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ववक
वरंग
वैदक-वि० १ जानकर, ज्ञाता। २ देखो वैदिक' । ३ देखो गण । ३ एक इन्द्र । .. __वद्य'।
वन, वनड़, वनस्ली बनड़ी-१ देखो 'बहन' । २ देखो 'वचन'। बैदथिन-पु० [सं०] एक प्राचीन ऋषि ।
वैनतीय, वैनतअ, बैनतेय-पु० [सं० वैनतेय] १ विनता पुत्र वैवरम (म)-पु० [सं० वैदर्भ] १ रुक्मिणी के पिता का नाम । | गरुड । २ गरुड़ की एक संतान । . २ दमयंती के पिता। ३ विदर्भ नामक प्रदेश । ४ विदर्भ | वनहोत (होतर, होत्र)-पु० एक राजा का नाम । के राजा भीम।
वैनासिक-पु. फलित ज्योतिष में नक्षत्र विशेष । वैवराज-देखो 'वंद्यराज'।
वनीत-१ देखो 'बेनीत' । २ देखो 'विनीत' । वैवल-पु० १ परांठा । २ द्विदल अन्न । ३ भिखारी का पात्र। | वैन्य-पु० [सं०] १ भृगुकुलोत्पन्न एक मंत्रकार । २ राजा पृथु । वैदही-देखो 'वैदेही।
३ अत्रि ऋषि का एक नाम । वैदाणी (नी)-देखो 'बनाणी'।
वैपार, वै.पार-देखो 'व्यापार' । वैदिक-वि० [सं०] १ वेदों में वरिणत, वेदोक्त। २ वेदोक्त कार्य | पारी, वै पारी-देखो व्यापारी' । ___ करने वाला । ३ वेदज्ञ । ४ वेदों से सबंधित।
वैफुल, वैफुली-देखो बहफुली' । वैदूरच, वैदूरघमणि (मणी)-स्त्री० [सं० वंदूर्यमणि] १ हरे रंग | वैभव-पू० [सं०] १ ऐश्वर्य, सम्पत्ति । २ धन, द्रव्य । ३ महिमा, का एक रत्न विशेष । २ लहसुनिया नामक रत्न विशेष। ।
महत्व । ४ सामर्थ्य, शक्ति। ५ कार्य, धंधा, व्यवसाय । वैदेह-पु० [सं०] १ विदेहराज जनक । २.वैश्य या व्यापारी।
६ प्राधिक्य, बहुतायत । -बान-वि० ऐश्वर्यवान, सम्पत्ति३ ब्राह्मणी के गर्भ से उत्पन्न वैश्यपुत्र ।
शाली, शक्तिशाली, व्यवसायो । साळी, साली-वि० वैदेही-स्त्री० [सं०] १ जानकी, सीता। २ विदेह कुलोत्पन्न ऐश्वर्यवान, धनवान , सम्पन्न । कोई कन्या । ३ पिप्पली।
वैभवता-पु०१ सम्पन्नता, समृद्धि । २ सम्पत्ति या धन की वैध-वि० [सं०] १ वेद का, वेद संबंधी । २ चिकित्सा संबंधी ।
अधिकता। ३ चिकित्सक । ४ विद्वान, । शास्त्राचार्य। ५ सब विद्यानों
वैमाखण (वैमीखण)-देखो 'विभोसण' । का ज्ञाता। -पु. १ विद्वान, व्यक्ति । २ प्रायुर्वेद शास्त्र के
वैभार-१०वहार नामक पवत । अनुसार चिकित्सा करने वाला व्यक्ति । ३ एक जाति या
वैभीसणि, वैभीसरिण (रणी)-पु० १ विभीषण को एक पुत्र । वर्ग विशेष । ४ भगवान विष्णु। ५ एक देव । ६ वरुण |
म २ देखो "विभीसण'। . . का एक पुत्र ।
व'म.वैम-पु. १ संबंध, लगाव, गरज । २ देखो 'वहम'। वैद्यक-पू. १ चिकित्सा शास्त्र । २ बहत्तर कलाओं में से एक ।'
वैमनस्य-पु० [सं०] १ शत्रुता, वैर, दुश्मनी । २ उदासी, ३ देखो 'वेदग्य'। ..
शिथिलता। वैद्यकक्रिया-स्त्री. १ स्त्रियों की चौसठ कलामों में से एक ।
| मांणी. माणीक, वैमांणीय, वैमानिक-वि० [सं० वैमानिक] २ चिकित्सा । ।
१ विमान संबंधी, विमान का। २ पाकाशचारी । -पु०१ वैद्यगी-स्त्री० वद्य का कार्य, चिकित्सा ।
विमान चालक । २ विमान का यात्री । ३ एक प्राचीन वैद्यनाप-पु० [सं०] १ बंगाल का एक प्रसिद्ध तीर्थ । २ धन्वन्तरी।
तीर्थ । ४ वैमानिक देव । ३ शिव का एक प्रवतार । ४ शिव के द्वादश ज्योतिलिगों
वैमार, वैमार-देखो 'बीमार'। - में से एक ।
वैमितरा, वैमित्रा-पु. [सं० वैमित्रा] १ स्कन्द की अनुचरी वैद्यराज-पु० [सं०] अच्छा वंद्य, राज्य वंद्य।
एक मातृका । २ सात शिशु मातामों में से एक। वैधिक-देखो 'वैद्यक'।
वैमुख-देखो 'विमुख'। वैद्रमा, वैद्रवा-देखो 'विदरभा'।
वैयर-१ देखो 'बैर' । २ देखो 'वर'। वैधव वैधव्य-पु० [सं० बंधव्य] विधवा होने की अवस्था,
वयस्व-पु० [सं० वयश्व] एक चायं । । विधवापन ।
वैयायिक-पु० [सं०] १ दर्शन, सिद्धान्त । २.एक क्रूर देव। बंधी-पु० [सं० वेधिन्] शत्रु, दुश्मन ।
वैयार-देखो 'व्यवहार'। वैधीकरण-पु० कुन्ती पुत्र अर्जुन।
वैयावच, यावच्च (वत, वत्य)-० [सं० वैयावृत्य] एक प्रकार वंत, वैधति, बघती, वैघ्रित (ति, सी)-पु० [सं० वैधृति] | का व्रत या तप विशेष ।।
१ फलित ज्योतिष के २७ योगों में से एक । २ एक देव । वैरंग (गो) वैरंग-१ देखो 'विरंग' । २ देखो 'बैरंग' ।
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