________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1344 } शयनम् [शी+ल्युट्] 1. सोना, लेटना 2. बिस्तरा, खाट। किसी विशेष शाखा के पाठ का पढ़ने वाला विद्यार्थी, 3. सहवास, यौनसंबंध / सम...पालिका सेविका जो। -वातः वायु के कारण अंगों में पीड़ा। राजा की शय्या बिछाती है,-भूमिः शयन कक्ष, सोने | शाङ्करपीठः शङ्कराचार्य द्वारा स्थापित पाँच आध्यात्मिक का कमरा। केन्द्रों में से कोई सा एक। शरक्षेपः बाण फेंकने की दूरी का परास / शाडखायनः वेद का एक अध्यापक / शरणम् [श-ल्युट्] 1. प्ररक्षण, सहायता 2. शरणागार, | शाण्डिल्यस्मति: शाण्डिल्य द्वारा प्रणीत एक धर्मग्रन्थ या शरणाश्रम 3. आवास, घर 4. विश्रामस्थल 5. आहत | विधि की पुस्तक / करना, हत्या करना। सम०--आगतिः प्ररक्षणार्थ | | शाततव (वि०) [ शतक्रतु+अण् ] इन्द्र संबन्धी / पहुंचना,- आलयः शरणगृह,-द (वि.),-प्रद शातनम् [ शो-+-णिच, तक+ल्युट ] पैनाना, तेज़ करना, (वि०) शरण देने वाला। चमकाना। शरज्ज्योत्स्ना [शरद्+ज्योत्सना] शरदृतु की चाँदनी, शान्त (वि.) [ शम्+क्त ] प्रभावहीन किया हुआ, ठूठा --शरज्ज्योत्स्नाशुद्धां शशियुतजटाजूटमकुटाम्-सौन्दर्य किया हुआ। सम०-गुण (वि०) उपरत, मृत लहरी। ... नृपे शान्तगुणे जाते--रा० 2065 / 24,- रजस् शरीरचिन्ता शरीर की देखभाल। (वि.) 1. घूल रहित 2. निरावेश। शरीरधातुः बुद्ध के शरीर की अवशिष्ट भस्म / शान्तिः (स्त्री० [शम्+क्तिन 1 विनाश, अन्त / सम० शरीराकारः, / शारीरिक दर्शन, देह का आकार-प्रकार, -कमन् पाप को दूर करने का कोई धार्मिक अनुष्ठान, शरीराकृतिः (सूरत, शक्ल, शरीर का डीलडौल / -वाचनम् ऐसे वेद मंत्रों का सस्वर पाठ जो पाप को शर्करा [श+करन, कस्य नेत्वम] 1. गन्ने से निर्मित शक्कर दूर करने वाले समझे जाते है। 2. कङ्कड़ 3. पत्थरों के कड़ों से बहुल भूमि 4. रेत | शापग्रस्त (वि०) शाप के दुष्प्रभाव से जकड़ा हुआ। 5. ठीकरा 6. सुनहरी भूमि---स्तिमितजलो मणि- शापाम्बु ) शाप का उच्चारण करते समय दिये जाने शङ्खशर्कर: - रा० 2 / 8 / 16 / शापोदकम् / वाले पानी के छींटे। शर्कराल (वि.) [शर्करा-+-अलच्] कडाड़ के कणों से | शाबरभाष्यम् मीमांसा सूत्रों पर किया गया भाष्य / युक्त (जैसे कि रेतीले तट की हवा)। शामित्रम् [शम्+णिच--इत्रच ] पशु बलि देने का शर्मण्य (वि०) [शर्मन+य शरण देने वाला, प्ररक्षण देने | स्थान। वाला। शाम्बरिक: [ शम्बर+ठक ] बाजीगर / शलाका [शल+आकः] 1. खटी, कील 2. अंगुली-शला- शारद (वि.) [शरद्+अण् ] चतुर, निपुण / कानखपातैश्च-महा०४।१३।२९ / सम० --परीक्षा शारद्वतः 'कृप' का नाम / विद्यार्थी की परीक्षा लेने की रीति जिसके अनुसार / शारिशृङखला एक प्रकार का पासा, शतरंज खेलने की गोट / पुस्तक में कहीं भी शलाका से संकेत किया जा सकता | शार्व (वि.) [शर्व+ अण् ] शिव से सम्बन्ध रखने है,-पुरुषाः 63 दिव्य जैन, ---यन्त्रम् शल्य चिकित्सा वाला। से संबद्ध एक उपकरण,-कर्तृ (पुं०) जर्राह, शल्य- शालायनः एक ऋपि का नाम / चिकित्सक,-क्रिया शरीर में घुसे हुए कांटे आदि शालङ्किः पाणिनि का नाम / किसी पदार्थ को बाहर निकालना, पर्वन् महाभारत | शाश (वि०) [शश+अण] खरगोश से प्राप्त, खरगोश का नवाँ खण्ड (पर्व)। सम्बन्धी। शवशयनम् कबरिस्तान। शासनम् [शास्+ल्युट ] 1. धार्मिक सिद्धान्त 2. संदेश / शवशिविका अर्थी, शव को ले जाने वाली पालकी / सम० ---दूषक (वि.) आदेश का पालन न करने शवशकुली एक प्रकार की मछली। वाला,-लाधनम् आज्ञा का उल्लंघन करना / शस्त्रम् [शस्+य्द्रन् ] 1. हथियार 2. लोहा 3. इस्पात शास्त्रम् [शास्+ष्ट्रन् ] 1. आदेश, आज्ञा 2. पावन, 4. स्तोत्र / सम०--कर्मन शल्यक्रिया,---निपातनम् शिक्षण, वेद का आदेश 3. ज्ञान का कोई विभाग शल्यक्रिया,-व्यवहारः हथियार चलाने का अभ्यास / 4. किसी विषय का सैद्धान्तिक पहल-इमं मां च शाककलम्बक: लशुन, प्याज जैसी एक गांठदार कन्द / शास्त्रे च विमशतु--याल. 1 / सम०-अन्दित शाकपात्रम् सब्जी की तश्तरी। (वि०) शास्त्रीय नियमों के अनुकूल,-- वक्त (पुं०) शाखा परम्परा प्राप्त वेद का पाठ, किसी विशेष शाखा शास्त्रीय पुस्तकों का व्याख्याता,-बजित (वि०) द्वारा अनुसत वेद पाठ जैसे शाकल शाखा, आश्वलायन सब प्रकार के नियम या विधि से मुक्त,-बाद: शास्त्र शाखा, बाष्कल शाखा आदि / सम-अध्येत वेद की) के आधार पर दिया गया तर्क / For Private and Personal Use Only