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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org काँटारखी करते समय मुँह से 'ऊं' आदि शब्द निकलना । कनसना । काँझना । काँटारखी - ( ना०) जूती । पगरखी । कांटा रखो - (०) जूता । पगरखो । काँटाळो - (वि०) १. काँटोंवाला । २. वीर । (To) १. हिंसक पशु । २. सिंह । ३. एक घास । काँटावाड़ - (ना० ) बेरी की कँटीली डालियों से बनाया हुआ अहाता । काँटों का घेरा । बाढ़ । काँटियो - ( न०) १. एक मुसलमान जाति । २. इस जाति का पुरुष । ३. हँसिया । कांटी - ( ना० ) १. तोलने का एक छोटा ( २३६ ) काँटा । २. एक घास । काँटी - लाग- ( न०) एक प्राचीन कर । काँटेदार - (वि०) वह जिसमें काँटे लगे हों । कांटों वाला । काँटाळो । काँटो - ( न०) १. काँटा । २. सांप-बिच्छू श्रादि विषैले जंतु । २. बिच्छू आदि का डंक । ४. डंडी के बीचोबीच खड़ी नोक वाली तराजू । काँटा । ५. स्त्रियों के नाक का एक गहना । काँटा । ६. समतोल के लिये तराजू की डंडी के बीचोबीच लगी रहने वाली नोक । ७. घड़ी की सूई । ८. अवरोध । बाधा । ६. शंका । हम । (वि०) दुखदायी । काँट्रक्ट - (न० ) ठीका । कंट्राट । काँट्रक्टर (न०) ठीका लेने वाला व्यक्ति । ठीकेदार काँठळ - (ना०) उठती हुई काली मेघ घटा । बादलों की घटा । कळायरण । काँठळियो - ( न० ) १. प्रति समय सेवामें या पास रहने वाला व्यक्ति । २. राज्य के समीप रहने वाला । राज्य का पड़ोसी । २. पड़ौसी देश की सीमा का जागीरदार । ४. नित्य पास में रहकर सेवा करने वाला जागीरदार । ५. पहाड़ों में रहने वाली काँघाळ जाति । ६. इस जाति का व्यक्ति । ७. सीमा रक्षक । ८. पड़ोसी राज्य का लुटेरा । ६. लूट-खसोट करने वाला पहाड़ी लुटेरा । काँठलो - ( न०) १. गले में पहनने का एक Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आभूषण । २. हार । कठायत - (वि०) १. राज्य की सीमा पर रहने वाला । २. सीमा रक्षक । काँठिया वरण- ( न० ) १. सरहद पर रहने वाले लोग । २. सरहद की रक्षा करने वाले लोग । ३. धनुष-बाण आदि शस्त्र पास में रखने वाली शिकारी जाति के लोग । भील, मीणा आदि । काँठीर दे० कंडीर । काँठे - ( क्रि० वि०) १. निकट । २. किनारे पर । काँठो - ( न०) १. नदी आदि का किनारा | २. सीमा । किनारा । काँड - (न०) १. बारण । तीर । २. धनुष के बीच का भाग । ३. ग्रंथ का एक अंश । प्रकरण । काण्ड । ४. दुर्घटना | काँडा - दे० काँडो | पास । काँडी - ( न०) १. तीर-कमान | धनुप | २. तीर-कमान से शिकार करने वाला व्यक्ति । ३. कौआ । कागलो । काँडो - (न०) १. बुराई | निंदा । २. खोटी अपकीति । For Private and Personal Use Only चर्चा | ३. बदनामी । ४. झगड़ा टंटा | कांदो - (०) प्याज | काँदा । काँध - ( ना० ) १. कंधा । २. जूए की रगड़ से बैल की गरदन पर होने वाला गड्ढा । बैल के गरदन की चमड़ी का मोटा और सख्त होना । ३. लाश की अरथी को श्मशान ले जाते समय दिया जाने वाला कंधा | काँधमल - (वि०) वीर । काँधाळ - (वि०) १. बड़े कंधों वाला । २. वीर । ३. बैल |
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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