________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विहंगः [ विहायसा गच्छति -गम्+खच, मम् ] 1. पक्षी। खेल, मनोबिनोद, मनोरञ्जन, आमोद-प्रमोद, -रघु० 1151, मनु० 9 / 55 2. बादल 3. बाण विलास-विहारशैलानुगतेव नागैः - रघु० 16 / 26, 4. सूर्य 5. चन्द्रमा / सम० - इन्द्रः,-श्विरः,--राजः 76, 5 / 41, 9168, 13 // 38, 19637 4. पग गरुड़ के विशेषण। रखना, कदम बढ़ांना,-दरमन्थरचरणविहारम-गीत. विहंगमः [ विहायसा गच्छति-गम् +खच, मुम, विहा- 11, कि० 4115 5. वाटिका, उद्यान, विशेषतः देशः] पक्षी - (गृह दीपिकाः) मदकलोलकलोलविहं- प्रमोदवन 6. कन्धा 7. जैनमन्दिर या बौडमन्दिर, गमा:--रघु० 9 / 37, मनु० 1939, हि० 1137 / मठ, आश्रम या संघाराम 8. मन्दिर 9. वागिमित्रय विहंगमा, विहंगिका [ विहंगम+टाप, विहंग+ कन्+ का बृहद् विस्तार / सम०--गृहम् प्रमोदभवन, टाप, इत्वम् ] विहंगी, वह बांस जिसके दोनों सिरों -- दासी संन्यासिनी, भिक्षुणी। पर बोझ बांध कर लटका दिया जाता है। विहारिका [ विहार-+- कन्+-टाप, इत्वम् ] बौद्धमठ / विहत (भू० क० कृ०) [वि+हन्+क्त ] 1. पूरी तरह | बिहारिन् (वि०) / विहार+इनि ] मनोविनोदी या आहत, वध किया गया 2. चोट पहुंचाई गई 3. अव- दिलबहलावा करने वाला - मृगयाविहारिण:-०१। रुद्ध, विरोध किया गया, मुकाबला किया गया। विहित (भू० क० कृ०) [वि+या+क्त ] 1. किया विहतिः [वि+हन्+क्तिच् मित्र, साथी, - (स्त्री०) / हुआ, अनुष्ठित, कृत, बनाया हुआ 2. क्रमबद्ध किया 1. हत्या करना, प्रहार करना 2. असफलता 3. परा- हुआ, स्थिर किया हुआ, सुव्यवस्थित, नियोजित, जय, हार / निर्धारित 3. आदिष्ट, विधान किया हुआ, समादिष्ट विहननम् [वि+हन्+ल्युट् ] 1. हत्या करना, प्रहार 4. निर्मित, संरचित 5. रक्खा हुआ, जमा किया हुबा, करना 2. चोट, क्षति 3. अवरोध, रुकावट, अड़चन 6. सुसज्जित, सम्पन्न 7.किये जाने के योग्य 4. रुई धुनने की धुनकी।। 8. वितरित, बांटा गया (दे० वि पूर्वक पा),-सम् विहरः [विह+अप् ] 1. अपहरण करना, हटना आदेश, आज्ञा। 2. वियोग, बिछोह / विहितिः (स्त्री०) [वि+घा+क्तिन् ] 1. अनुष्ठान, विहरणम् [बि+ह+ ल्युट | 1. दूर करना, अपहरण | क्रिया, कर्म 2. व्यवस्था / करना 2. सैर करना, हवाखोरी, इधर उधर टहलना | विहीन (भू० क. कृ.) [वि+हा+क्त] 1. छोड़ा 3.आमोद-प्रमोद, मनोरञ्जन / / गया, परित्यक्त, त्यागा गया 2. शून्य, रहित, वञ्चित विहर्त पुं) [वि+है+तच ] 1. भ्रमणशील 2. लुटेरा। (प्रायः समास में)-विद्याविहीनः पशुः --भत० 220 विहर्षः [विशिष्टो हर्षः - प्रा० स०] बहुत अधिक 3. अधम, नीच, कमीना। सम-जाति -योनि प्रसन्नता, उल्लास / (वि०) नीच घर में उत्पन्न, नीच कुल में पैदा हुआ। विहसनम् विहसितम् विहासः [वि+हस्+ल्युट्, क्त | विहत (भू० क० कृ०) [वि+ह+क्त ] 1. क्रीडा की, घा बा] मन्द हंसी, मुस्कान / 'खेला हुआ 2. फुलाया हुआ, तम् स्त्रियों द्वारा प्रेम विहस्त (वि०) [विगतः हस्तो यस्य - प्रा० ब०] | प्रदर्शित करने की दस रीतियों में से एक ...दे.सा. 1. हस्तरहित 2. घबराया हुआ, व्याकुल, पराभूत, द०१२५, 146, (इस अर्थ में 'विकृत' भी लिखा शक्तिहीन किया हुआ,-मा० 1, रघु० 5 / 59 जाता है)। 3. अशक्त (उपयुक्त कार्य करने के लिए) अक्षम, विहतिः (स्त्री०) [वि+ह+क्तिन् ] 1. हटाना, दर ---- रुजा विहस्तचरणम् मालवि० 4 4. विद्वान, करना 2. क्रीडा, मनो विनोद, विहार 3. प्रसार, बुद्धिमान् / / विहेठकः [वि+हेट +ण्वुल ] क्षति पहुंचाने वाला / बिहा (अव्य०) [ वि+हा+आ, नि०] स्वर्ग, वैकुण्ठ। विहेठनम् [वि+हे+ल्युट ] 1. क्षति पहुँचाना, पायक बिहापित. (भू० क० कृ०) [वि+हा+णिच+क्त, करना 2. मसलना, पीसना 3. कष्ट देना 4. पीग, पुकागमः] 1. परित्यक्त कराया गया 2 तोड़ मरोड़ दुःख, सताना कर निकाला गया, छुड़ाया गया, तम भेंट, दान / | विहल (वि.) [वि+ह वल+अच् ] 1. विक्षुग्ध, विहायस् (पुं० न०) [वि+हय् + असुन्, नि० वृद्धि ], | अशान्त, व्याकुल, घबराया हुआ रषु० 8 / 37 आकाश, अन्तरिक्ष कि० 16143, (पुं) पक्षी | 2. डरा हुआ, संत्रस्त 3. उन्मत्त, आपे से बाहर --- 0 3 / 99 / 4. कष्टग्रस्त, दुःखी-कु. 414 5. विषादपूर्ण 6. गला विहायस दे० 'विहायस्'। हआ, पिघला हुआ। बिहारः[वि.हि +धा ] 1. हटाना, दूर करना 2. सरवी (अदा० पर० देति-शास्त्रीय साहित्य में विरल प्रयोग) सपाटा, हवाखोरी, भ्रमण, सर करना 3. क्रीडा, I 1. जाना, हिलना-जुलना 2. पहुंचना 3. व्याप्त होना For Private and Personal Use Only