर्मा जनाश्रय मेडेपल्लि वेंकटरणाचार्य (20) यज्ञनारायण रघुनाथभूपति (12) रविपति त्रिपुरांतक (14) रामकृष्णकवि (20) रामामात्य (16) रायस अहोबलमंत्री लोल लक्ष्मीधर (15) वल्लभाचार्य (15-16) वाराणसी धर्मसूरि (14-15) विठ्ठल सोमनाथ दीक्षित विद्यारण्य विद्यानाथ (13) विरूपाक्ष. Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir : जीवन्मुक्तिविवेक, For Private and Personal Use Only धातुवृत्ति, एकाक्षररत्नमाला : सोमसिद्धान्त की टीका (ज्योतिष) : जनाक्षयी छन्देविचिति । : गीर्वाण शठकोपसहस्रम् प्रेमामृतम् । मथुरामाहात्म्यम् । वामन भट्टबाण ( 15 ) : वेमभूपालचरितम् (गद्यकाव्य), नलाभ्युदयम् रघुनाथचरितम्, पार्वती परिणयम्, हंससंदेशम् बृहत्कथामंजरी, कलकलेखा (नाटिका) । (अनुवाद)। : प्रभामंडल (शास्त्र दीपिका की टीका, अलंकारराघव, अलंकारसूर्योदय। संगीतसुधा : प्रेमाभिरामम् (रूपक) भरतकोश : स्वरमेलकलानिधि | : कुवलयविलास नाटक : सौंदर्यलहरी की व्याख्या । : ब्रह्मसूत्रभाष्यम् : बालभागवतम्, कंसवधनाटकम्, हंससन्देशम्, नरकासुरविजयम् साहित्यरत्नाकर : शास्त्रदीपिका की टीका, मयूखमालिका (सोमनाथीयम्) : अनुभूतिप्रकाशिका, पंचदशी, संगीतसार। : प्रतापरुद्र- यशोभूषणम् (सा.शा.) : उन्मत्तराघवम् (नाटक) नारायणीविलासम् (नाटक) सौगन्धिकाहरणम् (नाटक) । विश्वनाथकवि ( 14 ) विश्वेश्वर कवि ( 14 ) : चमत्कारचन्द्रिका (सा.शा.) वीरमल्ल देडिक ( 14 ) वीरराघवाचार्य ( 14 ) : नाट्यशेखर वीराघवीय (भागवत की व्याख्या)
SR No.020650
Book TitleSanskrit Vangamay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreedhar Bhaskar Varneakr
PublisherBharatiya Bhasha Parishad
Publication Year1988
Total Pages638
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size30 MB
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