________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kcbatrth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandie भास्कर. // 52 // संस्कार- त्रिगोत्रस्तुविरेंद्रऋत्विक्त्वंमेमखेभव // 1 ॥ॐ अग्निमीळेपुरोहितंयज्ञस्यदेवमुत्विचा जै // होताररत्नधातमम् ॥१॥अस्मिनजोदर्शनशांत्याख्येकर्मणिऋत्विक्त्वेनत्वा / महंत्रणे // तोस्मि // कातराक्षोयजुर्वेदत्रैष्टुभोब्रह्मदैवतः॥ भारद्वाजस्तुविद्रऋत्वि। क्वंमेमखेभव // 1 // ॐ हुषेखोर्जेलावायवस्थदेवोव सविताप्राप्यतुश्रेष्ठतमायुक। मणु आप्यायध्वमन्ध्याऽइन्द्रायभागम्प्र॒जाव॑तीरनमीवाऽअयुक्ष्मामावस्तुनाई हशतुमाघठसोध्ध्रुवाऽअस्मिन्गोप॑तौस्यातबुव्हीर्यज॑मानस्यपुशन्पाहि ॥१॥अस्मि / नरजो वृणे // तृतोस्मि // सामवेदस्तुपिंगाक्षोजागतःशक्रदैवतः // काश्यपेयस्तु // 52 // विजेंद्रऋषिक्त्वंमेमखेभव // 1 // ॐ अमआयोहिवीतयेगृणानोहव्यदातये // नि / A0000000000000 For Private and Personal Use Only