________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (अध्य-रे) 1. एक पद की दूरी के बाद 2. निकट, -- शोथः पैर की सूजन,- शौचम पर धोकर साफ सटा हुआ,... अम्बु (नपुं०) छाछ जिसम एक चौथाई करना, पैर धोना,-सेवनम,..-सेवा 1. पैर छुकर पानी हो,-अंभस् (नपुं०) जल जिसमें श्रद्धेय व्यक्तियों सम्मान प्रदर्शित करना 2. सेवा,--- स्फोटः 'बवाई के चरण धोये हों,--अरविवम्,--कमलम,-पंकजम्, फटना' विपदिका, सरदी से पैर फटना,-- हत्त (वि.) -पचम् कमल जैसा पर, कमलचरण, ----अलिंदी / ठुकराया हुआ। किश्ती, नाव,....अबसेचनम् 1. चरण धोना 2. पैर ! पाददिकः पदवी। ठक्] यात्री, पथिक / धोने के लिए पानी, - आघातः ठोकर,--आनत (वि.) पादात (पुं०) [पादाभ्यामतति-पाद अत+विवा] पैदल भूशापी, पैरो में पड़ा हुआ-कु० ३१८,--आवतः सिपाही, प्यादा। कुएं से जल निकालने के लिए पैरों से चलाया जाने पादातः पदातीनां समूहः-पदाति+अण्] पैदल-सिपाही वाला यंत्र, रहट, --आसनम् पैर रखने का पीढ़ा, -शि० १८।४,--तम पैदल-सेना / -आस्फालनम् पैरों से रौंदना, कुचलना, रुक 2 कर पादातिः, पादाविकः पाद+अत् +इन, पादेन अवः रक्षआगे बढ़ने की चेष्टा,... आहत (वि.) ठोकर खाया णम्-- पादाक-न-2 पंदल सिपाही। हुआ, ठुकराया हुआ,- उदकम्-जलम् 1. पैर धोने पादिक (वि.) (स्त्री०-की) [पाद+टक चतुर्थांश, के लिए पानी 2. वह पानी जिममें पुण्यात्मा, तथा चौथा भाग---पादिकं शतम्--२५ प्रतिशत / / सम्मानित व्यक्तियों ने पर धाय हैं और इसीलिए पादिन (वि.) (पाद- इनि] 1. सपाद, परों वाला 2. जो पवित्र समझा जाता है,..-उबरः सॉप,---कटकः, इलोक की भांति चार चरणों से युक्त 4. चौथे भाग --कम-कोलिका नपुर, पायल, क्षेपः कदम, पग को लेने वाला. या चतर्थाश का अधिकारी। --प्रन्थिः टखना,-ग्रहणम् (आदरयुक्त अभिवादन | पादिनः (पुं०) चौथा भाग, चतुर्थांश / के रूप में) पैर पकड़ना, कु० ७।२७,---चतुरः, / पादुकः (वि.) (स्त्री-का-की) [पद्+उकञ] पैदल --चस्वरः 1. मिथ्यानिन्दक 2. बकरा 3. रेतीला तट चलने वाला,- का खड़ाऊँ, जूता--व्रज भरत गृहीत्वा 4. ओला,- चारः पैदल चलना, टहलना-- यदि च पादुके त्वं मदीये-- भट्टि० ३।५६,-रघु० 12 / 17 / विचरेत् पादचारेण गौरी-मेघ० 60, 'यदि गौरी / सम- कारः मोची, जूता बनाने वाला। पैदल चले रघु० 11110 - चारिन (वि०) पैदल | पाबू (स्त्री०) [पद्-+-ऊ, णित्] जूता,-कृत् (पु.) जूता चलने वाला, पैदल योद्धा, (पुं०) 1. फेरी वाला 2. बनाने वाला। पैदल सैनिक,-जः शूद्र,---जाहम् पपोटा, टखने पाद्य (वि.) [पाद--यत] पैरों से संबंध रखने वाला. की हडडी,-सलम् पैर का तलवा,-त्रः,---त्रा, ...प्राणम् -धम पर धोने के लिए जल-पादयोः पाद्यं जूता, बूट,-पः वृक्ष-निरस्तपादपे देशे एरण्डोऽपि दुमायते-हि० 1169, अनुभवति हि मूर्ना पाद पानम् [पा- ल्युट्] 1. पीना, चढ़ा जाना, (ओष्ठ का) पस्तीवमुष्णम्- श० 5 / 5, खंडः,--उम् बाग, वृक्षों चुम्बन, पयःपानं देहि मुखकमलमधुपानम्--गीत. का झुरमुट,-पालिका नूपुर, पाजेब,-पाशः पैकड़ा, ! 10 2. सुरापान करना-मनु० 750, 9 / 13, 12 // पशुओं के पैरों को बांधने की रस्सी (शी) 1. हथकड़ी 45 3. पान के योग्य, पेय पदार्थ-मनु० 31227 4. 2. चटाई 3. लता-- टीठः,--ठम् पैर रखने का पीढ़ा, पान-पात्र 5. तेज करना, पनाना 6. बचाना, रक्षा, --रघु० 17528, कु० 3 / 11, पूरणम् 1. पंक्ति -नः शराब खींचने वाला, कलवार / सम०-- अगार: पूरी करना 2. पादपूरक--तु पादपूरणे भेदे समुच्चये- -आगारः,--रम् मदिरालय,--अत्ययः अत्यधिक ऽबधारणे--विश्व०,... प्रक्षालनम् पैर धोना,--प्रतिष्ठा- पीना, गोष्ठिका,-गोष्ठी 1. शराबियों की मंडली नम पैर रखने का पीढ़ा, ...प्रहारः ठोकर, - बंधनम् 2. शराब की दुकान, मदिरालय,-५ (बि०) सुरापान बेड़ी, -मुद्रा पदचिह्न,--मूलम् 1. पपोटा 2. पैर का करने वाला,-पात्रम्--भाजनम्,- भाण्डम् पान-पात्र, तलवा 3. एडी 4. पहाड़ की तलहटी 5. किसी से बात प्याला,-भूः,-भूमिः— भूमी (स्त्री०) शराब पीने करने की विनम्र रोति --देवपादमूलमागताहम-का० का स्थान- रघु० 7149, १९।११,--मण्डलम् शरा८, रसस् (नपुं०) पैरों की धूल,--रज्जुः (स्त्री०). वियों की मंडली,---रत (वि०) सुरापान की लतवाला, हाथी के पैर बाँधने को चमड़े की रस्सी,- रथी जूता, --- वणिज् (पुं०) शराब-बिक्रेता,-विभ्रमः नशा, बूट,--रोहः, -रोहणः बड़ का पेड़,---वंदनम् चरण- -शॉर पियक्कड़, अत्यधिक पीने वाला। वंदना, चरणों में प्रणाम, -- विरजस् (नपुं०) जूता, / पानकम् [पान+कन् पानीय, पेय, पूंट / बूटा (पुं०) देवता,--शाखा पैर की अंगुली, -शैल: पानिकः [पान-+ठक शराब-विक्रेता, कलाल / गिरिपाद, पहाड़ की तलहटी में विद्यमान पहाड़ी, पानिलम [पान- इलच पान-पात्र, प्याला / """सात पसरशिप TOntrI For Private and Personal Use Only