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बाजबट
। २०० )
बाटा
बाजवट-देखो 'ब जोट'।
४ हास्य अभिनेता, कौतुकी । ५ कव्वालों की एक जाति बाजर-देखो 'बाजरौ'।
विशेष। बाजराज-पु. [सं० बाजिन्-राज:] घोड़ा, अश्व ।
बाजीसा-पु० वृद्ध एवं पादरणीय पुरुष । बाजरियोबट-पु० तलवार की एक प्रकार की पैनी धार । बाजु-१ देखो 'बाजू' । २ देखो 'बाजूबंध । बाजरियौ-पु० १ बाजरी नामक अन्न के साथ पकाया हुआ | बाजुबंद, बाजुबंध-देखो 'बाजूबंध' ।
मांस । २ बाजरी का खीच । ३ करील वृक्ष के छोटे फूल । बाजुवाणे (ण)-क्रि० वि० पार्श्व में बगले में । बाजरी, बाजरी-स्त्री. १ मरुस्थल में होने वाला प्रसिद्ध अनाज। बाजू बाजूडो-पु० [फा०] १ मुजा, बांह, बाहु । २ पार्श्व, बगल २ उक्त अनाज का पौधा ।
३ प्रास-पास, पड़ोस । ४ मोर, तरफ । ५ सेना के एक बाजवट-देखो 'बाजोट'।
पोर का भाग । ६ मित्र, सहायक । ७ पक्षी का डैना । बाजसाला-स्त्री० अश्व शाला ।
८ देखो 'बाजूबंध'। बाजांन-पु० [सं० वाद्य वाद्य ध्वनि ।
बाजूजोसण-पु० हाथ का प्राभूषण । बाजाज-देखो 'बजाज'।
बाजूपुरी-पु० १ सिह की एक जाति विशेष । २ इस जाति का बाजाब्ता-क्रि० वि० [फा०] १ नियमानुसार, नियम के अनुरूप । सिंह। २ हिफाजत से।
|बाजूबंद (बंध, बंधन)-पु. भुजा का प्राभूषण।। बाजार-पु० [फा०] १ वह स्थान या क्षेत्र जहां वस्तुप्रों के क्रय- बाजे-वि० [अ० बज] कई-कई । -सर्व० किसी-किसी ।
विक्रय की दुकानें हों। २ वस्तुओं के क्रय-विक्रय के लिये | -क्रि०वि० कभी-कभी।
निश्चित स्थान व अवधि के लिये लगने वाली दुकानें । बांजेजमा-पु० प्रजा से लिया जाने वाला सरकारी कर । बाजारी, बाजारू-वि० [फा०] १ बाजार का, बाजार सबंधी। बाजोट, बाजोटियो, बाजाटो, बाजोठ, बजोठचौ-पु. लकड़ी की
२ बाजार में बैठने वाला । ३ मर्यादाहीन, अशिष्ट ।। चौकी। ४ निम्न स्तर का, साधारण । ५ खुले आम व्यभिचार करने | बाजी-पु० [सं० वाद्य] १ वाद्य, किसी प्रकार का बाजा । वाला । ६ दिखावटी ।
२ फूक कर बजाने का खिलौना। बाजिद, बाजिद्र-१ देखो 'बाज' । २ देखो 'बाजिदो' । बाज्यौ-पु० [देश॰] लम्बे प्रोटों का एक ऊंट विशेष । बाजिदौ-वि० [फा० बाजिद] १ प्रसिद्ध, विख्यात । २ कुख्यात । बाझरणौ (बो)-कि०वि० [सं० बंध] १ बनना, रचा जाना,
३ बोलने वाला, वक्ता । ४ आवाज करने वाला, ध्वनिमान। गठित होना । २ संगठित या व्यवस्थित होना । ३ सुरक्षित ५ खेलने वाला, खिलाड़ी। -पु० लोटन कबूतर ।
होना । ४ बंधन युक्त होना, बांधा जाना। ५ वृद्धि को बाजि-१ देखो 'बाज'। २ देखो 'बाजी ।
प्राप्त होना। बाजित्र-देखो 'वाद्ययंत्र' ।
बाट-पु. १ करील वृक्ष के लाल फूल । २ करील वृक्ष की
बौर । ३ जाल वृक्ष की बौर । ४ छाछ और जी के प्राटे बाजिया-स्त्री. गेहूं की एक जाति ।
के योग से बना ठंडा पेय पदार्थ । ५ 'जो का दलिया, बाजी-स्त्री० [फा०] १ दो पक्षों में हार-जीत के प्रति होने वाली
खिचड़ी। ६ गेहूं का दलिया। ७ देखो 'वाट'। शर्त । दांव । २ खेल का क्रम । ३ खेल में दांव लगाने का
बाटकडो-देखो 'बाटको'। अवसर । ४ खेल। ५ होड़, प्रतिस्पर्धा । ६ वाद-विवाद । बाटकी-स्त्री० कटोरी, प्याली । ७ मौका, अवसर । ८ विजय, जीत । ९ मान, प्रतिष्ठा,
बाटकोटाळ-वि० जाति बहिष्कृत । इज्जत । १० ताश का खेल । -पु. ११ वृद्ध पुरुष ।
बाटको-पु० धातु का बड़ा कटोरा, प्याला। १२ पूर्वज, दादा । १३ करदाता । -प्रत्य० १ संज्ञा शब्दों
बाटड़, बाटडली, बाटड़ी-देखो 'वाट'। के पीछे लगने वाला शौक या व्यसन सूचक प्रत्यय। बाटणी (बी)-क्रि.१ बिक्री की प्राय करना, बेच कर पैसा २ देखो 'बाज'।
लेना । २ देखो 'बांटणी' (बी)। बाजीकर, बाजीकरण-स्त्री० [सं० वाजीकरण] १ एक प्रकार | बाटबड़-स्त्री. तीतर के प्राकार का एक पक्षी विशेष ।
की प्रौषधि विशेष । २ वह प्रक्रिया जिससे पुरुष में घोड़े बाटमौ-वि० (स्त्री० बाटमी] १ कठोर शब्द कहने वाला, कटु की शक्ति पा जाती है।
भाषी । २ टेढ़ा, वक्र, विरुद्ध । बाजीगर-पु० [फा०] १ कसरत के खेल करने वाला, नट तमास | बाटली-पु. १ बोतल । २ देखो 'वाटी' ३ देखो 'बाट'।
गीर । २ जादूगर, तांत्रिक । ऐन्द्रजालिक । ३ मदारी । बाटा-पु० (ब.व.) स्त्रियों के कानों के प्राभूषण ।
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