________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
श्न
मागधी व्याकरणम्. थाय. सं. लक्ष्मी तेने अधोमनयां चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. अनादौ० द्वितीयपूर्व० अंत्यव्यं० ए सूत्रोथी लच्छी रूप थाय. सं. कक्ष तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. पनी अनादी द्वितीयपूर्व० अतः सेोंः ए सूत्रोथी कच्छो रूप श्राय. सं. क्षत ईक्षते ए सूत्रे क्ष नो क्षी थाय. पनी चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. कगचज क्लीबे सम् मोनु० ए सूत्रोथी छीअं रूप थाय. सं. क्षीर तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. क्लीबे सम् मोनु० ए सूत्रोथी छीरं रूप थाय. सं. सदृश तेने दृशः किप टकू लागे पनी हुने स्थाने रि थाय. चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. पनी अनादौ द्वित्वं द्वितीयपूर्व छ च अतः से?ः ए सूत्रोथी सरिच्छो रूप थाय. सं. वृक्ष तेने ऋतोऽत् चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. पनी अनादौ द्वितीयपूर्व० अतः से?ः ए सूत्रोथी वच्छो रूप थाय. सं. माक्षिका तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. अनादौ द्वितीयपूर्व कगचज अंत्यव्यं० ए सूत्रोथी मच्छिआ रूप आय. सं. क्षेत्र तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. सर्वत्र अनादौ क्लीवे मम् मोनु० ए सूत्रोथी छेत्तं रूप थाय. सं क्षुधा तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. क्षुधोहा ए सूत्रे ध नो हा थाय. अंत्यव्यं० ए सूत्रे छुहा रूप थाय. सं. दक्ष तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. अनादौ द्वितीयपूर्व अतः सेझैः ए सूत्रोथी दच्छो रूप थाय. सं. कुक्षि तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. अनादौ द्वितीयपूर्व अक्लीये दीर्घः अंत्यव्यं० ए सूत्रोथी कुच्छी रूप थाय. सं. पक्ष तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. पली अनादौ द्वितीय पद बाहुलक अधिकारथी स्लमदामशिरोनभः ए सूत्रे पुंलिंग पणुं न श्राय. क्लीवे स्वरान्मसे सम् मोनु० ए सूत्रोथी वच्छं रूप थाय. सं. क्षुण्ण तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. पी अतः सेडोंः ए सूत्रे छुण्णो रूप थाय. सं. कक्ष तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. पनी अंत्यव्यंज० ए सूत्रे कख्का रूप थाय. सं. क्षार तेने क्ष नो छ थाय. पडी अतः सेोंः ए सूत्रे छारो रूप थाय. सं. कौक्षेयक-तेने कौक्षेयकेवा ए सूत्रे को नो कु थाय. पनी चालता सूत्रे क्ष नो छ आय. अनादौ द्वितीय० कगचज अवणी गुणाद्याः क्लीबे वा क्लीबे सम् मोनु० ए सूत्रे कुच्छेअयं रूप थाय. सं. क्षुर- तेने सेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. अतः सेझैः ए सूत्रे छुरो रूप श्राय. सं. उक्षन् तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. अनादौ द्वितीयपूर्व० पुनस्य आणो ए सूत्रे न नो आ थाय. पठी समानानां दीर्घः अंत्यव्यं० ए सूत्रोथी उच्छा रूप थाय. सं. क्षत तेने चालता सूत्रे क्ष नो छ थाय. पी कगचज अवर्णो क्लीबे सम् मोनु० ए सूत्रोथी छयं रूप थाय. सं. सादृश्य तेने दृशः किप टकू ए सूत्रे द नो रि थाय. मी अनंत्यस्यदः अनादौ द्वितीयपूर्व क्लीबे सम् मोनु० ए सूत्रोथी सारिच्छं रूप थाय. सं. स्थगित शब्दनो पण छ थाय. सं. स्थगित तेने चालता सूत्रे स्थ नो छ थाय. कगचज क्लीबे सम् मोनु० ए सूत्रोथी छइअं रूप थाय. आर्ष प्रयोगमां. सं. इक्षुतेने क्षः खः क्वचित् ए सूत्रे क्ष नो ख थाय. अनादौ
For Private and Personal Use Only