________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 588 ) मितव्ययी 2. सीमित 3. मापा हुआ, नपातुला | शिथिल 3. क्षीण, निस्तेज, हतप्रभ 4. मलिन, 4. विनियमित, समंजित / सम-आभरण (वि.) कलंकित / थोड़े आभूषण धारण करने वाला, मध्यमरूप से | परिरक्षकः [ परि---रक्ष-वल ] रक्षा करनेवाला, अभिअलंकृत, --आयुस् (वि०) अल्पायु, थोड़ी उम्र जीने भावक / वाला,-आहार,---भोजन (वि०) परहेज़गार, मिता- परिरक्षणम्, परिरक्षा [परि---रक्ष + ल्यट, अङ्ग-+टाप हारी, कमभोजन करने वाला,-कथ (वि.) थोड़ा / च] 1. रक्षा, संधारण, देखभाल करना---- मनु० 9 / बोलने वाला, मितभाषी, नपे तुले शब्द बोलने वाला 54, 72 2. ध्यान रखना, बनाये रखना, पालन--मेघ० 83 / पोषण-न समयपरिरक्षण क्षमते-कि० 1145, परिमितिः (स्त्री०) [परि+मा+क्तिन् ] 1. माप, परि- 3. छुटकारा, बचाव। माण 2. सीमाबंधन / परिरथ्या [प्रा० स० ] गली, सड़क / परिमिलनम् [परि-मिल+ल्यट] 1. स्पर्श, संपर्क, परि(रो) रंभः, परिरंभणम् [परि---रम् ---पत्र, पक्षे उपरत्न० 2012 2. सम्मिश्रण, मेल / / सर्गस्यदीर्घः, परि+रभ - ल्युट | आलिंगन करना, परिमुखम् (अव्य०) [अव्य० सं०] मुंह के सामने, (किसी अंक में भर लेना द्रुतपरिरंभनिपीडनक्षमत्वम्-शि० ___ के) इर्द गिर्द, चारों ओर / 1 / 74, 10152, उत्तर० श२४,२७, कि पुरेव ससंपरिमुग्ध (वि.) [परि+मुह.+क्त ] 1. भोला भाला, भ्रम परिरंभणं न ददासि—गीत०३।। प्रिय, सरल, मनोहर 2. आकर्षक परन्तु मूर्ख / परिराटिन् (वि.) परि+रट् + घिनुण] जोर से परिमदित (भ० क.कृ.)[परि+मद+क्त] 1. पैरों चिल्लाने वाला, चीखने वाला, रट लगाने वाला। तले रौंदा हुआ, कुचला हुआ, पददलित, दुर्व्यवहार- | परिलघु (वि०) [प्रा० स०] 3. बहुत हल्का (शा०), प्रस्त -परिमदितमणालीम्लानमंगम-मा० 122, (कपड़ा आदि) 2. बहुत हल्का या जल्दी पचने उत्तर० 124 2. आलिंगित, परिरंभंण किया हआ वाला—क्षीणः क्षीणः परिलघु पयः स्रोतसां चोपभुज्य 3. मसला हुआ, पीसा हुआ। ---मेघ 13 3. बहुत छोटा -उत्तर० 4 / 21 / परिमष्ट (भू० क० कृ०) [परि-+मज-+-क्त ] 1. धोया परिलुप्त (भू० क० कृ०) परि-लप+क्त ] 1. अन्त हुआ, मांजा हुआ, शुद्ध किया हुआ 2. मसला हुआ, र्बाधित, सबाघ, घटाया हुआ 2. नष्ट, लुप्त / स्पर्श किया हुआ, थपथपाया हुआ--वेणी० 3 परिलेखः परि +लिख-प] 1. रूपरेखा, आलेखन, 3. आलिंगन 4. फैला हुआ, ब्याप्त, भरा हुआ-कि० चित्रण, खाका 2. चित्र। 6 / 23 / परिलोपः [परि+लुप+घञ्] 1. क्षतिः 2. उपेक्षा, परिमेय (वि.) [परि--मा-+यत् ] 1. थोड़े, सीमित--- भूलचूक / परिमेयपुरः---सरो-रघु० 1137 2. जो मापा जा परिवत्सरः [प्रा० स०] वर्ष, एक समूचा वर्ष, वर्ण का सके, गिना जा सके 3. सान्त, जिसकी सीमा हो, आवर्तन .... देव्या शन्यस्य जगतो द्वादशः परिवत्सरः समापिका / -उत्तर० 3 / 33 / परिमोक्षः [परि---मोक्ष-घा] 1. हटाया, मुक्त / परिवर्जनम् [परि+वृज् + ल्युट] 1. छोड़ना, त्यागना, करना--प्रायो विषाणपरिमोक्षलघूत्तमांगान बङ्गाश्च- तजना 2. छोड़ देना, तिलांजलि देना 3. दय, हत्या / कार नृपतिनिशितैः क्षुरप्रैः-रघु० 9 / 62, सींगों को परि (री) वर्तः परि-न-वृत्--घा, पक्षे उपसर्गस्य हटाना- अर्थात् सींग तोड़ डालना2. मुक्त करना, दीर्घः] 1. परिक्रमण, (ग्रह अ का) घूमना 2. स्वतंत्र करना, छुटकारा 3. खाली करना, मलत्याग कालचक्र, कालक्रम, कालगति---युगशतपरिवर्तान् 4. बच निकलना 5. मोक्ष, निर्वाण / ---शं० 734 3. यग का अन्त शि० 17.12 4. परिमोक्षणम् [ परि+मोक्ष् + ल्युट / 1. मुक्ति, छुटकारा आवत्ति, पुनरावर्तन परिवर्तन, अदल-बदल-तदी2. खोल देना। दशो जीवलोकस्य परिवर्तः... उत्तर० 3, 'जीवन को परिमोषः [परि+म+घञ ] चुराना, लुटाना, चोरी। परिवर्तित अवस्था' 'परिस्थितियों में अदल-बदल', इसी परिमोषिन् (पुं०) ] परि+मुष-+-णिनि ] चोर, लटेरा। प्रकार जीवलोकपरिवर्तमनभवामि-मा० 7, स्वर परिमोहनम् [प्रा० स०] 1. बहकाना, प्रलोभन देना, परिवर्तः मृच्छ०१6. प्रत्यावर्तन, पलायन, अपक्रमण फुसलाना, मंत्रमुग्ध करना 2. व्यामोहित करना, प्रेम 7. बर्ष 8. पुनर्जन्म, आवागमन 9. विनिमय, अदलामें अन्धा करना। बदली-शि० 5 / 39 10. पुनरागमन, वापसी 11. परिम्लान (भू० क० कृ०)[परि---म्ला- वत] 1. मुझाया आवास 12. किसी पुस्तक का अध्याय या परिच्छेद हुआ, मूछित, कुम्हलाया हुआ, कु० 2 / 2 2. धान्त, 13. कर्मावतार, विष्णु का दूसरा अवतार / For Private and Personal Use Only