________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir TEEEEEEE ( 1120 ) सूत्रला [ सूत्र+ला |-क+टाप् ] तकवा, तकली। / सुनिन् (पुं०) [ सूना+इनि ] 1. कसाई, मांस-विक्रेता सूत्रामन् =सुत्रामन्–दे० 2. शिकारी। सूत्रिका [ सूत्र +ण्वुल+टाप, इत्वम् ] सेंवई, सीमी। सूनुः [ सू+नुक् ] 1. पुत्र-पितुरहमेवैकः सूनुरभवम् सूत्रित (भू० के० कृ०) [ सूत्र+क्त ] 1. नत्थी किया | -का० 2. बाल, बच्चा 3. पोता (दौहित्र) 4. छोटा हुआ, क्रमबद्ध, प्रणालीबद्ध, पद्धतिकृत 2. सूत्रविहित, भाई 5. सूर्य 6. मदार का पौधा / सूत्रों के रूप में अभिहित।। सूनू (स्त्री०) [ सूनु+ऊङ ] पुत्री। सूत्रिन् (वि.) (स्त्री०-- णी) [ सूत्र+इनि ] 1. धागों सुनत (वि.) [सु+नृत्+क- उपसर्गस्य दीर्घः ] 1. सत्य - वाला 2. नियमों वाला,—(पुं०) कौवा। और सुखद, कृपालु और निष्कपट-तत्रसूनृतगिरश्च सूद् (भ्वा० आ० सूदते) 1. प्रहार करना, चोट पहुँचाना, सूरयः पुण्यमुग्यजुषमध्यगीषत शि० 14 / 21, रघु० घायल करना, मार डालना, नष्ट करना 2. ढालना, 1193 2. कृपालु, सुशील, सज्जन, शिष्ट-तां चाप्येतां उंडेलना 3. जमा करना 4. प्रक्षेपण, फेंक देना। मातरं मङ्गलानां धेनुं धीरा: सूनृतां वाचमाहुः-उत्तर० ii (चुरा० उभ० सूदयति+ते) 1. उकसाना, प्रव- 5 / 31, तृणानि भूमिरुदकं वाक् चतुर्थी च सूनृता / तित करना, उत्तेजित करना, उभाड़ना, प्राण फूंकना एतान्यपि सतां गेहे नोच्छिद्यन्ते कदाचन-मनु० 2. आघात करना, चोट पहुँचाना, मार डालना 3 / 101, रघु० 6 / 29 3. शुभ, सौभाग्यसूचक 3. खाना पकाना, रांधना, सिझाना, तैयार करना 4. प्रियतम, प्यारा,-तम् 1. सत्य तथा रोचक भाषण 4. उडेलना ढालना 5. हामी भरना, सहमत होना, 2. कृपापूर्ण एवं सुखकर प्रवचन, शिष्ट भाषा-- रघु० प्रतिज्ञा करना 6. डालना, फेंकना, नि-, (निष वयति 81923. मांगलिकता। -ते) मारना। सूपः / सुखेन पीयते-सु+पा+घार्थे क, पृषो०] 1. यूष सूदः [ सूद्+घञ् , अच्, वा ] 1. नष्ट करना, विनाश, रसा-न स जानाति शास्त्रार्थ दर्वी सूपरसानिव जनसंहार 2. उडेलना, चुआना 3. कुआं, झरना -सुभा०, मनु० 3 / 226 2. चटनी, मिर्च, मशाला 4. रसोइया, 5. चटनी, रसा, झोल 6. कोई भी वस्तु 3. रसोइया 4. कड़ाही, बर्तन 5. बाण। सम० सिझायी हुई, तैयार खाना 7. दली हुई मटर -कारः रसोइया, धूपनम्,---धूपकम् हींग / 8. कीचड़, दलदल 1. पाप, दोष 10. लोध्र सूमः [सू+मक ] 1. पानी 2. दूध 3. आकाश, गगन / वृक्ष / सम० -कर्मन् रसोइये का काम, -शाला सूर (दिवा० आ० सूर्यते) 1. चोट पहुँचाना, मार डालना रसोई। 2. दृढ़ करना या दृढ़ होना। सूदन (वि.) (स्त्री०-नी) [ सूद् -ल्युट ] 1. नाश सूर्ण (वि०) [ सूर्+क्त, क्तस्य न. ] चोट पहुँचाया हुआ, करने वाला, वध करने वाला, विनाशक-दानवसूदन, " क्षतिग्रस्त / अरिगणसूदन आदि 2. प्यारा, प्रियतम,-नम् 1. नष्ट सूरः [ सुवति प्रेरयति कर्मणि लोकानुदयेन—सू क्रन् ] करना, विनाश, जनसंहार 2. हामी भरना, प्रतिज्ञा 1. सूर्य 2. मदार का पौधा 3. सोम 4. बुद्धिमान् या करना 3. डाल देना, फेंक देना। विद्वान् पुरुष 5. नायक, राजा। सम० --चक्षुस् सून (भू० क० कृ०) [ सू+क्त, क्तस्य न: ] 1. जन्मा। (वि०) सूर्य की भांति चमकीला,---सुतः शनि का हुआ, उत्पन्न 2. फूला हुआ, मुकुलित, खुला हुआ, | विशेषण,-सूतः सूर्य का सारथि, अर्थात् अरुण / कलिकायुक्त 3. रिक्त, खाली (संभवत: इस अर्थ में | सूरणः [सूर+ल्युट ] सूरन, जमीकंद / शून या शून्य समझ कर),-नम् 1. जन्म देना, प्रसव | सूरत (वि.) [सु+रम्+क्त, पृषो० दीर्घः] 1. कृपालु, होना 2. कली, मंजरी 3. फूल / दयालु, कोमल 2. शान्त, धीर।। सूनरी (स्त्री०) सुन्दर स्त्री। सूरिः [ सू+क्रिन् ] 1. सूर्य 2. विद्वान्, या बुद्धिमान् सूना [ सुनः नः दीर्घश्च ] 1. कसाई घर, बुचड़खाना, पुरुष, ऋषि-अथवा कृतवारद्वारे वंशेऽस्मिन्पूर्वसूरिभिः -भवानपि सुना परिचर इव गध्र आमिषलोलपो -रघु० 124, शि०१४।२१ 3. पुरोहित 4. पूजा करने भीरुकश्च-मा०२ 2. मांस की बिक्री 3. चोट पहुंचाना, वाला, जैन मत के आचार्यों को दिया गया सम्मानमार डालना, नष्ट करना 4. मृदुताल, काकल सूचक पद, उदा०-मल्लिनाथसूरि 6. कृष्ण का नाम / 5. करधनी, तगड़ी 6. गलग्रन्थियों को सूजन, हापू | सूरिन् (वि०) (स्त्री० ----णी) [ सूर+णिनि ] बुद्धिमान, 7. प्रकाश की किरण 8, नदी 9. पुत्री,-नाः (स्त्री०, - विद्वान् (पुं०) बुद्धिमान् या विद्वान् पुरुष, पंडित / ब०व०) घर में होने वाली पाँच वस्तुएं जिनसे जीव सूरी [ सूरि+ङीष् ] 1. सूर्य की पत्नी का नाम 2. कुन्ती हिंसा होने की संभावना होती है, दे० 'शूना' या 'पंच- का नाम। शूना' के अन्तर्गत / सर्भ, (म्वा० दिवा० पर० सूक्षति, सूय॑ति) 1. सम्मान For Private and Personal Use Only