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बांवरियो
( १९५ )
बांबाडी
जाने वाली माला ।। २ स्वागत के समय पहनाई जाने | बान-१ देखो 'बांण' । २ देखो 'बांनो' । ३ देखो 'बांद' । वाली माला।
४ देखो 'वान'। बांदरियो, बांदरी-देखो 'वानर'।
बांनक-देखो 'वांणक'। बांबा, बांबाल-पु० [सं० बांदाल] अन्य वृक्ष की शाखा पर उगने | बानगी-स्त्री०१ बिक्री योग्य सामान का नमूना । २ प्रादर्श । __ वाली वनस्पति ।
| ३ रूपरेखा ढांचा। बांदि-१ देखो 'बांदी' । २ देखो 'बंदी' ।
बांनणी-स्त्री० जुलाहों का एक उपकरण । बांबी-स्त्री० १ दासी, सेविका, परिचारिका । २ नौकरानी। बोनद्रोही-पु० भैसा, महिष । बांदो-१ देखो 'बंदी' । २ देखो 'बांनो' ।
बांनप्रस्त. बानप्रस्थ-देखो 'वानप्रस्थ' । बांध-पु० [सं० बंध] १ बांधने की क्रिया का भाव । २ नदी या | बानर बानरडो-देखो 'वानर' ।
जलाशय का पानी रोकने के लिए बनाई गई मोटी दीवार, | बानरधी-पु० [सं० वारिनिधि] समुद्र, सागर । पुश्ता, धुस्स । ३ छोटा ढेर ।
बांनात-देखो 'बनात'। बांधण-वि० [सं० बंध] १ बांधने वाला। २ रक्षा करने वाला बांनाधार-वि० कुल-मर्यादा को धारण करने वाला।
-पु० १ बांधने की क्रिया या भाव । २ देखो 'बंधन'। बांनाबंध बांनाबधण-वि० १ गुणधारी। २ सैनिक वेश भूषा बांधणी-स्त्री० [सं० बंधन] १ बांधने की क्रिया या ढंग । धारण करने वाला । -पु. १ सैनिक । २ तीरंदाज। ३ युद्ध २ देखो 'बांनणी'।
में दृढ़ प्रतिज्ञ रहने का चिह्नधारी योद्धा। ४ वीर, बहाबांधण-पु० [सं० बंधन] १ रंगरेज का कपड़ा विशेष । २ रंगाई
दुर । ५ पूजनीय । से पूर्व वस्त्र को स्थान-स्थान से बांधने का ढंग । ३ वह वस्त्र |
बांनी-१ देखो 'वाणी' । २ देखो 'वांनी'। जिसमें सूत के धागों से बांधकर बुदकियां लगाई जाती हैं ।।
बानेत, बांनत-पु० १ योद्धा, वीर । २ धनुर्धर । ३ कोई वेश ४ देखो 'बांधण'।
धारण किया हुआ । ४ प्रधान सेनापति । ५ युद्ध से न भागने
की प्रतिज्ञा का चिह्न रखने वाला योद्धा। बांधणी(वो'-क्रि० [सं०बंधनम्]१ रस्सी या डोरी आदि से पाबद्ध
|बांनंतपण (परणो)-पु० १ बानेत होने की अवस्था या भाव करना, बन्धन युक्त करना, बांधना। २ किसी वस्तु पर
२ वीरता, बहादुरी। डोरा प्रादि कसकर लपेटना । ३ कैद करना, बन्धन में
बांनोळी-देखो 'बंदोळी' । डालना। ४ किसी फंदे में फंसाना। ५ उलझन या झंझट
बांनोळो-देखो 'बदोळी'। में फसाना । ६ लटकाना, टेरना, टांकना। ७ अधीन करना,
बांनो-पु० [सं० वर्ण] १ वेश-भूषा, पहनावा । २ ध्वज, झण्डा, काबू या नियन्त्रण में करना। - मुग्ध करना, मोह लेना।
पताका । ३ दूल्हे या दुल्हिन की वेश-भूषा । ४ विवाह की ९ अवरुद्ध करना, रोकना । १० गतिहीन करना । ११
रश्म प्रारम्भ करने का प्रथम दिन। ५ जाति या वर्ण का प्राड लगाना, बांध बनाना । १२ कूए प्रादि की बंधाई
प्रच्छा गुण या स्वभाव । ६ गुण-स्वभाव । ७ चिह्न । मान, करना । १३ निर्माण करना, बनाना । १४ नया राज्य या
मर्यादा, प्रतिष्ठा, इज्जत । ९ मार्ग-दर्शन । उपदेश, दीक्षा। जागीर स्थापित करना । १५ स्थापित करना, स्थापना ।
१० वंश परम्परागत कार्य या पाचरण । ११ प्रवस्था, १६ निश्चित या तय करना । १७ नियमित करना । १८ क्रम निश्चित करना । १९ नियम व सिद्धान्तों में मर्यादित
प्रायु । १२ स्वभाव । १३ चाल । १४ रीति । १५ तैयारी
१६ खातर, तवज्जा। [सं० वयनम्] १७ कपड़े की बुनवाट करना । २० तंत्र-मन्त्र से वशीभूत करना । २१ शस्त्रादि
का वह धागा जो प्राड़ा डाला जाता है। १८ बुनावट । धारण करना । १६ सैन्य विन्यास करना । २३ कल्पना
बांफणी, (बी)-देखो 'बाफरणो' (बी)। करना, धारणा बनाना । २४ रखना । २५ रचना के लिए
बांबड़-१ देखो 'बांबाड़'। २ देखो 'बांबड़ी'। सामग्री एकत्र करना । साधन जुटाना । २६ किसी को किसी के साथ संबद्ध करना, जोड़ना । २७ लड्डू या पिण्ड के रूप
| बांबड़ी-स्त्री० [सं० बंध्या] बांझ गाय, भैस या मादा मवेशी। में बनाना । २८ साफा या पगडी शिर पर लपेटता ।। बांबळ-वि० लाल । २९ रंगाई के लिए वस्त्र की बंधाई करना । ३० काव्य | बांबराड़, बांबाड़-वि० १ जबरदस्त, जोरदार । २ शूरवीर, बल रचना करना । ३१ पुस्तक की जिल्दबंधी करना।
वान । ३ देखो 'बंबाड़'। बांधव-देखो 'बंधु'।
बांबाड़ी-वि० १ चिल्लाने वाला । २ अनाड़ी। ३ देखो 'बांबड़'। बांधवर-स्त्री० एक जड़ी विशेष ।
| बांबाड़ौ-पु० जोर का हल्ला, चिल्लाहट ।
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