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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir में जाकर गिरती है; -ति (वि.) हर्षोत्फुल्ल, 2. जल 3. नील का पौधा, नलिनेशयः विष्णु का हंसमुख, प्रसन्नवदन (स्त्री० -तिः) परिहास का मजा विशेषण । लेना-सचिवः, -सुहृद् (५०) विदूषक, राजा या नलिनी [नल-|-इनि+डीप] 1. कमल का पौधा-न किसी रईस का मनोविनोद करने वाला साथी इदं पर्वताग्रे नलिनी प्ररोहति-मच्छ० ४।१७, नलिनीत्वदंपर्यं यदुत नपतेर्नर्मसचिवः सूतादानान्मित्रं भवतु दलगतजलमतितरलम्-मोह०५, कू०४।६ 2. कमलों ..-मा० २७, तो याचते नरपतेर्नमसुहन्नन्दनो नप- का समूह 3. कमलों से भरा हुआ सरोवर । सम०मखेन –११११, शि० ११५९ ।। खंडम्, ---पंडम् कमलपुंज,--कहः ब्रह्मा का विशेषण, नर्मराः [ नर्मन+र+टाप् ] 1. घाटी, कंदरा 2. धौंकनी (हम) कमलडंडी, कमल का रेशा । 3. बढी स्त्री जिसे अब रजोधर्म न होता हो 4. सरला | नल्वः निल-व] दूरी मापने का नाप जो ४०० हाथ नाम का पौधा। | लम्बा हो। नलः [ नल अच् ! 1. एक प्रकार का नरकुल 2. निषध- नव (वि०) [नु+अप | 1. नया, ताजा, थोड़ी आयु का, देश का एक विख्यात राजा, 'नैषध चरित' काव्य का नवीन -चित्तयोनिरभवत्पुनर्नव:--रघु० १९१४६, क्लेशः नायक । (नल अत्यन्त उदार और सदगण संपन्न फलेन हि पुनर्नवता विधत्ते-कु० ५।८६, पत्तर० १११९ राजा था। देवताओं का विरोध सहकर भी दमयंती रघु० १।८३, २।४७, ३।५०, ११, शि० ११४, ३।३१, इसे अपना पति चुना था, फिर वे कुछ वर्षों तक कि० ९।४३ 2. आधुनिक,-वः कौवा--बम् (अव्य०) सानन्द रहते रहे 1. परन्तु दमयंती को प्राप्त करने आजकल में, हाल में, अभी अभी, बहुत दिन हुए। में निराश होकर कलि ने नल पर जुल्म ढाये, वह 1. सम० --अन्नम् नये चावल या नया अनाज, नल के शरीर में प्रविष्ट हो गया) इस प्रकार -अंजु (नपुं०) ताजा पानी,--अहः पक्ष का पहला कलिग्रस्त हो नल ने आने भाई पुष्कर के साथ जुआ दिन इतर (वि०) पुनाना-रघु० ७२२,-उद्धतम् खेला, उसमें सब कुछ हार जाने पर उसे सपत्नीक ताजा मक्खन,--ऊढा,-पाणिग्रहणा, अभी की विवाहित राजधानी से निर्वासित कर दिया गया। एक दिन जब स्त्री, दुलहिन-हि० ११२१०, भर्तृ० १४, रघु०८1७, कि वह जंगल में मारा २ थिर रहा था, हताश होकर ---कारिका,-कालिका,-फलिका 1. नवविवाअपनी स्त्री को अर्ध नग्नावस्था में छोड़ कर चल हित स्त्री 2. नूतन रजस्वला स्त्री,---छात्रः नया दिया। उसके पश्चात् कर्कोटक सांप के काटने से विद्यार्थी, नौसिखिया, नवशिष्य-नी (स्त्री०)--- उसका शरीर विकृत हो गया। इस प्रकार विकृत नीतम ताजा मक्खन –अहो नवनीतकल्पहृदय आर्य शरीर हो वह अयोध्या के राजा ऋतुपर्ण के यहाँ पुत्रः—मालवि० ३,-नीतकम् 1. परिष्कृत मक्खन गया और वहाँ वह बाहुक नाम से नौकर हो गया 2. ताजा मक्खन,--पाठकः नया अध्यापक,---मल्लिका और उसके घोड़ों के साहस का काम करने लगा। --मालिका चमेली का एक भेद,-~-यशः नये अन्न या उसके पश्चात् राजा ऋतुपर्ण की सहायता से नये फलों से आहति देना, ---यौवनम् नई जवानी, उसने अपनी पत्नी दमयंती को फिर से प्राप्त किया यौवन का नया विकास,---रजस् (स्त्री०) लड़की और वे आनन्द पूर्वक रहने लगे -दे० 'ऋतुपर्ण' और जिसे हाल ही में रजोदर्शन हुआ हो,-वधूः,-वरिका 'दमयंती') 3. एक प्रमुख वानर जो विश्वकर्मा का नवविवाहिता लड़की,--बल्लभम् एक प्रकार का पुत्र था तथा जिसने नलसेतु नामक एक पत्थरों का चन्दन,-.--वस्त्रम् नया कपड़ा,-शशिभूत (पुं०) शिव पुल बनाया, जिसके ऊपर से होकर राम ने अपने का विशेषण-मेघ० ४३,-सूतिः (स्त्री०),-सूतिका सैन्यदल समेत लंका में प्रवेश किया,---लम् कमल । 1. नई सूई हुई या दुधार गाय 2. जच्चा स्त्री। सम० --कोल: घुटना--कब (ब) रः कुबेर के एक नवकम् निवन्' ---कन् नलोपः] नौ वस्तुओं का समूह, नौ पुत्र का नाम--वम् एक सुगंधित जड़, खस, उशीर-- का गुच्छा। कि० १२।५०, नै० ४।११६,-पट्टिका नरकुलों की नवत (वि.) (स्त्री-ती) [नवति+डद] नम्वेवां--तः बनी हुई एक प्रकार की चटाई, - मीनः जल वृश्चिक, | ___1. छींट की बनी हाथी की झूल 2. ऊनी कपड़ा, झींगा मछली। कंबल 3. चादर, आवरण। नलकम् [नल+के+क] 1. शरीर की कोई भी लंबो नवतिः (स्त्रिी०) नि०] 1. नव्वे नवनवतिशताद्रव्यहड्डो-महावी० ११३५ 2. कुहनी की हडडी। कोटीश्वरास्ते--मुद्रा० ३।२७, रघु० ३।६९ । नलकिनी [नलक-!-इनि डी 1. घुटने को कपाली | नवतिका [नवति-+-कन्-+-टाप्] 1. नव्वे 2. चित्रकार 2. टांग। की कूची (कहा जाता है कि इस कूची में नव्वे नलिनः [नल-इनच्] सारस-नम् 1. कमल, कुमुद | बाल होते हैं)। For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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