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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कृत-प्राकृत-हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश 147 अब्धिनगरी-अद्धिणयरी (स्त्री०) द्वारिका पुरी • SİCHT I The capital of krishna. A name of town Lanka अब्रह्म-अबंभ (वि०) मैथुनाभिला ब्रहेच्छुकान वानर। Sexual desired • मैथुनमब्रह्म। Separated from, devbid of Brahmanas. • स्त्री-पुंयोमिथुनभावः। . रति भाव-वाला। • मदनोद्रेव युक्त। • णो बंभो जस्स अबंभो ति मेहुण भावो। Non- celevate अब्रह्म-कर्म-अबंभ-कम्म (वि०) मैथुन कर्म युक्त। रतिकर्म सहित। Sexual desireful अब्रह्म-गत-अबंभगअ (वि०) मैथुनासक्ति युक्त। Sexual desired अब्रह्मचर्य-अबंभरा चरिय (वि०) मैथुन अभिलाषी। अब्रह्मचर्या-अबंभचरिया (स्त्री०) अब्रह्म की परिणति। Love sickful मैथुन की तीव्र अभिलाषा। Uncelebated अब्रह्मत्याग:-अबंभचागो (पु०) मैथुन विरति। . आत्मनिष्ट। Non celevate, soulful अब्रह्म-दानम-अबंभदाणं (नपुं०) मैथुनत्याग। भोगासक्ति का अभाव। Without sexual desired अब्रह्म-पात्र-अबंभपत्त (वि०) ब्रह्मचर्य के अयोग्य। Unfit of Brahmacarya अब्रह्म-भाव:-अबंभ-भावो (पु०) ब्रह्म का अभाव। • मैथुन स्वभाव। • रति भाव, कामवासना। Love sick अब्रह्म-मतिः-अनंभमइ (स्त्री०) काम बुद्धि, मदनेच्छ। Addicted to sexual, gratiction celevateful रति भाव। अब्रह्म-योग:-अबंभ-जोगो (पु०) काम योग। रति का संयोग। Yoking of sexual. अब्रह्म-वर्जनम्-अबंभ-वज्जणं (नपुं०) काम त्याग, रति परित्याग। ब्रह्मचर्य निष्ठ • परस्त्री स्मरण न करना। • स्त्री एवं पुरुष के संयोग को न प्राप्त होना। • स्थूल रति का त्याग। • अणुव्रती श्रावक गृहस्थ में रहते हुए अपनी परिणीता के अतिरिक्त अन्य का स्मरण नहीं करता। • पंचम प्रतिमा धारक, शरीर शृंगार एवं रतिराग से दूर। Non-celevate अभक्ति:-अभत्ति (स्त्री०) अश्रद्धा, अविश्वास,श्रद्धान रहित। • अनाराधना। अर्चन रहित। Not to be respect, worshipless, devotion less अभक्तिजन:-अभत्ति-जणो (पु०) अर्चन विहीन व्यक्ति, अश्रद्धालु Without worshiped अभक्ष्यः-अभक्खो (पु०) अखाद्य पदार्थ। खाने में निषेध वस्तु। न भक्ष्यः अभक्ष्यः भोज्यादि पदार्थ। Not to be eaten अभक्ष्य-वस्तु-अभक्ख, वत्थु (नपुं०) बड़, पीपल, अम्बर, कटहल आदि या जन्तु युक्त फल आदि अभक्ष्य वस्तुएं हैं। Not eated things अभग-अभग (वि०) अभागा, भाग्यहीन। अनाथ। Beneful, unking अभङ्ग-अभंग (वि०) नित्य शाश्वत। प्रवाह युक्त, गतिशील। Constant permanent, gone up, fillful अभज-अभज (वि०) अनर्चनीय, अपूज्य। Unworship अभट-अभड (वि०) दुर्बल, शक्तिहीन। निर्बल, भयजन्य। Poor body, fearful अभद्र-अभद्द (वि०) अधम, नीच। • कुत्सित, दुष्ट । मिथ्यात्वी, कषायजन्य। पापी, घृणित । Baneful, inauspicious, lowest, undermost, a sinful, kasaya ful, worst अभय-अभय (वि०) भय रहित, साहसी।शक्तिशाली। निडर, सुरक्षित। Dangerless अभयः-अभयो (पु०) अभयकुमार। हड़वृक्ष/ 3742465 I A king son, giving fearless अभयम्-अभअं (नपुं०) एक सुगंधित घास। अभयं त्ति पाणसंरक्खा। सव्वेत्तिं जीवाणं सव्वेसिं सत्ताणं सव्वेसि भूआणं सव्वेसिं पाणाणं पाण रक्खणं अभअंति। A grass अभयंकर-अभयंयर (वि०) भय रहित। अभयकुमार:-अभय-कुमारो (पु०) राजा श्रेणिक का पुत्र, राज्ञी ब्राह्मणी का सपूत। यथा नाम तथा For Private and Personal Use Only
SR No.020644
Book TitleSanskrit Prakrit Hindi Evam English Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2011
Total Pages611
LanguageSanskrit, Hindi, Prakrit, English
ClassificationDictionary
File Size17 MB
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