________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - - - ( 14 ) // 9 // यस्याःपदाब्जयुगलं सुरसिद्धसंधैः संसेवितंमुनिगणैश्च समाधिनिष्टैः // तन्मानसे ममसरोवर एवभूयात् तामी // 10 // एतत्तिापहरणं दशकं पठेद्यो नित्यंप्रभातसमये हदि चिन्तयित्वा // कारुण्यमूर्तिमभिषेचनिकां पराम्बां प्राप्नोत्य भीष्टमतुलं यदि भावयुक्तः // 11 // इति श्रीसकलसिद्धि करी स्तोत्रं समाप्तम् / अथापराधक्षमापनस्तोत्रम् // ॐ नदाराः कुमारांः सुहद्वन्धुगशे तथाभृत्यवर्गश्वमन्त्री न दासः भटोभव्यहेतुर्नजानेनृणान्ते पदंचारुप्सर्वेष्ट भीतिह न्तृ // 1 // प्रातः कति शौचविधि नजाने दक्षिाविधि स्नान विधि तथाहि / सन्ध्यांत्रिकालेष्वपि तर्पणंचतुर्येत्वदीयं शर णं गतोऽस्मि / 2 / सूयार्घ्यदानं नशिवार्चनं च पूजाधिकारार्थ मवश्यमम्ब // द्वारार्चनं विधन विनाशनं च परंत्वदीयं शरणं गतोऽस्मि // 3 ॥वास्तोःपूजांविधिना श्रीभैरवशासनग्रहणम्।। भशदिनहिकुर्वेत्रिपुरे शरणंगतस्तेऽहम् // 4 // आसनशुद्धि पूजां नहिजाने श्रीगुरोःपूजाम् / / श्रीगुरुरूपिणिजाने त्वत्स्मर णकेवलं शरणम् / / 5 // कुंडलिनीशिवमेलनपरमानन्दप्रदं च नहिजाने // भूतानांच विशोधनमनघे शरणंगतस्तेहम् // 6 / धातुप्राणस्थापन मीशे दशघाहिमातृकान्यासम् ॥तद्वन्म लन्यासं नचकुत्वंहिमेशरणम् // 7 // मूलस्यजपविधान मन्त्रिण्याचंगदेवताजपनम् // मातश्चरणंशरणं मेमूढस्यकेव लंपरमम् // 8 // श्रीपादार्चनपात्रविधानं नहिकुर्वेजगदीश्व For Private and Personal Use Only