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संस्कृत - तेलगु में प्रकाशित इस मासिक पत्र में वैज्ञानिक और दार्शनिक निबंधों का प्रकाशन किया जाता था।
सकलागमसारसंग्रह श्लोक- 16001
सकलाधिकार- ले. अगस्त्य । विषय- वास्तुशास्त्र । सच्चरितपरित्राणम् ले. वीरराघव । गोत्र- वाघुल। विषयवैष्णवों के कर्तव्य स्मृतिरलाकर का उल्लेख हुआ है। सच्चरितरक्षा - ले. -रामानुजाचार्य। इस पर सच्चरितसारदीपिका, नामक टीका लेखक ने लिखी है। इस ग्रंथ में शंखचक्रधारण, ऊर्ध्वपुधारण और भगवदभवेदितोपयोग नामक 3 प्रकरण है। सच्चरितसुधानिधि - ले. वीरराघव । ( नैधृव ) । सच्चिन्निर्णय ले. प्रज्ञाचक्षु गुलाबराव महाराज । विदर्भनिवासी । लक्ष्मण माणिक्य ( ई. 17वीं शती) द्वारा
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सत्काव्य- रत्नाकर संकलित काव्य । सत्काव्य-रत्नाकर ले-गोविन्ददास ई. 17 वीं शती सत्क्रियासारदीपिका ले. गोपाल भट्ट । वैष्णों के लिए आचारधर्म । लेखक ने हरिभक्तिविलास भी लिखा है। समय1500-1565 ई.
सत्तर्करत्नाकर ले. - अद्वदयानन्दनाथ । पिता - कृष्ण । विषयकालरात्रि की पूजा का विधान । सत्यचरितम् (नाटक) ले पं. सुदर्शनपति । - सत्यधर्मशास्त्रम् मार्कलिखित सुसंवाद: अर्थतो येशुख्रिस्तीयचरितदर्पणम्- बैप्टिस्ट मिशन मुद्रणालय कलकत्ता द्वारा सन 1884 में प्रकाशित । सत्यध्यानविजयम् ले केशव श्रीनिवास पुत्र 5 सर्ग श्लोक 290 | सत्यध्यान मुनि का चरित्र । धारवाड से मनोरंजन प्रकाशन समिति द्वारा प्रकाशित ग्रंथ में कवि के भाई द्वारा टीका, सत्यध्यानाष्टक स्तोत्र तथा संस्कृतसभा, कुम्भकोणम् इतिवृत्त भी प्रकाशित है।
सत्यनाथ - विलासितम् - ले. श्रीनिवास। इस काव्य में माध्व सम्प्रदायी, द्वैतसिद्धान्ती सत्यनाथतीर्थ का चरित्र वर्णित है। चरित्रनायक ई. 1674 में दिवंगत हुए।
सत्यनाथाभ्युदयम् ले. शेषाचार्य। पिता- संकर्षण। विषयमाध्वसम्प्रदायी, द्वैतसिद्धान्ती सत्यनाथतीर्थ का चरित्र । चरित्रनायक ई. 1674 में दिवंगत हुए। सत्यनिधिविलासम्ले. श्रीनिवास विषय- माध्य आचार्य सत्यनाथतीर्थ का चरित्र । सत्यपराक्रम (निबन्ध) ले. के. आर. विश्वनाथशास्त्री । सत्यबोधविजयम्ले कृष्णकवि माध्य आचार्य सत्यनाथतीर्थ का चरित्र ।
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सत्यभामा-कृष्णसंवाद ले. धोयी । ई. 12 वीं शती। सत्यभामा - परिग्रहम् ( काव्य ) ले. हेमचन्द्र राय जन्म
388 / संस्कृत वाङ्मय कोश ग्रंथ खण्ड
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1882 I
सत्यभामापरिणय ले. - स्फुलिङ्ग । इ. 16 वीं शती। पांच अंकों में कृष्ण-सत्यभामा के विवाह का कथानक निबद्ध । (2) ले.- रामाचार्य। (3) (रूपक)- ले. शेषकृष्ण । ई. 16 वीं शती ।
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सत्यभामाविलासचम्पू ले शेषण ई, 16 वीं शती सत्यव्यसनकथा ले. सोमकीर्ति जैनाचार्य। ई. 16 वीं शती । सत्यशासनपरीक्षा ले. विद्यानन्द जैनाचार्य ई. 8-9 वीं शती । सत्सन्दोहिनी ले. विद्याधरशास्त्री सत्यसन्धचरितचम्पू ले. कल्पल्ली।
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सत्याग्रहकथा ले. सी. पांडुरंगशास्त्री ।
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सत्यानुभव- ले. म.म. कालीपद तर्काचार्य (1888-1972)।
काव्य ।
शती ।
सत्यापीड ले. भारतचंद्र राय । ई. 18 वीं सत्यारोहणम् ले श्रीमाता (पाण्डिचेरी) 1958 में अनुवादरूप में प्रकाशित । पात्र - लोकोपकारी, दुःखान्तवादी, शिल्पी, प्रणयी, यति इ । अन्त में सभी सत्यारोहण में सफल होते हैं।
अरविन्दाश्रम से अंकसंख्या सात ।
सत्यार्थप्रकाश ले. - स्वामी दयानन्द सरस्वती, आर्यसामज के संस्थापक आर्यसमाज के अनुयायियों का प्रमाणभूत ग्रंथ मूल हिंदी भाषा में ।
सत्याषाढसूत्रविषयसूची ले. केवलानंद सरस्वती ई. 19-20 वीं शती वाई (महाराष्ट्र) के निवासी।
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सत्यदीपक- ले. ब्रह्मदेव जैनाचार्य इ. 12 वीं शती । सत्संगविजयम् (प्रतीक नाटक) ले वैद्यनाथ ई. 19 वीं शती । नायिका कीर्ति । प्रतिनायक दुःसंग । अन्य पात्र - व्यभिचार, कुमति, पिशुन, समय, प्रकाश, मिथ्याभिशाप, विद्या, प्रतिष्ठा, सत्य, अविचार, आर्जव तत्वविचार आदि अंक पांच पाखण्डियों तथा गुर्जर प्रदेश में प्रचलित नारायणीय सम्प्रदाय की निन्दा इस नाटक का विषय हैं। सत्सम्प्रदायप्रदीपिका (या सम्प्रदायप्रदीप) ले गदाधर । विषय- प्रमुख वैष्णव आचार्यो का परिचय । सत्स्तुतिकुसुमांजलि ले. पं. कृष्णप्रसाद शर्मा घिमिरे । काठमांडू (नेपाल) के निवासी । कविरत्न तथा विद्यावारिधि इन उपाधियों से विभूषित। कृष्णचरितामृत महाकाव्य आदि 12 ग्रंथों के लेखक । सत्स्मृतिसार ले जानकीराम सार्वभौम विषय तिथि, प्रायश्चित्त इत्यादि ।
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सदर्पकन्दर्पम् ले भवानन्द ठकुर
सदाचारक्रम- ले. रमापति। सदाचारनिर्णय ले.- अनन्तभट्ट ।
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