________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1003 ) (आधुनिक पत्रों में शुभ समाप्तिसूचक प्रयोग--इति ] शमः [ शम्+घञ्] 1. मूकता, शान्ति, धैर्य 2. विश्राम, शम्)। सम०-कर दे० धातु के नीचे, ताति ठहराव, आराम, निवृत्ति 3. वासनाओं पर प्रतिबन्ध (वि०) आनन्द प्रदान करने वाला, मंगलमय, शुभ या अभाव, मानसिक शान्ति, विरक्ति-शमरतेऽमर -पाकः 1. लाख, महावर, लाल रंग 2. पकाना, तेजसि पार्थिवे रघु० 9 / 4, कि० 10110, 16148, परिपक्व करना,----भु दे० धातु के नीचे। शि० 2 / 94 श० 2 / 7, भग० 1014 4. निराकरण, शम् / (दिवा० पर० शाम्यन्ति, शान्त) 1. शान्त होना, लघुकरण, उन्नयन, सन्तोषीकरण, (शोक, प्यास, चुप होना, संतुष्ट होना, प्रसन्न होना शाम्यत्प्रत्यप- भूख आदि का) प्रशमन-शममुपयातु ममापि चित्तकारेण नोपकारेण दुर्जनः कु० 2 / 40, रघु० 7 / 3, दाहः - उत्तर० 68, शममेष्यति मम शोकः कथं शान्तो लवः-उत्तर० 67 2.थमना, ठहरना, समाप्त नु वत्से - श० 4 / 20 5. शान्ति, जैसा कि 'शमोपहोना-चिन्ता शशाम सकलाऽपि सरारुहाणाम् न्यास' वेणी०५ 6. (संसार की समस्त भ्रान्तियों व -भामि० 37, न जातु कामः कामानामपभोगेन आसक्तियों से) मोक्ष 7.हाथ / सम० ... अन्तकः शाम्यति - मनु० 2 / 94, 'सन्तुष्ट नहीं होता' 3. कामदेव (मानसिक शान्ति को नष्ट करने वाला), शांत होना, बुझना--शशाम वृष्ट्यापि विना दवाग्निः -पर (वि०) शान्त, मूक, बिषयविरागी। रघु०....२।१४, उत्तर० 5 / 7 4. काम तमाम करना, | शमयः [ शम्+अथच ] 1. शान्ति, स्थिरता, विशेषतः नष्ट करना, मार डालना (इसी अर्थ में ऋया० भी) मानसिक शान्ति, आवेशाभाव 2. परामर्शदाता, -प्रेर० (शमयति-ते, परन्तु देखना अर्थ में 'शामयति मन्त्री / - ते' दे० शम् ) 1. प्रसन्न करना, उपशमन | शमन (वि.) (स्त्री०-नी) [शम्+णिच् + ल्युट् ] करना, शान्त करना, धीरज देना, सांत्वना देना, शमन करने वाला, दमन करने वाला, वशीभूत करने ढाढस बंधाना --क: शीतलैः शमयिता वचनस्तवाधिम वाला आदि,नम् 1. प्रसन्न करना, निराकरण ---भामि० 3 / 1, श० 5 / 7 2. अन्त करना, रोकना करना, ढाढस बंधाना जीतना, उन्नयन करना -कु० 2056 3. हटाना, परे करना-प्रतिकूलं 2. स्थैर्य, शान्ति 3. अन्त, ठहराव, समाप्ति, विनाश देवं शमयितुम् - श०१. दमन करना, पालतू 4. चोट पहुँचाना, घायल करना 5. यज्ञ के लिए पशुवध बनाना, हराना, छीनना, परास्त करना शमयति करना, पशुमेध 6. निगल जाना, चबाना,--न: 1. एक गजानन्यान् गन्धद्विपः कलभोऽपि सन्-विक्रम०५।१८, प्रकार का हरिण, बारहसिंगा 2. मृत्यु का देवता, रघु० 9 / 12, 11159 6. मार डालना, नष्ट करना, यम। सम० - स्वभू (स्त्री०) 'यमस्वसा' यमुना वध करता-वेणी० 5 / 5 6. शान्त करना, बुझाना नदी का विशेषण / मेघ० 53, हि० 1188 7. त्याग देना, रुकना, | शमनी [शमन+डीप् ] रात। सम० --- सबः (षदः) थमना, उप----, 1. शान्त करना-भट्टि० 2015 राक्षस, पिशाच, भूत-प्रेत / 2. 'यमना, ठहरना, बुझना 3. हट जाना, बोलना शमलम् [ शम्+कलच् ] 1. मल, लीद, विष्ठा 2. अपबन्द होना परे रहना, बुझ जाना,--प्रशान्तं पावका- वित्रता, गाद, तलौंछ 3. पाप, नैतिक मलिनता / स्त्रम् उत्तर० 6 5. मुनिा , कुम्हलाना (प्रेर०) | शमित (भू० क००) [शम्+णिच्+क्त ] 1. प्रसन्न 1. सांत्वना देना, प्रसन्न करना, शान्त करना,--मनु० किया गया, निराकृत, ढाढस बंधाया गया, शान्त 8 / 391 2. दूर करना, बुझाना, शीतल करना, दबा 2. धीमा किया गया, चिकित्सा की गई, भारविमक्त देना-त्वामासारप्रशमितजनोपप्लवम् -.. मेघ० 17 किया गया 3. विश्राम दिया गया 4. शान्त, सौम्य 3. हटाना, अन्त करना-तम् अपचार) अन्विष्यं परिगित किया गया, मदु किया गया। प्रशमयेत्---रघु० 15 / 47 6. जीतना, परास्त करना, शमिन् (वि.) [शम+इनि ] 1. सौम्य, शान्त, प्रशान्त वशीभूत करना-मृच्छ० 10160 . प्रतिष्ठित 2. जिसने अपने आवेशों का दमन कर लिया है, होना, समंजन करना, स्वस्थचित्त होना प्रशमयसि आत्मनियंत्रित - भट्टि० 7 / 5 / / विवादं कल्पसे रक्षणाय--श० 5 / 8, सम् -- , 1. शान्त | शमी (शमि) [ शम्+इन्, ङीप् वा ] 1. एक वृक्ष (कहा करना 2. निराकृत होना, बझना, लुप्त होना-सत्त्वं जाता है कि इसमें आग रहती है)- अग्निगर्भा शमीसंशाम्यतीव मे.-भट्रि० 18128 3. हट जाना। मिव श० 4 / 2, मनु० 8 / 247, याज्ञ. 11302, ii (चुरा० उभ० शामयति-ते) 1. देखना, निगाह 2. फली, छीमी, सेम। सम० - गर्भ: 1. अग्नि का डालना, निरीक्षण करना 2. बतलाना, प्रदर्शन करना, विशेषण 2. ब्राह्मण, अग्निहोत्री ब्राह्मण, -धान्यम नि , 1. देखना, अवलोकन करना 2. सुनना, कान फलियों में उत्पन्न या दाल आदि, द्विदलीय अन्न / देना निशामय प्रियसखि–मा०७। शम्पा [शम्+पा+क ] बिजली / For Private and Personal Use Only