________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
( २४९
या जल-क्रीड़ा करते समय जल उछालना, - - -पल्लवः 1. कोमल हाथ 2. अंगुलि - तु० किसलय, पालः, - पालिका, 1. तलवार 2. कुदाली, पीडनम् विवाह तु० पाणिपीडन, पुटः दोनों हाथ मिला कर (दोनों की भांति ) बनाई हुई अंजलि - पृष्ठम् हथेली की पीठ, - बालः, वालः 1. तलवार- अघोरघंटः करवालपाणिर्व्यापादितः - मा० ९, म्लेच्छनिवह्निघने कलयसि करवालम् — गीत ० १ 2. नाखून, भारः लगान या शुल्क की भारी राशि, भूः नाखून, भूषणम् कड़ा या कंकण आदि कलाई में पहनने का गहना, माल: धूआँ, मुक्तम् बड़ा हथियार - दे० आयुध, दहः 1. नाखून - अनाघ्रातं पुष्पं किसलयमलूनं कररुहैः - श० २२०, मेघ० ९६ 2. तलवार, वीरः, वीरकः 1. तलवार या खड्ग 2. कब्रिस्तान 3. चोदि देश का एक नगर 4. कनेर, शाखा अंगुलि - शीकर: हाथी की सूंड़ द्वारा फेंका हुआ पानी, शूकः नाखून, सावः किरणों का मंद पड़ जाना, सूत्रम् कंगना या विवाहसूत्र जो कलाई में बांधा जाता है, स्थालिन् (पुं० ) शिव, स्वनः तालियाँ बजाना ।
करकः, -कम् [ किरति करोति वा जलमंत्र कृ (कृ) + वुन् ] ( संन्यासी का) जलपात्र – का० ४१, कः अनार का वृक्ष, कः, कम्, -का ओला, - तान्कुर्वीथास्तुमुलक रकावृष्टिपातावकीर्णान् मेघ० ५४, भामि० १।३५, । सम० - अम्भस् (पुं०) नारियल का पेड़, - आसार : ओलों की बौछार, जम् पानी, - पात्रिका संन्यासियों का जलपात्र ।
करङ्ङक: [कस्य रङ्क इव ष० त०] 1. अस्थिपंजर 2. खोपड़ी
--प्रेत-रङ्कः करङ्कादङ्कस्थादस्थिसंस्थं स्थपुटगतमपि क्रव्यमव्यग्रमत्ति - मा० ५।१६, ५/१९ 3. ( नारियल का बना ) छोटा पात्र, छोटा बक्स या डिब्बा- जैसा fo 'ताम्बूलकरङ्क बाहिनी' ( कादम्बरी में प्रयुक्त ) । करञ्जः [कं शिरोजलं वा रञ्जयति - तारा०] एक वृक्ष का
नाम ( इससे औषधियां तैयार की जाती हैं ) । करट: [ किरति मंदम् - क + अटन् ] 1. हाथी का गंडस्थल
2. कुसुम्भ का फूल 3. कौवा शा० ४।१९ 4. नास्तिक, ईश्वर और वेद में विश्वास न रखने वाला 5. पतित ब्राह्मण ।
करटक: [ करट -+-कन् ] 1. कौवा
मुच्छ० ७ 2. चौर्य कला व विज्ञान का प्रवर्तक कर्णीरथ 3. हि० और पंच० में गीदड़ का नाम ।
करटिन् (पुं० ) [ करट + इनि ] हाथी -- दिगन्ते श्रूयन्ते मद मलिनगण्डाः करटिन: भामि० ११२ ।
कर (रे) दु: [ कृ + अटु, के जले वायो वा रेटति क + रेट + कु ] एक प्रकार का पक्षी, सारस । करणम् [ कृ + ल्युट् ] 1. करना, अनुष्ठान करना, सम्पन्न
३२
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
