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परिशिष्ट-क ऋग्वेद के मंत्रद्रष्टा ऋषि
प्रथम मण्डल
सूक्त
-22 -25, 26 -27 (कुछ मंत्र) - 27 (कुछ मंत्र) -28
-1 से 10 - 12 से 23 - 51 से 57 - 74 से 93
-29 -30
मधुच्छन्दा मेधातिथि सव्यआंगिरस गोतम कश्यप कक्षीवान् पज्रिय परुच्छेप दैवदासी दीर्घतमा
- 116 से 126 - 127 से 139 - 140 से 164
-31, 75 -32 - 33, 34 - 35, 36 -37, 38 -42 -45
द्वितीय मंडल
तृतीय मंडल
विश्व सामन आत्रेय वसुसु आत्रेय व्यरुण अश्वमेधभारत विश्ववारा ववी आत्रेय बभ्रु आत्रेय अवस्यु आत्रेय गातु आत्रेय संवरण प्राजापत्य प्रभूवसु आंगिरस अत्रि अत्रिभौम सदापूण आत्रेय प्रतिक्षत्र आत्रेय प्रतिभानु आत्रेय प्रतिप्रभ आत्रेय स्वस्ति आत्रेय श्यावाश्व श्रुतविद् आत्रेय अर्चनानस आत्रेय उरुचक्रि आत्रेय बाहुवृक्त आत्रेय पौर आत्रेय पायु भारद्वाज अत्रि सप्तवध्रि आत्रेय वसु भारद्वाज श्यावाश्व
-46
-48
-49
-33
द्रष्टा
सूक्त गायी
-19 से 22 देवश्रवा देववात
-23 कुशिक प्रजापतिवाच्य
-38,54,55,56 विश्वामित्र
- अवशिष्ट संपूर्ण मंडल (इसी मंडल के 62 वे सूक्त में 10 वा है प्रख्यात गायत्री मंत्र)
-50,51 -52 से 61 -62 -64 -69 -71, 72 -73,74 -75 -76, 77 -78 -80 से 82 -81 से 83
चतुर्थ मण्डल
सूक्त
द्रष्टा त्रसदस्यु दौर्गह पुरुमीळ्ह सौहोत्र वामदेव
-38 -43, 44 - अवशिष्ट संपूर्ण मंडल
षष्ठ मण्डल
पंचम मण्डल
-सूक्त -15
बुध आत्रेय वसुश्रुत आत्रेय गय आत्रेय सुतंभर आत्रेय पुरु आत्रेय प्रयस्वन आत्रेय
-1 -3 से 6 -9, 10 -11 से 14 -16, 17 -20
द्रष्टा वीतहव्य आंगिरस सुहोत्र शुनहोत्र भारद्वाज शंयु बार्हस्पत्य गर्ग भारद्वाज ऋजिश्वा
-31,32 -33,34 -44, 45, 46, 48 -47 -49 से 52
संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथकार खण्ड / 513
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