SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 367
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नवानि वस्त्रारिक १५17 १२२ 19 गृह्यतां वच:- श०. २११८ एवं जनो गह्णाति करना, रोकना 3. फैलाना, विस्तार करना, प्रति-, मालवि० १, भुद्रा० ३ 12. (इन्द्रियों द्वारा) समझ 1. थामना, पकड़ना, सहायता देना - वर्पधरप्रतिगृहीतलेना, या प्रत्यक्ष करना --ज्यानिनादमय गृह्णती तयोः मेनम् . मालवि०४, मनु० २।४८ 2. लेना, स्वीकार -रधु० ११११५ 13. पारंगत होना, मस्तिष्क से करना, प्राप्त करना । ददाति प्रतिगणाति-पंच० पकड़ना, समझ लेना,---रघु० १८।४६ 14. अनुमान २, अमोघाः प्रतिगृहान्तावानुपदमाशिष:---रघु० लगाना, अटकल लगाना, अन्दाज करना - नेत्रवक्त्र- ११४४, २।२२ 3. उपहार स्वरूप लेना या स्वीकार विकारैश्च गृह्यतेऽन्तर्गतं मनः--मनु० ८२६ करना 4. शत्रुवत व्यवहार करना, विरोध करना, 15. उपचारण करना, उल्लेख करना,(नाम आदि का) गुकाबला करना, रोकना--प्रतिजग्राह काकुत्स्थस्तयदि मयान्यस्य नामापि न महोतम् का० ३०५, न मस्त्रंगजसाधन..... रघु० ४१४०, १२१४७ 5. पाणितु नामापि गह्णीयात् पत्यो प्रेते परस्य तु मनु० ग्रहण करना ----मनु० ९१७२ 6. आज्ञा मानना, ५।१५७ 16. मोल लेना, खरीदना कियता मल्येनैत- समनुरूप होना, ध्यान से सुनना 7. आश्रय लेना, त्पुस्तकं गृहीतम्---पंच०२, याज्ञ० २।१६९, भनु० अवलंवित होना, बि-, 1. थामना या पकड़ना 2. कलह ८/२०१ 17. किसी को वंचित करना, छीन लेना, करना, लड़ना, लिवाद करना, विगृह्य पके नमुचिद्विपा लट लेना, बलपूर्वक ले लेना, भट्टि० ९१९, १५।६३ बली य इत्यमस्वास्थ्यमहदिवं दिवः . शि. ११५१, 18. पहनना, धारण करना ( वस्त्रादिक ) वासांसि भट्टि० ६८६, १७१२३, सम्-, 1. संग्रह करना, जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्णाति नरोऽपराणि एकत्र करना, संचय करना, जोड़ना -- संगृह्य धनम्, -भग०२।२२ 19. गर्भ धारण करना 20. (उपवास) पाशान 2. सानुग्रह प्राप्त करना 3. दमन करना, रखना 21. ग्रहण लगना 22. उत्तरदायित्व लेना [इस रोकना, (धोड़ों को) लगाम देना 4. (धनुष आदि धातु के अर्थ उस संज्ञा के अनुसार विभिन्न प्रकार से की) डोरी खोलना; i (भ्वा० पर०-चुरा० उभ० परिवर्तित हो जाते हैं, जिससे इसे जोड़ा जाय| प्रेर० ... ग्रहति, ग्राहयति ते) लेना, प्राप्त करना आदि । 1. ग्रहण करवाना, पकड़वाना, स्वीकार करवाना | पहा ग्रह - अच] 1. पकड़ना, ग्रहण करना, अधिकार 2. विवाह में उपहार देना 3. सिखाना, परिचित जमाना, अभिग्रहण - रुरुधुः कचग्रहः .. रघु० १९॥३१ करवाना, अनु---, अनुबह करना, आभार मानना, 2. पकड़, ग्रहण, प्रभाव -- कर्कटकग्रहात - पंच० कृपा प्रदर्शित करना--अनुगहीतोऽहमनया मघवतः १२२६० 3. लेना, प्राप्त करना, स्वीकार करना, प्राप्ति संभावनया-....श. ७, अनुगृहीताः स्मः 'अनेक धन्यवाद' 4. चुराना, लटना-अगुलोग्रन्थिभेदस्य छेदयेत्प्रथमे ग्रहे 'हम बड़े आभारी है', अनुसम् -विनम्र नमस्कार --मनु० ९.७७ इसी प्रकार 'गोग्रह' 5. लट का करना, अप-, दूर करना, फाड़ना, अभि--बलपूर्वक माल, बटमा ) 6. ग्रहण लगना दे० ग्रहण 7. ग्रह पकड़ना, अब-.-, 1. विरोध करना, मुकाबला करना (यह गिनतीनौ हैं-सूर्यश्चन्द्रो मंगलइच बुधश्चापि 2. दण्ड देना 3. हस्तगत करना, पराभूत करना, बृहस्पतिः, शुक्रः शनैश्चरो राहः केतुश्चेति ग्रहा नव।) आ-, आग्रह करना, उद्---, 1. उठाना, ऊपर करना, -नक्षत्रताराग्रहसकुलापि (रात्रिः)रपु० ६।२२, ३।१३, सीधा खड़ा करना-उद्गृहोतालकन्ताः मेघ. ८, १२।२८, गुरुणा स्तनभारेग मुखचन्द्रेण भास्वता, भट्टि० १५।५२ 2. जमा करना, निकालना, उप--, शनैश्चराभ्यां पादाभ्यां रेजे ग्रहमयोव सा--भर्तृ० 1. जुटाना 2. पकड़ लेना, अधिकार में ले लेना-मनु० २०१७ 8. उल्लेख, उच्चारण, दुहराना (नाम आदि ७११८४ 3. स्वीकार करना, मंजूरो देना 4. सहायता का) नामजातिग्रहं त्वेषामभिद्रोहेण कुर्नतः-मनु. करना, अनुग्रह करना, नि-, 1, थाम लेना, जांच- ८।२७१, अमरु ८३ 9. मगरमच्छ, घड़ियाल पड़ताल करना 2. दमन करना, रोकना, दबाना, 10. पिशाचशिश, भूतना 11. अनिष्टकर राक्षसों का नियंत्रण करना--भग० १६८ 3. ठहराना, बाधा एक विशेष वर्ग जो बच्चों से चिपट कर उन्हें ऐंठन डालना-निगृहीतो बलाद् द्वारि-महा. 4. दण्ड मरोड़ या कुमेड़ों से ग्रस्त कर देता है 12. (विचारों देना, सजा देना-मनु० ८।३१०, ९।३०८ 5. पकड़ना, वधारणाओं का) ग्रहण, प्रत्यक्षीकरण 13. समझने का लेना, हाथ डालना--तमार्य गुह्यं निगृहीतधेनुः-- रघु० अंग या उपकरण 14. दृढ़नाहिता, धर्य, अध्यवसात २०३३ 6. (आँख आदि) बंद करना, मूंदना-माथुरोऽ- 15. प्रयोजन, आकल्पन 16 अनुग्रह, संरक्षण । सम० क्षिणी निगृह्य-मच्छ० २, परि-, 1. कौलो भरना, अधीन (वि.) ग्रहों के प्रभाव पर निर्भर,--अव. आलिंगन करना 2. घेरना 3. हस्तगत करना, पकड़ना मर्दनः राहु का विशेषण, (नम्) ग्रहों की टक्कर, 4. लेना, धारण करना 5. स्वीकार करना 6 सहायता | --अधीशः सूर्य,---आधारः-आश्रयः ध्रुव नक्षत्र करना, संरक्षण देना, प्र-, 1. लेना, पकड़ना 2. दमन | (नक्षत्रों का स्थिर केन्द्र),---मामयः 1. गिगी 2. भूता करना, म पना 3. हा आ For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy