________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1113 ) शब्द का संबोधन-ए० व०--सुभ्रूः बनता है, परन्तु भट्टि, कालिदास और भवभूति जैसे लेखकों ने 'सुभ्र' का प्रयोग किया है - तु० भट्टि० 6 / 11, कु० 5 / 43, मा० 38), - मति (वि.) बहुत बुद्धिमान् (स्त्री० -तिः) 1. अच्छा मन या स्वभाव, कृपा, परोपकार, सौहार्द 2. देवों का अनुग्रह 3. उपहार, आशीर्वाद 4. प्रार्थना, सूक्त 5. कामना, इच्छा 6. सगर की पत्नी का नाम जो साठ हजार पुत्रों की माता थी, —मवनः आम का वृक्ष, मध्य,-मध्यम (वि.) पतली कमर वाला, --मध्या, --मध्यमा मनोरम स्त्री, -मन (वि.) बहुत आकर्षक, प्रिय, सुन्दर (-नः) 1. गेहूँ 2. धतूरा (-ना) फूलों से लदी चमेली, --मनस् (वि.) 1 अच्छे मन वाला, अच्छे स्वभाव का, उदार 2. खूब प्रसन्न, संतुष्ट, (पुं०) 1. देव, देवता 2. विद्वान पुरुष 3. वेद का विद्यार्थी 4. गेंहूँ 5. नीम का वृक्ष (स्त्री०, नपुं०---कुछ विद्वानों के अनुसार केवल ब०व० में प्रयोग) फूल-रमणीय एष वः सुमनसां संनिवेश:-मा० 1, (यहाँ संख्या 1 में दिया गया विशेषणपरक अर्थ भी अभिप्रेत है),-कि सेव्यते सुमनसां मनसापि गन्धः कस्तूरिकाजननशक्तिभृता मगेण-रस०, शि० 166, °फ़ल: कैथ, °फलम् जायफल, -मित्रा दारथ की एक पत्नी और लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न की माता का नाम,-मुख (वि.) (स्त्री० -----खा,-खी) 1. सुन्दर चेहरे वाला, प्रिय 2. सुहावना 3. निर्वतित, आतुर - कि०. 6:42, (---खः) 1. विद्वान पुरुष 2. गरुड का विशेषण 3. गणेश का विशेषण 4. शिव का विशेषण, ( खम्) नाखून की खरोंच ( खा खी) 1. सुन्दर स्त्री 2. दर्पण, ----मूलकम् गाजर,– मेधस् (वि०) अच्छी समझ रखने वाला, बुद्धिमान्, प्रतिभाशाली (पुं०) बुद्धिमान्, पुरुष, -मेरः 1. 'सुमेरु' नाम का पवित्र पर्वत 2. शिव का नाम, यवसम् सुंदर घास, अच्छी चरागाह,--योधनः दुर्योधन का विशेषण, रक्तकः 1. गेरु 2. एक प्रकार का आम का पेड़, -- रङ्ग: 1. अच्छा रंग 2. संतरा धातुः गेरु,-रजनः सुपारी का पेड़, - रत (वि०) 1. अति प्रमोदी 2. क्रीडाशील 3. अत्यधिक अनुरक्त 4. करुणामय, सुकुमार, ( तम्) 1. बड़ी प्रसन्नता, अत्यानन्द 2. संभोग, मैथुन, रतिक्रिया सुरतमृदिता बालवनिता--भर्त० 2144, तालो 1. दूती, कुट्टनी 2. शिरोभूषण, सिर की माला, प्रसंगः कामकेलि में व्यसन - कु० 219, रतिः (स्त्री०) भोगविलास, आनन्द, मजे,-रस (वि.) 