________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (55.) // अक्षराजकृतोत्तंसरक्षरासव्यनासिका // 56 // ऋज्वाशयार्जुमार्गस्था चाशियप्रसन्नता // ऋवर्णसव्यनासाठ्या लर्णरूपसुभास्वरा // 57 // लवर्ण दक्षगल्लाढ्या लर्णवामकपोलिनी // एवर्णोझैष्ठसंयुक्ता चैकचक्रप्रवर्तिनी // 58 // एकातपत्रराज्येशा चैकभावविभाविता // एकादशीस्वरूपैक. छत्रराज्यप्रदायिनी // 56 // एकाकारसमस्तकाग्रचित्तकतालया // एकभूम्येकजननी चैकदन्तस्वरूपिणी // 60 // एधत्प्रभैकगुर्वेजदनेजद्विश्वनायिका // एकाकारसुसङ्केता चै. कतत्वप्रदर्शिनी // 61 // एकान्तपदसन्ध्येया चैकत्वसुखदायिनी // एकवीरैषणाशुन्यैषणाशुन्यातकधीः॥ 62 // ए कानेकाकृतिश्चैकादशरुद्रस्वरूपिणी // एकादशस्वराकारा राध्यैकान्तिकभक्तिदा // 63 // एकान्तपूजनोत्सुक्ययुक्तेप्सि तविधायिनी // ऐश्वर्यदायिन्येश्वर्यरूपा चैरावतस्थिता // 64 // ऐकारार्णाधरोष्ठाढ्या चन्द्रयाखण्डलयोगदा // ऐश्वरीयजनप्रीताचौंकारमनुरूपिणी // 65 // ॐकारजपसन्तुष्टा वृद्धदन्तालिसंयुता // ॐकाराधिष्टितोंकाराधरदन्तसुशोभना // 66 // औचित्योदार्यसंयुक्तोदरदुःख विघातिनी // औपस गिकतापनी चौन्नत्यपददायिनी // ६७॥और्वाग्निकरणाभर. णस्थापितौवस्वरूपधृक् // औद्दालकस्त्रीभावन्नी चौग्रवाहनवाहिनी // 68 // अम्बिकांवर्णरसनाञ्जनशून्यांशुमालिनी // अङ्करूपाङ्गनारूपाञ्जनरेखाविलोचना // 66 // अम्बुध्यगाधबोधाख्या चांहोराशिविनाशिनी // अंओमत्रमयीमूर्तिरःकएठा कमलालया // 70 // कर्मबन्धहराकल्पा कल्याणाकु For Private and Personal Use Only