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मंगळगोरीवरत
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( २०९ )
तीसरा दिन ६ सौर जगत का एक ग्रह ७ विष्णु । ८ समापन्न, समाप्ति । ६ मांगलिक गीत । १० कंठ, ललाट व शिर पर भौंरी वाला घोड़ा । ११ लाल रंग या वर्णं । १२ विवाह मण्डप में होने वाली भांवरी । १३ वीर पुरुष, योद्धा । १४ विवाह । १५ एक डिंगले गीत विशेष । १६ डिंगल में छोटे सागोर का एक भेद । १७ एक छंद विशेष । १८ शुभ वस्तु । १६ हल्दी । २० प्राशीर्वाद । - प्रस्ट = 'प्रस्टमंगल' करण- वि० कल्याण व हित करने वाला । - पु० गणेश, गजानन । - करणी - वि० कल्याणकारी । स्त्री० केसर । - कळस - पु० मांगलिक अवसरों पर जल भर कर रखा जाने वाला घड़ा ।—कारी, कारी - वि० शुभ न मांगलिक गीत -- पु० शुभ ग्रह सौर जगत का एक ग्रह । - घट 'मंगळ कळस' - [पंडिका- स्वी० दुर्गा का एक नाम दायक fro warnकारी, शुभ पाठ-पु० देव तुष्टि के लिये कल्याणकारी, । किया जाने वाला स्तुति पाठ । पाठक, पाठी- पु० बीजन, भाट स्वरित वाचन करने वाला । -रूप-पु० शुभ व मानन्द दायक स्वरूप । ईश्वर । - वेळा स्त्री० दिन व रात में शुभ माने जाने वाले काल, शुभ समय मांग- पु० शुभ कार्य करने से पूर्व किया
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जाने वाला स्नान । मंगळगोरीवरत पु० [सं० मंगलगोरीत धावण के कृष्ण पक्ष के प्रथम मंगलवार से चार मंगलवारों तक किया जाने
मंगळा- स्त्री० [सं० मंगला ] १ पार्वती, गिरिजा । २ दुर्गा, देवी ।
३ पतिव्रता स्त्री । ४ दूर्वा, दूब । ५ तुलसी । ६ हल्दी | ७ भाला ८ विष्णु, शिव, कृष्ण धादि के । भाग ६ मन्दिरों में प्रातः काल धंधेरे-अंधेरे में होने वाली भारती
१० त्रिपुरबध के समय - कार - वि० मंगल करने
शिव को वर देने वाली देवी वाला । -कारी- वि० शुभ ।
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मंगाड़ी
मंगळाचरण - पु० [सं० मंगल + प्राचरण] १ किसी कार्य का शुभारभ । २ किसी कार्य के प्रारंभ में किया जाने वाला स्वस्ति वाचन । ३ किसी ग्रंथ के प्रारंभ में शुभकामना
सूचक लिखा जाने वाला छंद या पद्म ।
मंगळाचार, मंगलाचार, मंगळाचारी- पु० [सं० मंगल- प्राचार] १ प्रानन्दोत्सव, हर्षोल्लास । २ मांगलिक कृत्य । ३ किसी कार्य के प्रारंभ में स्वस्तिवाचन की क्रिया । ४ मांगलिक गीत ।
मंगळाची स्त्री० [सं० मंगला चतुर्थी] शुक्ल पक्ष में मंगलवार को पाने वाली चतुर्थी ।
मंगळारणी (बौ) - क्रि० १ होली जलाना । २ कपाट दिराना (शुभ) ३ पूर्ण कराना ।
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मंगळामुखी-स्त्री० वेश्या रंडी । मंगळारंभ-पु० शुभारंभ श्रीगणेश
मंगळालय पु० [सं० मंगल-मालय] ईश्वर, परमेश्वर । मगळावणी ( बौ) - देखो 'मंगळाणी' (बो) ।
मंगळात पु० [सं० मंगलाव्रत] शिव-पार्वती के निमित्त किया जाने वाला व्रत ।
मंगळ-१ देखो 'मंगळा' । २ देखो 'मंगळी' ।
मंगळियी मंगलियों पु० मृतक के द्वादशे की क्रिया में काम लेने का मिट्टी का पात्र ।
वाला व्रत ।
मंगळवार (प्यार) देखो 'मंगळाचार' |
मंगळछाया स्त्री० [सं०] मंगलवायः] [प्लक्ष-वृक्ष
मंगळीक १०१ शुभ पदार्थ २ गुड देखो 'मांगलिक
मंगळ (०१ होली का जलना २ अच्छी दशा में मंगळीकमाळा (मात्रा) स्वी० शुभ पदार्थों की भेली, कतार,
पूर्ण होना ।
माला ।
मंगळमळ ( धवळ) - देखो 'धवळ मंगळ' | मंगळवाद - पु० [सं०] आशीर्वाद, आशीष । मंगळवार पु० [सं०] सप्ताह का तीसरा दिन । मंगळवारी वि० मंगलवार का मंगलवार संबंधी, मंगलवार को होने वाला |
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मंगळसूत्र - पु० [सं० मंगल सूत्र ] १ शुभ अवसर या कार्य के समय हाथ में बांधने का धागा । २ सौभाग्यवती स्त्री के गले का माभूषण या डोरा । ३ गंडा, तावीज ।
मंगळी- वि० मंगल संबंधी, मंगल ग्रह संबंधी । स्त्री० १ मंगल ग्रह के अशुभ योग वाली जन्म कुण्डली २ स्वस्ति पाठ ३] देखो 'मंगळा' |
मंगळीकाळ - पु० बालू रेत बाली पोपली मरु भूमि । मंगळ्व० [सं०] मंचस्य] १ मंगलकारक मंगलदायक, शुभ
२ सुन्दर, मनोहर । ३ साधु । ४ पवित्र । पु० १ राज्याभिषेक के समय तीर्थ स्थलों से लाया गया जल । २ बैल । ३ दही। ४ चन्दन काष्ठ । ५ सिन्दूर । ६ स्वर्ण, सोना । ७ वट वृक्ष । ८ नारियल का वृक्ष व फल ।
मंगळ्या स्त्री० [सं० मंगलवा] १ दुर्गा का एक नाम २ एक
प्रकार का प्रनरु ।
मंगवाली (बी) देखो 'मंगाली' (बी) |
- पु० बड़े मंगलयांनी बड़े तम्बू में जगने वाला छीटा। मंगसर, मंगसिर देखो 'मिगसर' ।
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मगाड़ी (बो) मंगाली (बी), मंगावली (बी) कि० १ किसी वस्तु को लाने के लिये कहना २ वस्तु की मांग भेजना,