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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 912 ) श२७, (ङ) कभी-कभी केवल पादपूर्ति के लिए ही एक भेद-दे० काव्या० २।४३,-आलापः वार्तालाप, प्रयुक्त होता है 3. जब 'वा' की पुनरुक्ति की जाती बातचीत, प्रवचन,---खंडनम किसी उक्ति या तर्क का है तो इसका अर्थ होताई या-या-सा वा शंभोस्त- निराकरण,-पदीयम् भर्तृहरि द्वारा रचित एक पुस्तक दीया वा मूतिर्जलमयी मम-कु० 260, तदत्र का नाम,-पद्धतिः (स्त्री०) वाक्य बनाने की रीति, परिश्रमानुरोधाता उदात्तकथावस्तुगौरवाद्वा नवनाटक- वाक्यविन्यास, लेखनशैली,-प्रबंधः 1. पुस्तक, संबद्ध दर्शनकुतूहलाद्वा भवद्भिरवधानं दीयमानं प्रार्थये- रचना 2. वाक्य प्रवाह, ---प्रयोगः वक्तता को काम में विक्रम०१, (अथवा या, कुछ-कुछ, अन्यथा--दे० लाना, भाषा का उपयोग,--भेदः भिन्न उक्ति, विभिन्न 'अथ' के नीचे, न या नहीं, न तो, न, यदि वा अगर, वक्तव्य मुद्रा० 2, -रचना, विन्यासः वाक्य में अन्यथा, किं वा कि, क्या, आया कि आदि / शब्दों का कम, शब्द योजना, वाक्यरचनाविचार, वा (भ्वा० अदा० पर० बाति, वात या वान) 1. हवा का शेषः 1. किसी बात का अवशिष्ट भाग, पूरा न चलना - वाता वाता दिशि दिशि न वा सप्तधा किया गया या अपूर्ण वाक्य - सदोषावकाश इव ते सप्तभिन्ना--वेणी० 316, दिशः प्रसेदुर्मरुतो ववुः सुखाः वाक्य शेषः - विक्रम० 3 2. न्यून पद वाक्य। - रघु० 3 / 14, मेघ० 42, भट्टि० 7.1, 8161 वागरः [वाचा इयति गच्छति, वाच+ऋ---अच] 1. ऋषि, 2. जाना, हिलना-जुलना 3. प्रहार करना, चोट मनि, पुण्यात्मा 2. विद्वान् ब्राह्मण, विद्यार्थी 3. शूर, पहंचाना, क्षतिग्रस्त करना-प्रेर० (वापयति-ते) ! वीर, सूरमा 4. सान, सिल्ली 5. बाधा, रुकावट 1. हवा चलवाना 2. वाजयति -ते-- डुलना, आ-, : 6. निश्चिति 7. बड़वानल 8. भेडिया। हवा का चलना-बद्धां बद्धां भित्तिशंकाममुष्मिन्नावा- बागा (स्त्री०) लगाम / नावान्मातरिश्वा निहन्ति--कि० 5 / 36, भट्टि० वागुरा [वा हिंसने उरच गन् च ] खटकेदार पिंजड़ा, 14 / 97, निस्-, 1. खिलना 2. ठंडा होना, शान्त / जाल, पाश, फन्दा, जालीदार फ़न्दा--को वा दुर्जनहोना, (आलं० से भी) वपूर्जलाषिवन निर्ववो वागुरासु पतितः क्षेमेण यातः पुमान—पंच०१।१४६ / ---शि० 1165, त्वयि दृष्ट एव तस्या निर्वाति मनो सम... वृत्तिः जंगली जानवरों को पकड़ कर प्राप्त मनोभवज्वलिते सुभा० 3. फूक मारला, बझना, तिष्प्रभ होने वाली आजीविका (-त्तिः) बहेलिया, शिकारी। होना-निर्वाणदीपे किम तेल दानम, निर्वाणभूयिष्ठ- वागरिकः / कगरा-ठक ] बहेलिया, शिकारी, हरिण मयास्य वीर्य संधुक्षयंतीय यपूर्गुणेन कु०३१५२, शि० पकड़ने वाला ..रघु० 9 / 53 / 14185, (प्रर०) 1. फूंक मारना, बुझाना 2. शांत वाग्मिन (वि.) वाच अस्त्यर्थे मिनिः चस्यः | करना, गर्मी दूर करना, शीतल करना-रत्न० 3 / 11, 1. वाक्पटु, वाक्चतुर 2 बातूनी 3. शब्दाडम्बरपूर्ण, रघु० 19 / 56 3. रिझाना, सान्त्वना देना, आराम शब्दसंक्रान्त पुं० 1. प्रवक्ता सुवक्ता-अनिर्लोडितपहुँचाना -रघु० 12163, प्र-, वि.., हवा का कार्यस्य वाग्जाल वाग्भिनो वृथा--शि० 2 / 27, 109, चलना-वायुविवाति हुदाति हरबराणाम् --ऋतु ! कि० 1416, पंच० 4 / 86 2 वृहस्पति का नाम / 6 / 23 / वाग्य (वि.) [वाचं यच्छति-यम-1-31 1. कम बोलने वांश (वि.) (स्त्री० शी) वंश-अण्] वांस का बना वाला, मितभाषी 2. सत्य बोलने वाला, ग्यः विनय, हुआ, शी वंसलोचन / नम्रता। वांशिकः [वंश+ठक्] 1. बांस काटने वाला 2. बांसूरी | बांकः (पुं०) समुद्र / बजाने वाला, बाँसुरिया / वाक्ष (भ्वा० पर० वांक्षति) अभिलाषा करना, इच्छा वाकम् [वक+अण्] सारसों का समूह या उड़ान / करना। वाकूल दे० 'बाकुल' / वाङ्मय (वि.) (स्त्री०-यी) [ वाच+-मयट | 1. शब्दों वाक्यम् [वच्+ण्यत्, चस्य कः] 1. वक्तता, वचन, से युक्त रघु० 3 / 282. वाणी या वचनों से संबन्ध वक्तव्य, उक्ति, कथन -शृणु मे वाक्यम् 'मेरे वचन रखने वाला --मनु० 1216, भग० 17115 3. वाणी सुनो', वाक्ये न संतिष्टते 'आज्ञा पालन नहीं करता है। से युक्त 4. वाक्पटु, अलंकारपूर्ण, वाग्विदग्ध,---बम -शि० 2 / 24 2. बात, उपवाक्य (किसी विचार 1. वाणी, भाषा-म्यरस्तजन्भगलतिरेभिर्दशभिरक्षरः का पूर्णोच्चारण)वाक्यं स्याद्योग्यताकांक्षासत्तियक्तः समस्तं वाङ्मयं व्याप्तं त्रैलोक्यमिव विष्णुना-छन्द० पदोच्चयः-सा० द. 6, श्रोत्यार्थी च भवेद्वाक्ये 1, कु० 7190, शि० 272 2. वाग्मिता 3. आलं. समासे तद्धिते तथा-काव्य 10 3. तर्क, अनुमान __ कारिक,- -यी सरस्वती देवी। (तर्क में) 4. विधि, नियम, सूत्र / सम०-अर्थः वाच (स्त्री०) [वच-+क्विप् दीर्घोऽसंप्रसारणं च] वाक्य का अर्थ, उपमा दण्डी के अनुसार उपमा का! 1 वचन, शब्द, पदावली (विप० अर्थ) वागविव For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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