________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1352 ) 3. उल्लंघन किया हुआ,-अधिगमः पूरी समझ, , समान (वि.) [सम+अन्+ अण] 1. साधारण -~-अनुवतिन् (वि०) आज्ञाकारी,-अभिवत (वि०)। 2. समस्त (संख्या०) 3. बराबर का, बैसा ही / सम० पिल पड़ने वाला,-अभ्याशः निकटता, उपस्थिति। / -करण (वि०) उच्चारण को समान इन्द्रिय वाला, समयच्युतिः ठीक समय का चूकना / एक ही उच्चारण स्थान वाला (स्वर)। समयशः 1. उपयुक्त समय का ज्ञाता 2. जो अपने मूल समानप्रतिपत्ति (वि०) 1. समान अनुराग वाला 2. व्यववचनों को याद रखता है। हार कुशल, बुद्धिमान् / समयविद्या ज्योतिष, भविष्यज्ञान / समानमान (वि०) समान रूप से सम्मानित / समरागमः लड़ाई का फूट पड़ना / समानरुचि (वि.) एक सी रुचि वाला। समर्थक (वि.) [समर्थ +ण्वुल] 1. समर्थन करने वाला, समापिका शब्द खण्ड का बह भाग जो वाक्य की पूर्ति प्रमाणित करने वाला 2. सक्षम, योग्य,-कम् (नपुं०) __करता है। अगर काष्ठ, चन्दन की लकड़ी। समाप्तिः [ सम् +आप+क्तिन् ] (शरीर का) विघटन, समर्थनम् [समर्थ+ल्युट] किसी हानि या अपराध की क्षति मृत्यु मनु० 2 / 244 / पूर्ति करना। समापत्तिः [सम्+आ+पद्+क्तिन् ] 1. मूल रूप को समविम् (अ०) निश्चय से, यथार्थ रूप से / धारण करना 2. संपूर्ति / समवस्कन्दः [सम् +अव+स्कन्द्+घञ्] दुर्गप्राचीर, पर- | समाम्नात (वि.) [सम्+आ+ना+क्त ] 1. दोहराया कोटा। गया, साथ ही वर्णन किया गया 2. परम्परा से समवहारः[सम्+अव+है+घा] मिश्रण, संग्रह / प्राप्त / समवेक्षणम् सिम्+अव-ईक्ष+ल्यद] निरीक्षण, मुआ- समाम्नायः[सम्+आ+म्ना+य] 1. सामान्यतः वेदपाठ यना। 2. परंपरा से प्राप्त शास्त्रीय वचनों का संग्रह। समवेतार्थ (वि.) सार्थक, शिक्षाप्रद, बोधगम्य / समारम्भः [सम्+आ+र+घञ, मम] साहसिक समस्यापूरणम् / किसी ऐसे श्लोक की पूर्ति करना जिसका कार्य की भावना, साहसपूर्ण कार्य। समस्यापूर्तिः पहला चरण दिया गया हो।। समाराधनम् [सम्+आ+राध ल्यट] प्रसन्न करना, समातीत (वि.) एक वर्ष से अधिक आयु का, जो एक वर्ष आराधना। पूरा कर चुका है। समारूढ (वि०) [ सम् +-+-रुह, +क्त ] सवार, चढ़ा समाकान्त (वि०) सम्+आ+कम+क्त] 1. रौंदा हुआ, / हुआ। ___ कुचला हुआ 2. जिस पर आक्रमण कर दिया गया है। समारोपितफार्मुक (वि०) जिसने धनुष तान लिया है। समाक्षिक (वि०) शहद मिला हुआ पदार्थ / समार्ष (वि०) एक ही प्रवर से संबद्ध, समान प्रवर समाख्या [ सम्+आ+ख्या+अडा+टाप् ] व्याख्या / बाला। समाचेष्टितम् [सम्+आ+चेष्ट्। क्त] 1. व्यवहार समालोकनम् [सम्--आ+लोक+ल्युट] 1. निरीक्षण 2. प्रक्रिया। 2. सविचार, मनन। समाजः [ सम्+आ+अज्+घञ ] समागम, समुदाय, समाविद्ध (वि.) [सम्+आ+व्य+क्त, संप्रसारणम् - भाग० 10 // 6038 / 1. कम्पित, क्षुब्ध 2. प्रहृत, आघात प्राप्त / समातत (वि.) [सम्+आ+-तनु + क्त ] 1. विस्तारित समाविष्ट (दि०) [सम् +आ+-विश्+क्त ] भरा हुआ, फैलाया हुआ 2. लगातार। युक्त (जैसाकि 'कौतूहलसमाविष्ट') / समदिष्ट [सम+दिश-+क्त निर्धारित, आदिष्ट। समाश्वस्त (वि.) [सम्+आ+श्वस्+क्त ] 1. ढाढस समाधा (जुहो० पर०) 1 (वस्त्र) पहनना 2. रूप भरना बंधाया हुआ, सांत्वना दी हुई 2. विश्वास करने 3. प्रदर्शित करना 4. स्वीकार करना। वाला। समाधानम् [ समा+धा ल्युट ] 1. (किसी उक्ति का) समाहृत (वि.) [सम्+जा+ह+क्त ] खींचा हुआ प्रमाण 2. समझौता कर लेना, समस्या का हल कर (जैसे धनुष की डोरी')। लेना। समाहृत्य (अ०.) [सम्+आ++य (क्त्वा)] सब समाधानरूपकम रूपक अलंकार का एक भेद जिसमें किसी। एक दम मिल कर। उक्ति का औचित्य सम्मिलित होता है। समाहित (वि० [सम् +आ--घा+क्त ] 1. समान, समाधिभत् (पुं०) घ्यान में लीन, समाधि में स्थित / साधारण 2. मिलता जुलता 3. प्रेषित / / समाधियोगः ध्यान-मन का अभ्यास / समितिः [ सम्+इ+क्तिन् ] सदाचरण का नियम समाधूत (वि.) [ समा+धू+क्त ] बखेरा हुआ। (जैन०) / For Private and Personal Use Only