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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तेज अंबार ( ५६५ ) ८ पंच महाभूतों में अग्नि तत्व । तेज । तेड़-(ना०) १. दरार। फटन । फटाव । ६. अग्नि । (वि०) १. तीक्षण धारवाला। रा। २. रेखा । ३. भग। योनि । २. द्रुतगामी। ३. महँगा । ४. गरम (लक्षणा-व्यंग्य । ४. निमंत्रण । तेड़ो। मिजाज । उग्र । ५. फुरतीला । ६. तेड़णो-(क्रि०) १. बच्चे को कमर पर चपल । चंचल। ७. चमकीला । ८. शीघ्र उठाना । २. बुलाना । निमंत्रण देना । प्रभाव डालने वाला। ज्योतना। तेज-अंबार-(न०) १. तेजपुंज । २. सूर्य । तेडागर-(वि०)१. निमंत्रण देने वाला । २. ३. ईश्वर । जिसको निमंत्रण दिया गया है। ३. जो तेजण-(ना०) घोड़ी। अश्वा । अश्विनी। निमंत्रण देने से आया है। निमंत्रित । (वि०) नखरेवाली । नखराळी। ४. बालक को कंधे या पीठ पर उठाने तेजरो-(न०)तीसरे दिन पाने वाला बुखार । वाला। तेजरो ताव । तेड़ावणो-(क्रि०) १. बुलवाना । निमंत्रित तेजळ-दे० तेजण । तेजवंत-(वि०) तेजस्वी। . करना। २. कमर में उठावना ( बच्चे को)। तेजवान-दे० तेजवंत । तेडियो-(न०) स्त्रियों के गले में पहिनने का तेजस-(न०) १. सूर्य । २. रुद्र । महादेव ।। एक प्राभूषण । तिमरिणयो । मूठ। ३. वीर्य । (वि०) तेजस्वी।। तेडो-(न०) निमंत्रण । न्योता। बुलावा । तेजसी-(वि०) तेजस्वी । प्रतिभावान । नतो। ___ कांतिवान । तेण-(सर्व०) १. उस । २. उसी । उस ही। तेजस्वी -दे० तेजसी। ३. उसे । उसको । (क्रि०वि०) अतः अततेजागळ-(वि०) तेज गति वाला । तेज गति __ एव । इसलिये । इससे । इणसू। से दौड़ने वाला । (न०) घोड़ा। तेरिण-दे० तेण । तेजाब-दे० तिजाब। तेतलो-(वि०) उतना। तेजाबी-(वि०) १ तेजाब से सम्बन्धित । तेता-(वि०)उतने। उतरा। उत्ता । बतरा। २. तेजाब द्वारा शोधित (सोना, चाँदी दे० वेता। प्रादि)। तेजाळ-(वि०) १. तेजवाला । तेजस्वी । २. तेतीस-(वि०) तीस और तीन । (न०) ३३' की संख्या । तेज गति वाला। ३. उग्र। क्रोधी। तेते-(वि०) उतने । तेता। उतरा। उत्ता। (न०) १. सूर्य । २. घोड़ा। तेजी-(ना०)१. भावों का बढ़ना । महँगाई। । तेतो-(वि०) उतना। उतरो । उत्तो । बतरो। महँगी । सुर्सी । २. शीघ्रता । तीव्रगति । तेथ-(क्रि०वि०) वहां । उठे । बठे। मोय । ३. स्फूर्ति । उत्साह । हौसला । ४. तेयी-(क्रि०वि०) १. जिससे । २. उससे । उग्रता । ५. क्रोष । ६. गरमी । स । उष्णता । (न०) घोड़ा । प्रश्वा ते दी-(प्रव्य०) उस दिन । तेजो-(न०) नागौर जिले के खड़नाळ में तेदीह-दे० ते दी। हुप्रा एक प्रसिद्ध जूझार जाट बीर । २. तेपन-(वि०)पचास और तीन । (न०) ५३' तेजा की सत्यनिष्टा, परोपकार परायणता की संख्या । और वीरता का एक लोक गीत । तेम-(मध्य०) १. तैसे । उसी प्रकार । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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