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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 180 संस्कृत-प्राकृत-हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश अयसशस्त्रम्, अयससत्थं, नपुं० लोह शास्त्र । लोहे से बना हुआ शस्त्र । maded with iron weapon. अयस् शूलः, अयससूलो, पुं० त्रिशूल, लोहे के काटे। iron-cross, iron-nail. अ-याचित, अआचि/अयाइअ, वि० अप्रार्थित, . बिना मांगे हुए। unparied, unbegged. अयाज्य, अयज्ज, वि० त्याज्य, बहिष्कृत। out cost degraded not fit for sacricial oferings. अयात, अजाउ, वि० नहीं प्राप्त हुआ। नहीं गया। __not gone. अयार्थिक, अजत्थिग, वि० विरुद्ध विरोधी। to be abundoned, to be removed. अयानम्, अजाणं, नपुं० स्वभाव, गति का अभाव। यान का अभाव। वाहन रहित, ठहरना, स्थिर होना। not going, having nothing to ride, being stay. अयानयः, अजाणओ, पुं० ग्राम ! village. अयास्, अआ/अउ, पुं० वह्नि, अग्नि। fire. अयि!, अइ, अव्य० प्रेम पूर्वक बुलाना, ओह, ए, अरे, ई। used with the vocative, • यह अव्यय निवेदन, प्रार्थना, विनय, निमंत्रण, आमंत्रण में प्रयुक्त होता है। • प्रोत्साहन, प्रेम, आसक्ति, आलिंगन, चेतस् भाव, एवं पृच्छा में भी अयि/अइ का प्रयोग किया जाता है। • प्रश्न के योग में भी यह प्रयुक्त होता है। a fried prithee let us go to the another place of love. अयुक्त, अजुत्त, वि० पृथक्, अलग, भिन्न, विषम। unyoked, unconnected, unattached. अयुक्तिः , अजुत्ति, स्त्री० उपाय न होना, समधान न मिलना, न समझ। being no approach, • योग न देना। • बंशी बजाने में उंगली से छिद्र बंद करने की प्रक्रिया होना। • प्रकट न होना। being no open. अयुग, अजुग, वि० पृथक, भिन्न, भेद, विशेष, युग्म का अभाव। separate single, old, uneven part, divide, variety. अयुगपदम्, अजुगपदं, नपुं० क्रम का अभाव। यथाक्रम से न होना। unsuccessively. not all together, gradully. अयुग्म, अजुम्म, वि० एकाकी, अकेला| unyoked, • पृथक्, विषम। युगल रहित। unpair, pairless. single, separte, old, uneven. अयुज्, अजुज, वि० युग्म रहित । pairless, verseless,विषम संख्या युक्त। अविभाजित । unevenful, unequal. अयुत, अजुअ, वि० नहीं मिला हुआ, असंयुक्त, असंबद्ध। पृथक् कृत। not yoked. अयुतम्, अजुअं, नपुं० संख्या विशेष। दश से गुणित हजार। (10 x 1000 = 10, 000), ten x thousand, दस हजार की संख्या। दस-गुणिओ सहस्सं च। अये, अए! अव्य० विषाद, स्मरण, कोष, संभ्रम। expresses, surprise, सम्बोधन वाचक अव्यय - अरे, ओ, ओह, ए। उदीसता खिन्नता, क्रोध, स्मृति आदि में 'अये' का प्रयोग होता है। Ah, Are, Oh, Ae, Painful, thought. अयोगः, अजोगो, पुं० योग रहित। योग का अभाव। असंगति, अंतराल, वियोग व्यवधान, बिछोह। yokeless, unattached, unintent, • अनौचित्य। unseembly, • अजोगो त्ति णिरासवो मोक्ख-लक्खी-समाहिओ। • जो निरास्रव होता है तथा जो मोक्ष लक्ष्मी से युक्त होता है वह अजोग है। who karma's sravaless, so unattached so karma's less, णो जोगो - मण - वय - काओ सो एव जोग - राहेओ अजोगो - अजोगो त्ति संजोगा विप्पमुक्को सुक्कज्झाण सुधारगो। अजोग-केवली, अजोग-केवली, पुं० योगों से रहित केवली। न विद्यते योगो यस्य स भवत्ययोगः केवलमस्यास्तीति केवली अयोगश्चासौ केवली च अयोगकेवली। (धव० 1/192) देखें - जैन लक्षणावली, पृ० 123, मणो जोगो वअजोगो का यजोगो त्ति ण विज्जए जस्स स होइ अजोगो, जो केवलणाणणगुणं पतेइ सो केवली। अजोगो For Private and Personal Use Only
SR No.020644
Book TitleSanskrit Prakrit Hindi Evam English Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2011
Total Pages611
LanguageSanskrit, Hindi, Prakrit, English
ClassificationDictionary
File Size17 MB
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