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जळयर
जलालोक
जळयर (री)-पु० [सं० जलचर, चरी] १ जल के प्राणी । जळसूग-पु० [सं० जलशूक] जलकान्त इन्द्र के दूसरे लोक २ मछली।
पाल का नाम । जळयांन-पु० [सं० जलयान] १ नाव । २ जहाज ।
जळसोयवाइ-स्त्री० [सं० जलशौचवादिन] पानी से शुद्धि मानने जळयात्रा-स्त्री. १ समुद्रीमार्ग से की जाने वाली यात्रा । २ पवित्र । वाले तपस्वियों की शाखा।
जल लाने के लिये की जाने वाली यात्रा। ३ देवोत्थापिनी जळसौ-पु० [अ० जलसा] आनन्दोत्सव ।
एकादशी का उत्सव । ४ ज्येष्ठ की पूर्णिमा का एक उत्सव । जळस्तंभिनी-स्त्री० एक प्रकार की विद्या। जळयाळ-पु० जळागार, समुद्र।
जलस्राव-पु० [सं० जलश्राव] सूर्य, भानु । जळरअ-पु० [सं०जलरत] इन्द्र के लोकपाल का नाम । (जैन) | जळहड्ड-पु० मोती, मुक्ता। जळरक्ख-पु० [सं० जलराक्षस] १ राक्षसों का पांचवां भेद । जळहर-१ सूर्य, भानु । २ पवन, वायु । ३ देखो 'जळधर' । २ देखो ‘जल रक्षक'।
-जांमी-पु० इन्द्र। जळरक्षक-पु० [सं०] वझण ।
जळहळ-स्त्री० चमक, रोशनी । जळरास (सि, सी)-पु० [सं० जलराशि] १ कर्क, मकर, कुभ जळहळणी (बी)-क्रि० चमकना, झलकना । ___और मीन राशियाँ । २ समुद्र ।
जळहळी-वि० श्राग बबूला, अतिक्रुद्ध । जळरिप-पु० वायु, पवन ।
जळहस्ती-पु. सात-पाठ फुट लंबा सील जाति का जल जंतु । जळरूप, जळरूव-पु० [सं० जलरूप] १ मगर घड़ियाल । जळहि-देखो 'जळधि'।
२ उदधि कुमार के इन्द्र जलकांत के तीसरे लोकपाल का जळांजळी-स्त्री० पानी से भरी अंजली। का नाम । (जैन)
जळांधीस-देखो 'जळाधीस'। जळळ -वि० १ अति क्रोधी। २ भयंकर । ३ भारी। जळा-स्त्री० १ फौज, सेना। २ अपार सम्पत्ति, द्रव्य, धन । -पु. १ दण्ड, सजा । २ युद्ध, संग्राम।
३ लक्ष्मी । ४ माया । ५ बड़ी आपत्ति । ६ फैला हुआ जळवट (टो, दृ)-पु० [सं० जलवाट] १ जल मार्ग । २ समुद्र । सामान । ७ आभा, कांति । ३ द्वीप, टापू । --राय-पु० विष्ण ।
जळाकांक्ष-पु० हाथी। जळवळजांमी-पु० इन्द्र ।
जळाकार-पु० सर्वत्र जल ही जल हो जाने की अवस्था । जळवह (वहण)-पु० [सं० जलवाह] मेघ, बादल ।
जळारणौ (बौ) -क्रि० [सं०ज्वलन्] १ किसी वस्तु के आग लगाना, जळवा-स्त्री० नव प्रसूता स्त्री द्वारा किया जाने वाला जल पूजन । प्राग में संयुक्त करना । २ अधिक गर्मी या ताप देकर जलवाणी (बौ)-देखो 'जळारणो' (बी) ।
झुलसाना । ३ चिढ़ाना, कुढ़ाना । ४ सताना, व्यथित जळवासी-पु० जलचर जीव ।
करना । ५ दग्ध करना, दागना । ६ जलन पैदा करना।
जळाधर-देखो 'जळधर'। जळवाह-गु० [सं० जलवाह] मेघ, बादल ।
जळाधिप-पु० [सं० जलाधिप] १ वरुण। २ संवत्सर में जल जळविभू-पु० [सं० जलविभु] वरुण ।
का अधिपति ग्रह । जळविसुव-पु० [सं० जलविषुव] तुला संक्रान्ति का योग। जळाधीस-पु० [सं० जलाधीश] १ समुद्र। २ वरुण । जळग्याघ्र-पू० [सं० जलव्याघ्र] सील जाति का एक जळाबोळ-वि० १ भयंकर, विकट । २ जलप्लावित । ३ वैभव हिसक जीव ।
पूर्ण, ऐश्वर्य पूर्ण । ४ गहरा व पूर्ण हुआ, रंग से तर। जळण्याळ-पु० १ पानी में रहने वाला सर्प । २ मेंढ़क ।। ५ चमकता हुआ । ६ क्रोधपूर्ण । -पु०१ समुद्र । जळवक्ष (विक्ष)-पु० [सं० जल वृक्ष] कमल ग्रादि पौधे ।
२ विनाश । ३ संहार । ४ बुरा समय, खराब समय ।
जलायत-देखो 'जिलायत' । जळसंब्रत-पू० वरुण ।
जलाल-पु० १ प्रेमी, प्रियतम । २ पति । ३ राजस्थानी लोक जळसपणी-स्त्री० [सं० जलसपिरणी] जौंक ।
गीतों का एक उदार नायक । -वि० १ प्रकाश मान । जळसाई (साई)-पु० [सं० जल स्वामी, जलशायिन्] १ ईश्वर । २ तेजस्वी, कान्तिमान । २ विष्ण । ३ इन्द्र । ४ वरुण ।
जलालियौ-पु. [अ० जलालियः] १ दरवाजे के बीच लगा रहने जळसोप- स्त्री० [सं०] मोतीवाला सीप ।
वाला पत्थर । २ बलवान व्यक्ति। ३ ईश्वर के जलाली जळसीर-स्त्री० जमीन ।
रूप का उपासक । ४ एक प्रकार का फकीर । जळसुत-पु० कमल ।
| जलालोक-पु० [सं० जलालुक] जौंक ।
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