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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अपोहः [ अप !-वह । ध] 1. हटाना, दूर करना, विरो-1 (विप० धृष्ट)---घृष्टः पार्वे वसति नियतं दूरतश्चा पण 2. तर्क शक्ति के प्रयोग द्वारा शङ्कानिवारण 3. प्रगल्भ:-हि०२।२६ । तर्क देना, युक्ति देना 4. निषेधात्मक तर्कना (विप० अप्रगुण (वि०) [न० ब०] विस्मित, व्याकुल । ऊहः अगरतर्कनिरासाय कृतो विपरीतस्तर्कः), स्वय- | अप्रज (वि.) [न० ब०] 1. निस्संतान, संतान रहित 2. महापोहासमर्थ:-महाभा०, ऊहापोहमिमं सरोजनयना । | अजात 3. जहाँ बस्ती न हो, बिना बसा।। यावद्विधत्तेतराम्-भामि० २०७४, अतः ऊहापोह = | अप्रजस् ) (वि.) [न० ब०] संतान रहित, जिसके कोई किसी प्रश्न से संबद्ध पूर्ण चर्चा 5. प्रसंगानुकूल वर्ग के | अप्रजात बच्चा या संतान न हो-अतीतायामप्रजसि अन्दर न आने वाली बातों को विचार-कोटि से निकाल बांधवास्तदवाप्नुयुः-याज्ञ० २११४४,-ता निस्संतान देना; --तद्वानपोहो वा शब्दार्थः (यहाँ माहेश्वर 'अपोह' स्त्री, बांझ स्त्री। का अर्थ 'अतद्वयावृत्तिः' अर्थात् 'तद्भिग्नत्यागः' करते हैं)। | अप्रतिकर्मन् (वि.) [न० ब०] 1. अनुपम कार्य करने अपोहनम् [अप+बह --ल्युट ] 1. हटाना=अपोह, 2. | वाला, 2. अनिवार्य । तर्कशक्ति-मतः स्मृतिनिमपोहनं च-भग०१५।१५। । अप्रति (ती) कार (वि०) [न०ब०] लाइलाज, असहाय । अपोहनीय) (वि०) [अप+वह+अनीयर, ण्यत् वा] अप्रतिघ (वि.) [नव.] 1. जिसे हराया न जा सके, अपोह्य दूर हटाने या ले जाने के योग्य, प्रायश्चित्त | अजेय 2. जिसे रोका न जा सके 3. अक्रुद्ध । (पाप का) करने के योग्य; तर्क द्वारा स्थापित करने अप्रतिद्वन्द्व (वि.) नब०] 1. युद्ध में जिसका कोई प्रतिके योग्य। द्वंद्वी न हो, अप्रतिरोध्य 2. अनूठा, लाजवाब । अपौरुष-अपौरुषेय (वि.) [ नास्ति पौरुषं यस्मिन् न० ब० | अप्रतिपक्ष (वि.) [न० ब०] 1. अप्रतियोगी, विपक्षशून्य न पौरुषेयः-न० त०] 1. पुरुषार्थहीन, कायर, भीरु 2. अनुपम । 2. अलौकिक, अपुरुषोचित, ईश्वरकृत-...अपौरुषेया अप्रतिपत्तिः (स्त्री०) [न० ब०] 1. कार्य का सम्पन्न न वेदाः अपौरुषेयप्रतिष्ठः सुवर्णबिन्दुरित्याख्याते-मा० होना, अस्वीकृति, 2. उपेक्षा, अवहेलना 3. समझदारी ९, जो मनुष्य द्वारा न स्थापित किया गया हो। -षम्, का अभाव 4. निश्चय का अभाव, अव्यवस्था, विह्वषेयम् 1. कायरता 2. ईश्वरीय शक्ति । लता-विह्वल आदि का० १५९ (अप्रतिपत्तिर्जडता अप्तोर्यामः,-मन [ अप्तोः शरीरस्य पावकत्वात् याम इव स्यादिष्टानिष्टदर्शनश्रुतिभिः) °त्तिसाध्वसजडा-का० अलक समासः | एक यज्ञ का नाम, सामवेद के एक २४० 5. (अतः) स्फूर्ति का अभाव,-उत्तरस्याप्रतिमंत्र का नाम जो उक्त यज्ञ की समाप्ति पर बोला पत्तिरप्रतिभा—गौतमः। जाता है। ज्योतिष्टोम यज्ञ का अंतिम या सातवाँ भाग। अप्रतिबन्ध (वि.) [न० ब०] 1. निर्बाघ, बेरोकटोक 2. मप्ययः [ अपि+इ ।-अच् ] 1. उपागमन, सम्मिलन 2. बिना झगड़े के जन्म से प्राप्त, जिसमें किसी दूसरे का (नदियों का) उमड़ना, 3. प्रवेश, नष्ट होना, अन्तर्धान, भाग न हो (उत्तराधिकार की भाँति)। लय, किसी एक में लीन हो जाना 4. नाश। अप्रतिबल (वि.) [न० ब०] अप्रतिरोध्य शक्ति वाला, अप्रकरणम् [न० त०] जो मुख्य या प्रधान विषय न हो, अनुपम बलशाली। अप्रासंगिक या असंबद्ध विषय । अप्रतिभ (वि.) [न० ब०] 1. विनीत, सलज्ज 2. अप्रत्युअप्रकाश (वि.) [न० ब०] 1. न चमकने वाला, अंध- त्पन्नमति, मंदबुद्धि । कारपूर्ण, प्रकाशरहित (आलं. भी)-प्रकाशश्चाप्रका- | अप्रतिभट (वि०) [न० ब.] अप्रतिद्वन्द्वी-द: बेजोड़ शश्च लोकालोक इवाचल:-रघु० ११६८, 2. स्वतः | योद्धा । प्रकाशित 3. गुप्त, रहस्य, शम्,-शे(अव्य०) गुप्त- | अप्रतिम (वि.) [न० ब०] अतुलनीय, बेजोड़, अप्रतिद्वन्द्वी | इसी प्रकार अप्रतिमान । अप्रकृत (वि०) [न० त०] 1. जो मुख्य या प्रधान न हो, अप्रतिरथ (वि.) [नम्ब०] ऐसा वीर पुरुष जिसके मुका आनुषंगिक 2. अप्रस्तुत, विषय से असंबद्ध, दे० प्रकृत, बले का योद्धा और कोई न हो, बेजोड़, अप्रतिद्वन्द्वी प्रस्तुत, अप्रकृतमनुसंधा-इधर-उधरकी ( विषय से योद्धा-दौष्यन्तिमप्रतिरथं तनयं निवेश्य-श०४१२०, बाहर की) बातें बनाना, विषयानुकूल बात न करना, ७,७।३३। –तम (सा० शा० में) उपमान अर्थात् तुलना का | अप्रतिरव (वि.)[न० ब०) निर्विरोष, निर्विवाद-वर्षमानक (विप० उपमेय)। शताधिकभोगः सन्ततोऽप्रतिरवः स्वत्वं गमयतिअप्रगम (वि.) [न० ब०] इतनी तेजी से जाने वाला कि मिता० । दूसरे जिसका अनुसरण न कर सके। अप्रतिरूप (वि०) [ न० ब०] 1. अननुरूप, अयोग्य 2. मप्रगल्भ (वि.) [न० त०] साहसहीन, शर्मीला, विनीत, अनुपम रूप वाला 3. अनूठा। पास, अप्रकट । | 1. जो मुख्य या प्रधान प्रकृत, । बले का For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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