SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 282
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir खड़गसिध ( २६५ ) खड़ियो खड़गसिध-(वि०) खड्ग चलाने में सिद्ध- खड़भड़-(ना०) खड़बड़ आवाज । २. गड़हस्त । वीर। बड़ । शोर ।ऊधम । ३. कहासुनी । बोलखड़गहथो-(वि०)१. योद्धा । २. खड्गधारी। चाल । कजियो । ४. घबराहट । खड़चर-(न०) घास चरने वाला पशु। खड़भड़णो-(क्रि०) १. खड़बड़ाना । २.कहा(वि०) घास चरने वाला। सुनी होना। झगड़ा होना। ३. घबराना। खड़चराई-(ना०) १. पशुओं को जंगल में खड़भड़ाट-(ना०)१. खलबली। २.अावाज। चराने का कर । २. पशु रखने वालों से दे० खड़बड़ाट । लिया जाने वाला कर । ३. चराने का खड़भरी-दे० खडेरी । काम । खड़वा-(ना०) १. चलने का परिश्रम । खड़णो-(क्रि०) १. खेत बोना। २. खेत में चलना । २. चलने की दूरी। ३. चलने हल चलाना। ३. बैलगाड़ी आदि को की क्रिया । चलाई। गमन । हाँकना । ४. चलना । ५. चलाना। खड़सल-(ना०) एक प्रकार का रथ । खड़तल-(वि०) १. दुख सहन करने वाला। खड़हड़णो-(क्रि०)१. लड़ना । युद्ध करना। २. परिश्रमी। महनती । ३. गठीले २. नाश होना । ३. गिरना । गिरजाना। शरीर का । ४. उग्र। प्रचंड । ५. दृढ़। पड़ना । ४. लड़खड़ाना । मजबूत । सैंठो। खड़हंड-(न०) घोड़ा। खड़ताल-(ना०) घोड़े की टाप में लगने खड़ग-(वि०) १. सीधा २. सीधा खड़ा । वाली नाल । २. जूते के नीचे लगने वाली (न०) शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, नाल । छंद और ज्योतिष-वेद के ये छः अग । खड़ताळ-दे० खड़ताल । षडंग । खड़ब-(न०) सौ अरब की संख्या । खरब । खडंजो-(न०) खड़ी ईंटों की चिनाई । खर्व । खड़ाऊ-(ना०)पादुका । चाखड़ी। खड़बड़-दे० खड़बड़ाहट । खड़ाक-(न०) गिरने का शब्द । (वि०) खडबड़ खोपो-(न0) अवगुणी और झग- सीधा । टटार । खड्ग । ड़ालू पुत्र-वधू की ओर से रखा जाने खड़ाखड़-(अनु०) खड़खड़ ध्वनि । वाला ससुर का अपमानजनक सांकेतिक खड़ाखड़ी-(क्रि०वि०) १. अभी का अभी । नाम । ससुर । (वि०) झगड़ालू । खड़े-खड़े। खड़बड़णो-(क्रि०) १. लड़ना । २. उतावला खड़ागो-दे० खड़ावणो । होना। ३. घबराना। खडाळ-(न०) जैसलमेर जिले का एक खड़बड़ाट-(ना०) १. तकरार । लड़ाई। प्रदेश । २. उतावल । ३. घबराहट । ४. खड़बड़ खड़ावरणो-(क्रि०) १.हँकवाना । चलवाना। शब्द । २. खेत में हल चलवाना । खड़बड़ी-(ना०)१. घबराहट । २. तकरार। खड़ियो-(न०) १. कंधे की दोनों ओर लटखड़बूजो-(न०) खरबूजा। काई जाने वाली दो खानों वाली एक खड़बो-(न०) १. दही या दही जैसी जमी थैली । झोलो । थैला । २. कंधे पर लट हुई बस्तु की उपमा । २. ठसी हुई या काया जाने वाला दो या दो से अधिक जमी हुई वस्तु । स्थिर हुमा द्रव पदार्थ ।। खानों बाला एक थैला जिसमें भिक्षुक For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy