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बेरोजगार-वि० [फा०] १किसी नौकरी या उद्यम से रहित, बेलदार-वि० [सं० वेल्लि+फा० दार] १ जिस पर लता या बेकार । २ निकम्मा, निठल्ला ।
- बेल-बूटे बने हों। २ लताओं से युक्त । -पु० [फा॰] बेरोजगारी-स्त्री० [फा०] १ बेरोजगार होने की अवस्था या (स्त्री० बेलदारी) १ पत्थर तोड़ने या जमीन खोदने का
भाव । २ बेकारी की समस्या। ३ व्यवसाय या उद्यम का कार्य करने वाली एक जाति । २ इस जाति का व्यक्ति। प्रभाव।
बेलवारी-स्त्री०१ फूल-पत्तियों का कसीदा । २ वस्त्रादि में बेरी-पु० [देश॰] १ जानकारी, पता, इल्म, मालूम, अनुभव । बने लतामों के चित्र । ३ बेलदार की स्त्री।
२ रहस्य, भेद, वस्तुस्थिति का ज्ञान । ३ ज्ञान । ४ चालू बेलपत्र, बेलपात-पु० [सं० बिल्वपत्रं] बेल वृक्ष के पत्ते जो . विषय की पकड़, समझ । ५ देखो 'वेरौ'।
- शिवजी को चढ़ाये जाते हैं । बरौनक-वि० [फा०] १ कान्ति या माभाहीन । २ शोभा या बेलस-पु. १ लोहे का प्रौजार विशेष । २ सहायता, मदद।
श्रोहीन । ३ उदास, खामोश। ४ सूना, उजाड़। ५ जहां । ३ देखो विलास' । ४ देखो 'वेलास'। चहल-पहल न हो।
बेलसरणी (बी)-देखो 'विलसमो' (बी)। बेरोनको-स्त्री० [फा०] १ कान्तिहीनता । २ शोभा या श्रीहीन बेळा, बेला-स्त्री. १ ऊंट पर सवारी करने का ढंग विशेष
होने की दशा । ३ उदासी, खामोशी । ४ सूनापन, २ देखो 'वेळा'। उजड़ापन । ५ चहल-पहल का प्रभाव ।
बला-स्त्री० साग के लिये बनाई गई बेसन की गोल टिकिया बेलव-देखो 'बुलंद'।
बेलाय-वि०१ जिसमें किसी प्रकार का लगाव न हो । २ क. बेळ, बेल-पु० [सं० बिल्व] १ एक वृक्ष विशेष । २ इस वृक्ष मुक्त । ३ तटस्थ, अलग । ४ स्पष्ट, साफ ।
के पत्ते या फल । ३ लता विशेष । ४ लता की चित्रकारी। बेळायो-पु० [सं० लात] दो व्यक्तियों की सवारी वाला ऊंट। ५ सीमा निरधारण वाली रेखा । ६ बंश, कुल, परिवार । बेळास-पु. १ दो सवारी से युक्त घोड़ा या ऊंट । २ देखो ७ सहायता, मदद, रक्षा । ८ क्यारियों की सिंचाई के लिये । 'विलास'। बनी नाली। ९ सहायक, मददगार । १० नाव खेने का डंडा, बेलि-स्त्री० [प्रा० वइल्ल] १ गाय, गो । २ देखो 'बेल' । बल्ली। ११ हलवा प्रादि पकाने का लम्बा खुरपा । ३. देखो 'बेली'। १२ ऊंट के पेट में होने वाला रोग। १३ घोड़ों का एक बलियो पु० १ डिंगल का एक छन्द विशेष । २ देखो बहलिये। रोग। १४ हाथ का आभूषण विशेष । १५ जोड़ा, युग्म । ३ देखो 'बैल'। १६ देखो 'वेळ' ।
बेलियौपीपळ-पु. एक जाति विशेष का. पीपल । बेलकी-स्त्री० मिट्टी का छोटा-अल-पात्र ।
बेली, बेलीडो-पु. [सं० वल] १ प्रियतम, प्यारा, प्रेमी । बला-पू०१लता फेल । २ देखो 'बेल'। ३ देखो 'वेलडी' । २ सखा, मित्र, साथी । ३ सहायक, मददगार । ४ सेवा बेलटली. बेलडिबेलड़ी-वि० [सं० द्वि-लटिका] १ दो लड़ों या दास, भृत्य । ५ मनुष्य । व्यक्ति । ६ द्वार के बाहरी .. लटों वाली। २ देखो 'बेल' ।
पोर लगाया जाने वाला पत्थर । ७ देखो 'बेल'। बेळचबेलच-क्रि०बि० सहायता के लिये, सहायतार्थ। -स्त्री.] बलीपा-पु० १ बेली होने की अवस्था या भाव । २ मित्राः १ सहायता, मदद । -पु० २ फावड़ा, कुदाली।
दोस्ती । ३ सहायता, मदद । ४ सेवा, चाकरी, नौकरी । बेळचौ, बेलचौ-पु०१ ऊंट की नकेल की रस्सी । २ देखो | बेळू, बेलू बेळूड़ी-१ देखो 'बाळू' । २ देखो 'वेळ' । ४ देतो 'बेरजी'।
- ब्याळू'। बेलज, बेलज-स्त्री० मिर्च । -वि. निर्लज्ज, बैशर्म ।
बेले-स्त्री० मदद, सहायता । बेलण-स्त्री० [सं० बल्लभा, वेल्लनं १ प्रेयसी, प्रिया, प्यारी। बेळी बेलो-पु० [सं०] १ एक ही गर्भ से साथ जन्मने व ले २ सहेली, साथिन । ३ रोटी बेलने का उपकरण ।।
शिशुओं का जोड़ा, युग्म । २ कतार, पंक्ति । ३ एक साथ ४ बेलन की तरह काम पाने वाला कोई उपकरण ।
किये जाने वाले दो उपवास । ४ वामन द्वादशी का व्रत । ५ किसी यन्त्र का कोई पुर्जा विशेष । ६ करघे में लगी ५ युग्म, जोड़ा, दम्पति । ६ गाय, भैस के दो स्तन । एक लकड़ी विशेष ।
७ ऊंट पर सवार दो व्यक्ति । बेलपी (बी)-कि० [सं० वेल्लनम्] , रोटी प्रादि बेलना, | बेव-देखो बे'।
बटना। २ छितराना, फैलाना। ३ अधिक श्रम करना । बेवकूफ-वि० [फा०] १ जिसमें बुद्धि का प्रभाव हो, निबुदि । ३ देखो 'बैजसो (बो)।
२ मूर्ख, मूढ़, प्रशानी । ३ नादान ।
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