________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
प्रतिप्रयसीन
। ११२ )
प्रतिबोषण
--फळ-पु० किसी कार्य का परिणाम । किसी कार्य से प्राप्त का पक्ष रखने वाला व्यक्ति । ५ किसी संस्था या संघ का होने वाला फल । एक क्रिया के बदले की जाने वाली क्रिया। सदस्य । ६ संसद या विधान सभा के लिए चयनित व्यक्ति। प्रतिशोध । -बंब, बिब-पु० प्रतिछाया, छाया । परछाई। प्रतिपति-पु० [सं० पितपति] यमराज । चमक, झलक।
प्रतिपतिकरम-पु० [सं० पितपतिकर्म] श्राद्धादि में सबसे अंत में प्रतिप्रवसान-पु० भोजन ।
किया जाने वाला कर्म । प्रतिक्रम-पु० [सं०] १ प्रदक्षिणा, परिक्रमा । २ विपरीत क्रम । प्रतिपद, प्रतिपदा-स्त्री० [सं० प्रतिपदा, प्रतिपद] १ किसी प्रतिक्रमण (णा)-पु. [सं०] शुभ योग के लिये की जाने वाली | मास के पक्ष की प्रथम तिथि । २ द्वार, दरवाजा। साधना।
प्रतिपावक-वि० [सं०] १ विषय की व्याख्या करने वाला, प्रतिक्रिया-स्त्री० [सं०] १ एक क्रिया के परिणाम स्वरूप होने २ सविवरण सामने रखने वाला। ३ साबित करने वाला,
वाली दूसरी क्रिया। २ किसी कार्य या घटना के पक्ष- प्रतिपन्न करने वाला। विपक्ष में कही जाने वाली बातें । टीका-टिप्पणी । प्रतिपादन-पु. [सं०] १ व्याख्या, निष्पादन । २ किसी पक्ष की ३ विपरीत क्रिया। ४ एक अवस्था के अंत से दूसरी स्थापना । ३ प्रारंभ । ४ अभ्यास । ५ प्रस्तुतीकरण । विपरीत प्रवस्था का प्राविर्भाव । ५ रक्षण, रक्षा । प्रतिपाप-पु० [सं०] पापी के साथ किया जाने वाला कठोर व ६ सहायता। ७ बदला, प्रतिकार। ८ विरोध, मुकाबला। पापमय व्यवहार। -वाब-पु० परम्परागत सिद्धांतों का विरोध करने वाला प्रतिपायण-पु० [सं० प्रतिपादन] दान ।
मत । -वादी-स्त्री० उक्त मत को मानने वाला। प्रतिपाळ प्रतिपाल-स्त्री० [सं० प्रतिपालन] १ रक्षा, रक्षण, प्रतिग्या-स्त्री० [सं० प्रतिज्ञा] १ कुछ करने या न करने का संरक्षण । २ देख-रेख, निगरानी। ३ पालन-पोषण ।
दृढ़ निश्चय, संकल्प। प्रण। २ शपथ, सौगंध । ३ वादा, ४ सहायता, मदद । ५ बचाव । -वि० १ रक्षा करने वचन। ४ बयान, घोषणा । ५ न्याय के पांच अवयवों में
वाला रक्षक । २ सहायता करने वाला सहायक । से एक। -पत्र-पु० उक्त प्रकार के निश्चय का लिखित प्रतिपाळक, प्रतिपाळग-वि० [सं० प्रतिपालक] १ रक्षक, रक्षा पत्र, दस्तावेज ।
करने वाला। २ सहायक, मददगार । ३ प्रतिज्ञा पालन करने प्रतिग्रह (ग्रहण)-पु० [सं०] १ स्वीकृति, ग्रहण। २ विधि वाला। ४ बचाने वाला । ५ पोषक ।
पूर्वक दिये दान को ग्रहण करने की क्रिया । ३ पकड़, प्रतिपाळण-पु० [सं० प्रतिपालन] रक्षा, सहायता, पोषण आदि
अधिकार । ४ पाणिग्रहण, विवाह । ५ रुकावट, बाधा। | करने की क्रिया। प्रतिछांह (छाया)-स्त्री० [सं० प्रतिच्छाया] १ परछाई, प्रतिबिंब । प्रतिपाळणी (बी)-क्रि० [सं० प्रतिपालनम्] १ पालन-पोषण २ प्राकृति, शक्ल ।
करना । २ रक्षा, करना। ३ प्रतिज्ञा पालन करना, प्रतिताळ-पु० [सं० प्रतिताल] कांतार, समराव्य, वैकुठ और निभाना। वांछित नामक चार तालों का समूह ।
प्रतिपाळी-देखो 'प्रतिपाळ' । प्रतितूनी-स्त्री० चौरासी प्रकार के वात रोगों में से एक ।
प्रतिबंध-पू०[सं०] १ सौगंध, शपथ । २ विघ्न, बाधा, अवरोध । प्रतिदद, प्रतिद, प्रतिद्वंद-पु०[सं० प्रतिद्वन्द्व झगड़ा, मुकाबला,
३ किसी क्रिया या क्रिया-व्यापार को रोकने के लिये की दो समान शक्तियों का परस्पर मुकाबला । प्रतिस्पर्धा ।
गई व्यवस्था। ४ नियंत्रण । ५ बन्धन ।
प्रतिबंधक-वि० [सं०] १ प्रतिबन्ध लगाने वाला । २ रोकने या प्रतिवेदी, प्रतिदुबी, प्रतिद्वंदी-वि० [सं० प्रतिद्वन्द्वी] आमने
अटकाने वाला। ३ मुकाबला या सामना करने वाला। सामने या मुकाबले में आने वाला, विरोधी । प्रतिस्पर्धी ।
| ४ बांधने वाला। -पु. १ अंकुर । २ शाखा। प्रतिधुन, प्रतिध्वनि-स्त्री० [सं० प्रतिध्वनि] १ किसी शब्द, पतिवारी
मावाज या ध्वनि के टकराव से पुनः होने वाली आवाज । प्रतिबधणौ (बी)-क्रि० [सं० प्रतिबोधनम्] १ प्रतिबोधित होना, गूज । २ छाया, झलक ।
पात्मज्ञानी होना। २ देखो 'प्रतिबोधणो' (बी)। प्रतिनायक-पु० [सं०] किसी नाटक में मुख्य पात्र का विरोधी प्रतिबोध-पु० [सं०] १ ज्ञान । २ शिक्षण, शिक्षा । ३ जागरण पात्र ।
४ युक्ति, तर्क । प्रतिनिध, प्रतिनिधि, प्रतिनिधी-पु० [सं० प्रतिनिधि] १ मूर्ति, प्रतिबोधण-पु० [सं० प्रतिबोधनम्] १ शिक्षा, ज्ञान, उपदेश
प्रतिमा । २ प्रतिक्रिया में होने वाली किसी पदार्थ के आदि देने की क्रिया। २ जागत करने की क्रिया । समानता की कल्पना। ३ स्थानापन्न । ४ शासन एवं राष्ट्र | ३ उपदेश, चेतावनी ।
For Private And Personal Use Only