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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra 272 www.kobatirth.org जो अत्थि णाण-संजुतो, दंसण- पुण्ण सासओ। चिअ - चेउ चिदानंदो विसुद्धप्पा वि जाणगो ।। • समन्तात् अतति वर्तते यः स आत्मा । • आ समन्तात् अतति वर्तते यः स आत्मा अप्प ति उवजोग संजुओ। the individual sold. आत्माङ्गुलम्, अप्यंगुलं, नपुं० अंगुल प्रमाण, a measure, • जो जिस समय में अपने अंगुल का आधार होता था, वह आत्माङ्गल कहलाता है। • आयंगलं मुणेयव्वं, जे जया मणुजा हवे । सिं तया हि अंगुल्लं पमाण-भूअ - सया गणे ।। आत्मार्थ, अप्पत्थ वि० निजार्थ, • अपने प्रयोजन रूप, self cause. आत्माधिपः, अप्पाहिवो, पुं० राजा, नृपति, नरपति, king. आत्माधीन, अप्पाहीण / अताहीण, वि० स्वाधीन, अपने आप पर आश्रित, self controlling. • परवश न होना, without any controlling. आत्मानुभवः, अप्पाणुहवो / अताणुहवो, पुं० स्वानुभूति, • आत्मा के द्वारा जानना, self knowing, knowing with soul, • आत्मवत् जानना। आत्मानुभूतिः, अप्पाणुहूह, स्त्री० आत्मज्ञान soul knowledge. , आत्मानुसन्धानम्, अप्पाणुसंधाण, नपुं० आत्मा परिचय, • स्व स्वरूप का प्रतिपादन, knowing of soul. आत्मानुशासनम्, अप्पाणुसासणं, नपुं० आचार्य गुण भद्र की एक रचना, संस्कृत में निबद्ध a text, who wrote of Guna bhadra. आत्मादरयुत, अप्पायर जुअ, वि० आत्म-सम्मान > सहित अपने आदर से पूर्ण, respect with self full respect without self. आत्मापराधः, अप्पावराहो, पुं० अपने अवगुण, निज दोष, self fault. आत्माबन्धः, अप्पाबंधो, पुं० अबंध आत्मा, full karmless soul, सिद्धात्मा आत्माबोध, अप्पाबोहो, पुं० आत्म प्रतीति न होना, being no soul nature. Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कृत - प्राकृत - हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश आत्मामोदः, अप्पामोओ, पुं० आत्मानंद, आत्मानुभूति, knowing of soul. आत्मिक, अप्पिंग/अत्तिग, वि० आत्म संबंधी, स्वकीय, related of soul. आत्मिकगतिः, अप्पिगगइ, स्त्री० स्वकीय अवस्था, self conduct. आत्मिक सुखम् अपिग सुहं, नपुं० आत्म संबंधी सुख, स्वकीय हर्षानुभूति, related soul happiness. • आत्मीय, अप्पिज्ज/अतिअ, वि० आत्म संबंधी, स्वकीय, • अपनी, related with soul. आत्मीय कर्मन् अपिज्ज-कम्मं, नपुं० स्वकीय कर्म, • आत्म संबंधी कार्य, self karmas, a work of internal. आत्मीय गुणम् अपिज्जगुणं, नपुं० निजात्मक गुण, • आत्मा संबंधी गुण, internal action. आत्मीय घोषः, अप्पिज्ज घोसो, पुं० स्व स्वभाव जन्य ध्वनि, आत्म संबंधी प्रतीति, self sound, going of soul. आत्मीयज्योतिः, अप्पिज्ज- जोइ, स्त्री० स्वकीय प्रकाश, • अपनी कान्ति, self light, self bright. आत्मीय-ध्यानम्, अप्पिज्ज झाणं, नपुं० अपने गुणों का ध्यान, • आत्मा के स्वरूप का चिंतन, being self knowledge, thought of soul. For Private and Personal Use Only आत्मीय नीति:, अप्पिज्जणी, स्त्री० निर्णायात्मक पद्धति, • उचित रीति, great act. आत्मीय-पदम्, अप्पिज्ज-पदं, नपुं० स्वकीय पद, अपने लोगों को पद, self place. आत्मीय-भाव:, अपिज्ज भावो, पुं० अपने आप का भाव, self nature. आत्मीय मोदः, अप्पिज्ज मोओ, पुं० अपने लोगों का आनंद, happiness of self person. आत्मीय शक्ति, अप्पिज्जसत्ति, स्त्री० अपने समूह की शक्ति, power of self heap. आत्मीय संयमः, अपिज्ज-संजमो, पुं० अपने आप को नियंत्रित करना, controlling of self soul.
SR No.020644
Book TitleSanskrit Prakrit Hindi Evam English Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2011
Total Pages611
LanguageSanskrit, Hindi, Prakrit, English
ClassificationDictionary
File Size17 MB
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