________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भव्यभावजनस्वान्त मणिद्वीपकृतास्पदा // बलरामानुजाच्या घिः फलद्भक्तिसुखप्रदा // 14 // परमेश्वराभेददात्री नमन्मु क्तिविधायिनी // धर्माधर्महवितृप्रसन्नमुखपङ्कजा // 15 // दण्डनाथस्वरूपाच तत्स्वरूपाणकारिणी // ढरूपिणी डरूपा च ठरूपा टस्वरूपिणी // 16 // ञकाराणस्वरूपा च झल्ल. रीनादतोषिता // जन्ममृत्यु जराव्याधिनाशिनी छलवर्जिता // 17 // चलन्मीनभयत्रस्तसारङ्गकमलेक्षणा // उकारवर्ण रूपा च घटाकारवरस्तनी // 18 // गंगाधरसुखाधाररमणीय. वपुष्पती // खलदैत्यकृताहारा कलिकर्तव्यनाशिनी // 19 // अःस्वरूपा चान्नपूर्णा औन्नत्यपददायिनी।। ॐकारसर्वमन्त्रा ग्या ऐं काराचिन्त्यवैभवा // 20 // एकाकारस्वरूपाच लुका रा लस्वरूपिणी // ऋकारार्णा स्वरूपा अम्निायस्वरूपि णी // 29 // उवाच्यदेवतारूपा ईरहस्यार्थरूपिणी // इन्द्र ज्यपदा राध्यरूपा द्वैतस्वरूपिणी // 22 // अखण्डानन्दिनी कल्पा चण्डिकाटस्वरूपिणी // तारिणी पार्बती यज्ञस्वरूपा समरूपिणी // 23 // अकारादिक्षरान्त क्षकाराद्यान्तनामक म् // अष्टोत्तरशतंश्रेष्टं सर्वेशाया:पठेन्नरः // 24 // नित्यंध्या वापरांदेवीं सदातद्गतमानसः // विश्वासेनत्यरासिद्धि महि की चापरांलभेत् // 25 // इतिश्रीसर्ववेदशास्त्रमयी मातृकाऽ क्षमालाऽष्टोत्तरशतनामावली समाप्ता // उहरिविरचिनुतं शिवपूजितं परममङ्गलदायकमव्ययम् // निखिललोकनिवासपदं परं स्मरमनस्त्रिपुरापदपङ्कजम् 1 // भुवनभीतिहरं सुरभूरुहं त्रिविधतापहरं ममतापहम् // For Private and Personal Use Only