1. अच्छे रस वाला, रसीला, मजेदार 2. मधुर 3. ललित (रचना), (---सः, - सा) सिंधुवार पौधा (-- सा) | दुर्गा का नाम, रूप (वि०) 1. अच्छा बना / हुआ, सुंदर, मनोहर-सुरूपा कन्या 2. बुद्धिमान्, विद्वान् (-5:) शिव का विशेषण,-रेभ (वि०) अच्छी आवाज वाला—कि०१५।१६, (—भम) टीन, जस्त,-लक्षण (वि.) 1. शुभ व सुन्दर लक्षणों से युक्त 2. भाग्यशाली, (----णम) 1. निरीक्षण, सुपरीक्षण, निर्धारण, निश्चयन 2. अच्छा या शुभ चिह्न, - लभ (वि.) 1. जो आसानी से मिल सके, सुप्राप्य, प्राप्य, सुकर-न सुलभा सकलेन्द्रमुखी च सा- विक्रम 2 / 9, इदमसुलभवस्तु प्रार्थना दुर्निवारम्-२।६ 2. तत्पर, अनुकूल बना हुआ, योग्य, उपयुक्त-निष्ठयुतश्चरणोपभोगसुलभो लाक्षारस: केनचित्-श० 45 3. स्वाभाविक, समुपयुक्त-मानुषतासुलभो लधिमा-का०, कोप (वि०) जो शीघ्र क्रुद्ध हो जाय, जो आसानी से भड़काया जा सके,-लोचन (वि०) सुन्दर आँखों वाला, (नः) हरिण, (-मा) सुन्दर स्त्री,-लोहकम् पीतल,-लोहित (वि.) गहरा लाल, (-ता) अग्नि की सात जिवाओं में से एक, पत्रम् 1. सुन्दर चेहरा या मुख 2. शुद्ध उच्चारण,--वचनम्, -वधस् (नपुं०) वाग्मिता, -वचिकः,-का सज्जी, क्षार,-वर्ण दे० शब्द के नीचे,- वह (वि.) 1. सहनशील, सहिष्णु 2. धैर्यवान्, झेलने वाला 3. जो आसानी से ले जाया जा सके, --वासिनी 1. विवाहित या एकाकिनी स्त्री जो अपने पिता के घर रहती है 2. विवाहिता स्त्री जिसका पति जीवित है,-विक्रान्त (वि.) बहादुर, साहसी, शूर (--तम्) शौर्य,-विद् (पुं०) विद्वान् पुरुष, बुद्धिमान् व्यक्ति (स्त्री०) बुद्धिमती या चतुर स्त्री,-विवः अन्तः पुर का सेवक,-विवन् (पुं०) राजा,-विदल्लः अन्तः पुर का सेवक (सौविदल्ल' का अशुद्ध रूप) (-ल्लम्) अन्तः पुर, रनिवास,-विचल्ला विवाहित स्त्री,-विष (वि.) अच्छी प्रकार का,--विधम् (अव्य०) आसानी से,-विनीत (वि०) भली-भाँति प्रशिक्षित, विनयी, ( ता) सुशील गाय,-विहित (वि.) 1. भली भाँति रक्खा हुआ, अच्छी तरह जमा किया हुआ 2. सुव्यवस्थित, सुसंभृत, खाद्यसामग्री से यक्त, भली-भाँति क्रमबद्ध --सुविहितयोगतया आयंस्य न किमपि परिहास्यते-श० 1. कलहंसमकरन्दप्रवेशावसरे तत् सुविहितम् .. मा०१, - वी (बी) ज (वि०) अच्छे बीजों वाला (--जः) 1. शिव का नाम 2. खसखस (-जम) अच्छा बीज,- वीराम्लम् कांजी,-वीर्य (वि.) 1. अति बलशाली 2. शौर्यबल युक्त, शूरवीर, पराक्रमी, ( ..यम) 1. अतिशौर्य 2. शूरवीरों की बहुतायत 3. बेर का फल, (-र्या) जंगली कपास, -वृत्त (वि.) 1. शिष्टाचार युक्त, सद्गुणी, नेक, भला,-मयि तस्य सुवृत्तवर्तते लघु For Private and Personal Use Only