SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 698
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संभ संभावना संभ-पु० [सं० शंभ] १ प्रसन्न एवं हंसमुख पुरुष । २ इन्द्र का हो, शक्य । २ संमावित । वज्र । ३ शंभासुर दैत्य । ४ सृष्टि, ससार ।-वि० १ महान् | संभवणो (बो)-क्रि० संभव होना, मुमकिन होना। जबरदस्त. प्रचंड । २ देखो 'संभु। संभवनाथ-पु. जैन धर्म में एक तीर्थकर । संभग्न-पु० [सं०] शिव, महादेव ।-वि० १ खंडित, टूटा हुपा। संमा-स्त्री. शिवा, पार्वती। . २ पराजित । संभाऊ-वि० स्वाभाविक । संभजीवत-देखो 'जीवतसंम'। संभाखर-देखो 'संभासण' । संभड़-वि० नगण्य, तुच्छ । संभाग (गि)-पु० [सं० सम्भाग] दान । संभणी (बी)-क्रि० १ कटिबद्ध या तैयार होना । २ छाना, संभाणी (बी)-क्रि० १ कत्तव्य, उत्तरदायित्व प्रादि लेना, उमडना । ३ सुसज्जित होना। ४ देखो 'संभळणी' (बी)। पालन करना, कार्य करना । २ लेना, उठाना। ३ संभासंभनाथ-देखो 'संभूनाथ' । लना। ४ धारण करना। ५ गिरते-पड़ते को रोकना । • संभम-पु० [सं० संभव] १ संतति, सन्तान । २ देखी 'संभ्रम'। ६ सुसज्जित करना । ७ सन्नद्ध करना, तैयार करना । ३ देखो 'सभव' । संभार-पु० [सं०] १ भार, वजन । २ लालन-पालन, पोषण । संभर-पु. १ महादेव, शिव । २ देखो 'सांभर' । ३ देखो ३ संचय, संग्रह । ४ सामग्री, सामान । ५ धन, सम्पत्ति । 'सांभरियो। ६ अधिकता, बाहुल्य । ७ समूह, देर । ८ देखो 'संभाळ' । संभरण-पु० १ पालण-पोषण । २ संचय, परिग्रह । ३ तैयारी। संभारणी (बी)-क्रि० १ प्रांखें-पलकें मंदना, झपकाना । ४ सामान। २ देखो 'समरणो' (बी)। ३ देखो 'संभाळणी' (बी)। संमरणो (बो)-१देखो 'समरणो'(बो)। २ देखो 'सांभळणो' (बो)। संभाळ-स्त्री० १ रिश्तेदारों-मित्रों घादि के घर भेजी जाने संभरथळ-पु. वह स्थान जहां जाम्भोजी ने विश्नोई संप्रदाय का वाली भेट, खाद्य-सामग्री मादि। २ देखभाल, हिफाजत । प्रवर्तन किया था।-सांमी-पु० जाम्भोजी के लिये एक ३ सुपुर्दगी । ४ जांच । सबोधन । संभाळणी (बो)-क्रि० १ हिफाजत या देखभाल करना। २ सुर. संभरपुर-पु० सांभर नगर । क्षित रखना, बनाये रखना । ३ लेना, ले रखना। ४ अपने संभरा-स्त्री० शाकम्भरी देवी। जिम्मे करना। ५ जांच करना, निरीक्षण करना । ६ सुधि संभराणिवत-पु० एक व्रत विशेष । लेना, खबर लेना । ७ प्रबंध या व्यवस्था करना। ५ पालनसंभराथळ-देखो 'संभरथळ' ।-सांमी-'संभरथळसांमी'। पोषण करना । ९ तलाश करना, ढूढना। १० गिरते-पड़ते संभरिप, संभरियो, संभरी, संभरीक, संभरीनरेस-पु० चौहान को बीच में रोकना ।११माश्रय देना,सहारा देना ।१२ चलाना, क्षत्रियों का एक विशेषण । संचालन करना । १३ उत्तरदायित्व लेना। १४ वृद्धि प्राप्त संभळणी (बो)-क्रि० १ सचेत होना, सावधान होना । २ ठीक करना । स्वतः खड़ा होना, संभलना । १५ रक्षित या सुरस्थिति या हालत में माना। ३ सुधरना, सुधार होना।। क्षित करना । १६ अपने अधिकार या वश में करना । ४ देखो 'सांभळगो' (बी)। १७ रोकना, थामना । १८ इज्जत, प्रतिष्ठा प्रादि बचाना । संभळाणी (बी)-क्रि० १ सौंपना, देना। २ प्राप्त कराना। १९ ठीक करना, व्यवस्थित करना। २० देखो 'समरणो' ३ सुनाना । ४ कहना । ५ चोट या हानि से बचाव कराना। (बो)। ६ हालत सुधारना । ७ कार्यभार देना । सौंपना ।। संभळाय-स्त्री. नदी, सरिता। ८बताना, समझाना। संभाळी-पु० [सं० संभाल] १ तलाशी, खोज, जांच । २ चेतनता। संभळावरण (णि, रगी)-१ देखो 'भोळावण' (णी)। २ देखो ३ संभालना क्रिया। ४ जांच-पड़ताल । 'पुरणावरपी' । संभाव-पु० चिह्न, निशान । संभळावरणौ (बो)-देखो 'संभळाणो' (बो)। संभावरण (गो)-वि. १ संभालने वाला, लेने वाला । जिम्मेदार संळि (ळी)-देखो 'संवळी' । - २ सहायक, रक्षक । ३ तैयार या उद्यत करने वाला। संभव-पु० [सं०] १ उत्पत्ति, प्राविर्भाव । २ मुमकिन । संभावरणौ (बो)-देखो 'संभाणो' (बी)। ३ संयोग। ४ प्रमाण। ५ स्त्री प्रसंग, सहवास, मधुन । संभावन-स्त्री० [सं० संभावनम्] 1 कल्पना, अनुमान । २ पावर ६ कारण, हेतु। ७ किसी काम या बात के होने की सम्मान । ३ मुमकिन । स्थिति । ५ गणेश का एक नाम ।-वि० १ जो करने योग्य | संभावना-स्त्री० [सं०] १ विचार-मनन । २ कल्पना। ३ प्राशा। नापा (बा)। For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy