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बंचित
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( १५६ )
बंचित-देखो 'वंचित' ।
बंधक - १ देखो 'वंछक' । २ देखो 'वंचक' |
छण (ब) - देखो 'बंछणी' (बी) ।
दाणी (बी) देखी छाणी' (यो) बछासुर - देखो 'वत्सासुर' ।
बंधित देखो 'वांछित'।
बच्चा देखो 'बांछा"।
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जड़ बंजर वि० [सं० बंध्या] जहां उपज या पैदावार न होती हो, ऊसर । - भूमि-स्त्री० ऊसर भूमि । बिना उपज वाली कृषि भूमि । जवाड़-० नुकसान, हानि। बंजारा देखो 'बिराजारा' । बंजारी- देखो 'बिणजारी' । बंभ, वंश्या- देखो 'बंध्या' । बंट-देखो 'वंट'।
बेंट |
बंटक - पु० किसी उपकरण का दस्ता,
दिया
बंटी (बी) क्रि० [सं० [ब] १ विभाजित होना, अलग-अलग हिस्सों में होना । २ वितरित होना, बांटा जाना जाना । ३ पीसा जाना, बंटाई होना । बंटवाई देखो 'बंटाई
बटवाड़, बंटवाड़ौ, बंटवारी - पु० [सं. वंट + पाटक] १ बांटने, विभाजित करने आदि का कार्य, विभाजन, बंटवारा। २ विभाजित भाग या हिस्सा
बंटाइयत देखो 'बंटायत' ।
बरपकड - पु० एक वृक्ष विशेष ।
बतळ - देखो 'वंतळ' |
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मंडी - ०१ बिना बांहों का बनियान या कमीज २ देखो 'बंदी, बांडी, वांडी' ।
बंदांमी
बत्रीस - देखो 'बत्तीस' ।
बंद वि० [फा०] १२ प्रतिबंधित ३ जो चारों प्रोर या किसी भी प्रोर से खुला न हो । ४ जिसके मुंह पर डाट या ढक्कन लगा हो । ५ जिसका कोई मुंह न हो । ६ जिसका द्वार जड़ा हुआ हो। ७ जिसका कार्य, गति या उद्योग चालू न हो जो गतिमान न हो, रुका हुआ । स्थिर εजिसका प्रचलन रुक गया हो, जो चलन में न हो । १० जो मुक्त या प्राजाद न हो ।
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११ बन्धन में पड़ा हुआ। पु० १ बांधना क्रिया या भाव बंधन । २ रंगाई के समय कपड़े को स्थान-स्थान से बांधने की क्रिया । ३ पगड़ी बांधने का एक ढंग । ४ चुनाई की मजबूती के लिये दीवार के बीच-बीच में लगाई जाने वाली पट्टियां । ५ स्त्रियों के हाथ का प्राभूषरण विशेष । ७ विबंध श्रानाह, कब्ज । ७ देखो 'बंध' ।
बंदक- वि० १ बंधन युक्त । २ देखो 'बंधक' ।
बंदगी - स्त्री० [फा०] १ ईश्वर वंदना, ईश्वर भक्ति । २ सेवाशुश्रूषा अभिवादन, सलाम। बंदगोभी- स्त्री० पत्ता गोभी, करमकल्ला, एक शाक । बंदड़ी-१ देखो 'बांदी' । २ देखो 'बनी' ।
बद-१ देखो 'बंदन' २ देखो 'बंधन' । बंदना - देखो 'वंदना' ।
बंदरिया - वि० १ वंदना या आराधना करने वाला । २ बंधन में श्राने वाला । ३ देखो 'बंधन' । ४ देखो 'बंधणी' |
बंटाई स्वी० १ बांटने का कार्य बंटवारा विभाजन २ वित्तरण । ३ पीसने का कार्य, पिसाई ४ इस कार्य का पारिश्रमिक | बंटाली (बो-०१ विभाजित कराना, अलग-अलग हिस्सों में बंदगी-१ देखो 'बंधणी' २ देखी 'बंधन' क्रि० । । कराना । २ वितरित कराना, बंटवाना । ३ पिसवाना | बंदी (बी) १ देखो 'बंदी' (बो) २ देखो 'बंध' (बी)। बंडायत पु० हिस्सेदार, भागीदार, साझीदार । बंदन - १ देखो 'बंधन' । २ देखो 'बंदन' | भंडारा - वि० १ विभाजन या बंटवारा करने वाला २ हिस्से बंदनमाळ-देखो 'वांदरमाळ' । बनाने वाला । ३ वितरण कराने वाला । ४ पीसने वाला । बंदना - देखो 'वंदना' । बंटाव (बी) देखो 'बंडाणी' (बी)
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बंटी - स्त्री० हिरन आदि पशुओंों को फंसाने का जाल या फंदा ।
बंदर ०१ बन्दूक चलाने का खटका २ देखो 'बंदरगाह' ३ देखी 'वांतर' |
- ०१ बच्चों के खेलने की काच की गोली २ देखो 'बोटी' बंदरगाह पु० [फा०] समुद्र के किनारे जहाजों के ठहरने का
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स्थान ।
बंटी बंड - वि० १ चंचल, उद्दण्ड, बदमाश । २ देखो 'वांडो' । ३ देखी 'बांडी' । ४ देखो 'बंडो' ।
मंडळी स्त्री० व्यक्तियों का समूह, दल, मण्डली ।
मंडियो-देखो 'बंडी' ।
बंडी - स्त्री० १ प्राचार प्रादि रखने का, चीनी मिट्टी का पात्र विशेष । २ देखो 'बंडो' ।
बंदरमाळ मंदवाळ, बंदरवाळ बंदराळ-देखो 'बदरमाळ'। बंदरियो - पु० १ बढ़ई की कबानी का एक भाग । २ देखो 'बंदर' । ३ देखो 'वांनर' ।
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दळी० [सं० विदुः] स्त्रियों का एक माभूषण । बंद - देखो 'बंधु' ।
बंदवामी-देखो 'वामीबंद' ।