________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (67) पातुमेनित्यं मुखं मुखगतावतु // ओष्टस्थिता मेऽव्यादोष्ठौ बिम्बोष्ठाभा सनातनी // 4 // दन्तान्दन्तस्थिता मेव्याद्रक्त दन्तसुशोभना // जिव्हां जिव्हालया देवी वाणी वाणीगता वतात् // 5 // दंष्ट्रागा मेऽवताईटाः कालरूपकरालिनी // तालुगाऽव्यात्तालुदेशं कण्ठान्तःकण्ठगाऽवतु ॥६॥चबुकादश गाऽव्यान्मे चिबुकंकण्ठगाऽवतु॥ कंठदेशंकालिकाख्या कन्धरां कन्धराश्रया // 7 ॥स्कन्धस्थास्कन्धयोयुग्मं भुजौ वाहुगता वतु // कर्परस्थाकूर्परयोयुग्मं रक्षतुसर्वदा // 8 // मणिबन्धगतादेवी मणिबन्धौचरक्षतु // करपृष्टगतादेवी करपृष्टे च रक्ष तु // 6 // तलं मे हस्तयोदेवी करस्थाऽवतु सर्वदा // अङ्गुष्ठा गुलिगागुष्ठाङगुलीमव्यान्महेश्वरी॥ 10 // नखस्थामेऽवतादेवी नखान् वजूस्वरूपिणी // वक्षस्थलगता वक्षो हृदयं हृद्गताशिवा // 11 // पाश्र्वस्थापावयोमुग्मं मम रक्षतुस वदा // उदरंचोदरस्थामे नाभिस्थानाभिमण्डलम् // 12 // कटिस्था रक्षतुकर्टि पृष्टं रक्षतुपृष्टगा // नितम्बस्था नितम्बो मे गुह्यंगुह्यगताऽवतु // 13 // मेयं मेब्यूगतारक्षेदृषणो वृषणस्थिता / ऊरुष्ठाचोरुयुग्मं मे जानुगाजानुयम्मकम् // 14 // जधेजङ्घगतामेऽव्यात् गुल्फस्थागुल्फयुग्मकम् ॥पादप्टष्टगता पादप्टष्ठयुग्मंसदावतु // 15 // पादाङ्गुष्ठागुलिष्ठावा पादा ङगुष्ठागुलीमम // अयोस्तलयुगरक्षे दथ्योस्तलनिवाशिनी // 16 // शिरोरुहगता रक्षेन्मम केशान्सुरेश्वरी // श्मश्रुष्ठामे सदारक्षेत् श्मश्रुप्रणतपालिनी // 17 // लोमान लोमगतापातु सूक्ष्मान् सुक्ष्मतरापरा // रोमकूपगतादेवी रोम For Private and Personal Use Only