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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( १४७ ) पहला, प्रधान, प्रमुख ----प्रायः समास के अन्त में-इसी । उत्पन्न हुआ,(-वः,-तः) 'आदिजन्मा' आदिम अर्थ में नी० दे० 3. समय की दृष्टि से प्रथम, दिः प्राणी, ब्रह्मा को उपाधि. 2. विष्णु-रसातलादादि1. आरंभ, उपक्रम (विप० 'अन्त')-अप एव ससर्जादौ । भवेन पुंसा-रघु० १३८, 3. बड़ा भाई,-मूलम् तासु बीजमवासृजत्---मनु० ११८, भग० २१४१, पहली नींव, आदिम कारण,--बराहः 'प्रथमशूकर जगदादिरनादिस्त्वम् -कु० २।९, समास के अन्त में विष्णु की उपाधि-उसके तृतीय अवतार (वराप्रयुक्त होकर बहुधा निम्नांकित अर्थों में अनदित हावतार) की ओर संकेत-शक्तिः ( स्त्री०) किया जाता है-'आरंभ करके' 'बगैरा' २ 'इसी 1. माया की शक्ति 2. दुर्गा की उपाधि, सर्गः प्रकार और भी (उसी प्रकृति और प्रकार के), | प्रथम सृष्टि । 'ऐसे'-- इन्द्रादयो देवा:- इन्द्र तथा अन्य देवता, या आदितः, आदौ (अव्य०) [ आदि+तसिल, अषि. ए. 'भू' आदि से आरंभ होने वाले शब्द धातु कहलाते हैं। व.] आरंभ से लेकर, सबसे पहले-तद्देवेनादितो और पाणिनि के द्वारा वह प्रायः व्याकरण के शब्द- हतम्-उत्तर० ५।२०।। समूह को प्रकट करने के लिए प्रयुक्त किये गये | आदितेयः [ अदिति+ढक् ] 1. अदिति का पुत्र 2. देवता, हैं -- अदादि, दिवादि, स्वादि इत्यादि, 2. पहला भाग । सामान्य देव ।। या खंड, 3. मुख्य कारण। सम०---अन्त (वि.) आदित्यः अदिति+ण्य ] 1. अदिति का पुत्र, देव, देवता जिसका आरंभ और समाप्ति दोनों हों (---तम्) 2. बारह आदित्यों (सूर्य के भाग) का समुदायवाचक आरंभ और अन्त ; °वत्-सान्त, समापिका,--उदात्त नाम- आदित्यानामहं विष्णुः-भग०१०।२१, कु. (वि०) वह शब्द जिसके आरम्भिक अक्षर पर स्वरा- २।२४ (यह बारह आदित्य केवल प्रलयकाल में उदित घात हो, करः,-कर्त,—कृत् (पं०) सृष्टिकर्ता, होते हैं)---तु० वेणी० ३१६, दग्धं विश्वं दहनकिरणब्रह्मा का विशेषण-भग० १११३७ - कविः प्रथम नोंदिता द्वादशार्काः 3. सूर्य 4. विष्णु का पांचवां अवकवि, ब्रह्मा की उपाधि- क्योंकि उसी ने संसार की तार, वामनावतार । सम-मंडलम् सूर्यमंडल,-अनुः सर्वप्रथम रचना की तथा वेदों का ज्ञान दिया, सूर्य का पुत्र, सुग्रीव, यम, शनि, कर्ण। वाल्मीकि की उपाधि - क्योंकि उसी ने सर्वप्रथम ) आदि (दी) नवः-वम् [आ+दी+क्त= आदीनस्य कवियों का पथप्रदर्शन किया-जब कि उसने क्रौंच वानम्--वा+क] 1. दुर्भाग्य, कष्ट, 2. दोष-दे० दम्पती के एक पक्षी को व्याध के द्वारा मारा जाता। ___'अनादीनव' । हुआ देखा, उसने उस दुष्ट व्याध को शाप दिया | आदिम (वि.) [आदौ भव:- आदि+डिमच् ] प्रथम, और उसका वही शोक अपने आप कविता के रूप में पुरातन, मौलिक। प्रकट हुआ (श्लोकत्वमापद्यत यस्य शोकः), | आदीनव-दे० 'आदिनद' । इसके पश्चात् ब्रह्मा ने वाल्मीकि को राम का चरित | आदीपनम् [आ+दीप-ल्युट्] 1. आग लगाना 2. भड़लिखने के लिए कहा, फलस्वरूप संस्कृत साहित्य में काना, संवारना 3. उत्सवादिक अवसर पर दीवार प्रथम काव्य 'रामायण' के रूप में प्रकट हुआ,-कांडम् । फर्श आदि को चमका देना । रामायण का प्रथम खण्ड, - कारणम् (विश्व का) आदत (भू० क० कृ०) [आ-|-दृ+क्त ] 1. सम्मानित, प्रथम या मुख्य कारण, जो कि वेदान्तियों के अनुसार प्रतिष्ठित, 2. (कर्तवाच्य के रूप में) (क) उत्साही, 'ब्रह्म' है, तथा नैयायिकों -... विशेषतः वैशेषिकों के परिश्रमी, दत्तचित्त, सावधान, (ख ) सम्मान अनुसार विश्व का प्रथम या भौतिक कारण 'अणु' है, युक्त। परमात्मा नहीं; - - काव्यम् प्रथम काव्य. अर्थात् | आदेखनम् | आ+दिव्---ल्यट] 1. जआ खेलना 2. जआ वाल्मीकि रामायण ---दे० 'आदि कवि,-देवः 1. खेलने का पासा 3. जूआ खेलने की बिसात, खेलने का प्रथम या सर्वोच्च परमात्मा--पुरुषं शाश्वतं दिव्यं । | स्थान । आदिदेवमजं विभुम् -- भग० १०।१२, १११३८, 2. | आदेशः [ आ+दिश्+घ ] 1. हुक्म, आज्ञा--भ्रातुरादेनारायण या विष्णु 3. शिव 4. सूर्य,-दैव्यः हिरण्य- शमादाय-रामा०, आदेशं देशकालज्ञः प्रतिजग्राह कशिपु की उपाधि, --पर्वन् महाभारत का प्रथम खंड, --रघु० ११९२, राजद्विष्टादेशकृतः--याज्ञ० २।३०४, -पु (पू) रुषः 1. सर्वप्रथम या आदिम प्राणो, सृष्टि राजा के द्वारा निषिद्ध कार्यों को करने वाला 2. सलाह, का स्वामी 2. विष्णु, कृष्ण या नारायण-ते च प्रापुरु- निर्देश, उपदेश, नियम 3. विवरण, सूचना, संकेत 4. दन्वन्तं बुबुधे चादिपूरुषः-रघु० १०॥६७ तमर्य- भविष्यकथन--विप्रश्निकादेशवचनानि का०६४, 5. मादिकयादिपुरुष:--शि० १११४-बलम जननात्मक (व्या०) स्थानापन्न-धातोः स्थान इवादेशं सुग्रीवं शक्ति, प्रथम वीर्य,-भव,-भूत (वि.) 1. सर्वप्रथम ! संन्यवेशयत्-रघु० १२।५८ । For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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