________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
www.kobatirth.org
वेदांगज्योतिष से मेल खाते हैं। सेतुराजविजयम् - माध्व सम्प्रदायी आचार्य का चरित्र । स्तौद शाखा- (अथर्ववेद की अज्ञात शाखा)- अथर्व परिशिष्ट 23-4 में इस शाखा का निर्देश है। इसके अतिरिक्त इस शाखा के विषय में कुछ भी ज्ञात नहीं है। स्वरचिन्तामणि - विषय- संगीतशास्त्र । स्वरतालादिलक्षणम् -
हनुमदवदानचम्पू - हंसदूतम् - विषय- नीतितत्त्वोपदेश। हास्यचूडामणि - (प्रहसन)- इस प्रहसन में कपटकेली नामक वेश्या के घर में चोरी हो जाने से वेश्या का ज्ञानराशि नामक पाखण्डी ज्योतिषाचार्य के पास जाना तथा ज्ञानराशि का वेश्या की पुत्री पर कामासक्त हो जाने के वर्णन द्वारा ढोंगी आचार्यों के पाखंड पर व्यंग किया गया है।
436/ संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथ खण्ड
For Private and Personal Use Only