)
करना, कार्यान्वित करना, परहित, संध्या, प्रिय आदि 2. कृत्य, कार्य 3. धार्मिक कृत्य 4. व्यवसाय, धंधा 5. इन्द्रिय-- वपुषा करणोज्झितेन सा निपतन्ती पतिमप्यपातयत् - रघु ० ८।३८, ४२, पटुकरणैः प्राणिभिःमेघ०५, रघु० १४।५० 6. शरीर - उपमानमभूद्विलासिनां करणं यत्तव कान्तिमत्तया कु० ४1५ 7. कार्य का साधन या उपाय -- उपमितिकरणमुपमानम् - तर्क सं० 8. ( तर्क में ) साधनविषयक हेतु जिसकी परिभाषा है --- व्यापारवदसाधारणं कारणं करणम् 9. कारण या प्रयोजन 10. ( व्या० में) करण कारक द्वारा अभिव्यक्त अर्थ-साधकतमं करणम् – पा. १।४।४२ या क्रियायाः परिनिष्पत्तिर्यद्वधापारादनन्तरम्, विवक्ष्यते यदा यत्र करणं तत्तदा स्मृतम् 11. ( विधि में) दस्तावेज, तमस्सुक, लिखित प्रमाण - मनु० ८ ५१, ५२, १५४ 12. लयात्मक विरामविशेष, समय काटने के लिए ताली बजाना - कु० ६ |४० 13. ( ज्योतिष में ) दिन का एक भाग ( यह करण गिनती में ११ हैं ) । सम० -अधिपः आत्मा, — ग्रामः इन्द्रियों का समूह - त्राणम् सिर । करण्ड: [ कृ + अण्डन् ] ( बांस की बनी ) छोटी डलिया या
टोकरी-करण्डपीडिततनोः भोगिनः - भर्तृ० २२८४, सर्वमायाकरण्डम् १।७७ 2. मधुमक्खियों का छत्ता 3. तलवार 4. एक प्रकार की बत्तख, कारण्डव । करण्डिका, करण्डी (स्त्री० ) [ करण्ड + ङीष्, टापु, ह्रस्व ]
बांस का बना छोटा सन्दूक, बांस की पिटारी । कन्धय (वि० ) [ कर + + खश्, मुम् ] हाथ चूमने
वाला ।
करभ: [ कृ + अभच् ] 1. हाथ की पीठ ( कलाई से लेकर नाखूनों तक ) -- मूलहस्त; जैसा कि 'करभोपमोरूः
- रघु० ६१८३ में, दे० नी० करभोरु 2. हाथी की सूंड़ 3. हाथी का बच्चा 4. ऊँट का बच्चा 5. ऊँट 6. एक सुगंधित द्रव्य । सम० ऊरू : ( स्त्री० ) वह स्त्री जिसकी अंधाएँ हाथ के अग्रभाग की पीठ से मिलती जुलती हैं - अ निघाय करभोरु यथासुखं ते – श० ३।२१, शि० १०/६९ – अमरु ६९, ( दूसरी व्याख्या के अनुसार) - जिसकी जंघाएँ हाथी के सूंड़ से मिलती जुलती हैं ।
करभकः [ करभ + कन् ] ऊँट । करभिन् (पुं० ) [ करभ + इनि ] हाथी । करम्ब, करम्बित ( fro ) [ कृ + अम्बच्, करम्ब + इतच् च] 1. मिश्रित, मिला-जुला, चित्रविचित्र, रंगबिरंगा, - प्रकाम - मादित्यमवाप्य कण्टकः करम्बिता मोदभरं विवृण्वतीनै० १।११५, स्फुटतरफेनकदम्बकरम्बितमिव यमुनाजलपूरम् गीत० ११ 2. बैठाया हुआ जड़ा हुआ । करम्भ: (बः ) [ क +रम्भ +घञ ] 1. दही मिला आट या अन्य भोज्यपदार्थ 2. कीचड़ करम्भबालुकाता
For Private and Personal Use Only