SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 464
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra जळज जळज-पु० [सं० जलज ] ४ चन्द्रमा । ५ वरुण www.kobatirth.org १ कमल । २ मोती । ३ शंख । - वि० शीतल । - ब्रासन - पु० ब्रह्मा । -- चख - पु० ईश्वर। -बर- पु० कमल । हर- पु० हंस, बादल । जळजळाकार - पु० जहां सर्वत्र जल ही जल हो । जळजळत वि० [सं० जाज्वल्यमान ] देदीप्यमान । जळजळी- वि० १ सजल नयन, डबडबाया हुआ । २ द्रवित । जळ जातव्यूह - पु० कमल के फूल के समान सेना की व्यूह रचना । जळजीव (वि) - पु० जलचर प्राणी । जळजुत - वि० कांतियुक्त, दीप्तियुक्त । २ गर्मी, उष्णता । गुस्सा । को जळण - स्त्री० [सं० ज्वलन] १ दाह, जलन । ३ अग्नि । ४ ईर्ष्या, डाह । ५ ६ अग्निकुमार देवता । जळणी (बौ) - क्रि० [सं० ज्वलनम् ] १ प्राग लगना । २ लपट या अंगारे के रूप में होना । ३ दग्ध होना । ४ भस्म होना । ५ झुलसना । ६ बहुत अधिक ईर्ष्या करना । ७ कोप करना, क्रुद्ध होना । जळसंग (तरंग) - पु० एक प्रकार का बाजा । जळतर (तरल)- पु० १ जहाज नाव । २७२ कलाओं में से एक । जळतबाई (ताई) - स्त्री० १ तेल के दीपक व उसके आस-पास जमने वाला कीट । २ गंदे स्वभाव का व्यक्ति । ४५५ ) जळतो' (रू) - स्त्री० मछली, मीन । नळद (इ) पु० [सं० जलद १ मेघ, बादल, घन २ कपूर ] । - वि० १ जल देने वाला । २ देखो 'जल्दी' । -काळ- पु० वर्षा ऋतु । - तिताळी- पु० संगीत में एक ताल । (बी) देखो 'जल्दी' । जळद्र - वि० जल से भीगा हुआ, आर्द्र, नम । जळध-पु० समुद्र । - प्राधीन- - पु० इन्द्र । जळधर (धरण) - पु० [सं० जलधर ] १ बादल, मेघ । २ समुद्र, सागर । - केदारा स्त्री० एक संकर रागिनी । ---माळा नवी० मेघमाला Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जनवास (निवास) - पु० [सं० जल निवास] १ पानी के बीच बना महल । २ जल के अन्दर निवास | जळनायिका - स्त्री० जलक्रीड़ा या स्नानागार में साथ रहने वाली स्त्री । २ जल का जळनिध ( निधि निधी ) - १० १ समुद्र, सागर । भण्डार। -राज-पु० महासागर | जळनिवांण पु० [सं०] जल-निपान] पाताल, रसातल जळपणौ (बौ), जलपरी (बो) - क्रि० [सं० जल्प] १ बोलना, कहना । २ बातचीत करना । ३ श्रावाज करना । ४ बड़ बड़ाना । ५ तुतलाना । ६ गप्प लगाना । जळपरवा (वाई) - स्त्री० ईशान कोरण की वायु । अपराधी कि० वि० समुद्रपर्यन्त (जैन) २ घटिया किस्म का जळपवेस - पु० [सं० जलप्रवेश ] पानी में घुसने या डूबने की क्रिया । जळपान - पु० स्वल्पाहार, नाश्ता । जळवू (पौ, कुपु० १, भोटल वरक । ३ पतला व चमकीला कागज । जळप्पभ (ह) - पु० [सं० जलप्रभ] १ इन्द्र के चौथे लोकपाल का नाम । २ एक इन्द्र विशेष । (जैन) जळधरियो - पु० १ मेघ, बादल । २ जल लाने वाला व्यक्ति । जळधरी - स्त्री० १ पत्थर या धातु की बनी श्रर्घा जिस पर शिवलिंग स्थापित किया जाता है। २ देखो 'जळेरी' । जळधार (धारा) - स्त्री० [सं० जलधारा ] १ नदी । २ नहर | ३ पानी का प्रवाह । ४ तेज धार वाली कटारी या तलवार । ५ पनी की धारा के नीचे बैठकर की जाने वाली तपस्या । जळधि - पु० [सं० जलधि ] समुद्र । 1 जळधिगा स्त्री० [सं० जलधिगा ] १ नदी, सरिता । २ लक्ष्मी । ० [सं०] चन्द्रमा शशि जळधिया स्त्री० [० [सं० जलधिगा ] १ नदी, सरिता । २ लक्ष्मी जळमुरगाई-स्त्री० छोटी बतख । जळनध-- देखो 'जलनिधि' । अळय जळफळ- पु० बांस । जळबंब - वि० कान्ति युक्त । - पु० जल प्रलय । मळवटी-देखो'वट'। जळवळन मी पु० इन्द्र जळबाळक पु० विध्यापन पर्वत । जळबिडाळ - पु० ऊदबिलाव । जळत पु० जलाशयों के होने वाला एक वृक्ष विशेष जळबोळ-देखो 'जळाबोळ' । जगरी (मांगरी) १० एक औषधि विशेष । जलम - देखो 'जनम' । २ देखो 'जुल्म'। -पतरी 'जनमपत्री बोमजनमभूमि' । जळमई - वि० जलयुक्त, जलपूर्णं । जलमणौ (बी) - देखो 'जनमणी' (बी) । जलमांतर - देखो 'जनमांतर' । जळमानस-पु० एक कल्पित जल मानव जिसका श्राश्रा भाग मछली का होता है । जलमरणौ (बी) - देखो 'जनमणी' (बी) । जळमात्रका स्त्री० [सं० जलमातृका] जल में रहने वाली सात मातृकाएं। जमाव (बी) देखो 'जनमाली' ( वो)। जळमित जळमित्र - पु० [सं० जलमित्र ] दूध | जळय-१ देखो 'जळद' । २ देखो 'जळज' । For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy